Valentine’s Day Special : कपल्स ने किया कमाल, खड़ी कर दीं बड़ी-बड़ी कंपनियां


नई दिल्‍ली. आपने Entrepreneur सुना होगा. इसका मतलब है उद्यमी, मतलब कोई व्यवसाय करने वाला. लेकिन क्या आपने कभी Couplepreneurs सुना है? नहीं सुना! कोई बात नहीं, हम बताते हैं. दरअसल, आज वैलेन्टाइन के मौके पर हम आपको इस बारे में इसलिए बता रहे हैं क्योंकि भारत में कपलप्रेन्‍यर्स (Couplepreneurs) का चलन तेजी से बढ़ रहा है. कपलप्रेन्‍यर्स का अर्थ (Meaning of couplepreneurs) ऐसे जोड़े से है, जो रिलेशनशिप में हैं और मिलकर कंपनी चला रहे हैं या व्‍यापार कर रहे हैं. भारत में सफल कपलप्रेन्‍यर्स की अच्‍छी-खासी संख्‍या है. ऐसे कपल अलग-अलग बैकग्राउंड से हैं. जीवन के किसी मोड़ पर ये मिले और फिर मिलकर बिजनेस की दुनिया बसाने का फैसला किया.

इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहे रियल्टी शो शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India) में हिस्सा लेने वाले 18 फीसदी प्रतिभागी कपलप्रेन्यर्स थे. मतलब वे कपल थे. शो के एक जज अनुपम मित्तल ने मनीकंट्रोल को बताया कि कपलप्रेन्यर्स में आगे बढ़ने की गजब की इच्‍छाशक्ति है और उनकी कैमिस्‍ट्री भी अच्‍छी है. आज हम आपको वेलेंटाइन डे (Valentines day) के मौके पर ऐसे ही तीन कपलप्रेन्‍यर्स के बारे में बता रहे हैं-

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बिपिन प्रीत सिंह और उपासना टकू

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उपासना और बिपिन प्रीत सिंह ने अपने पर्सनल इन्‍वेस्‍टमेंट को अलग-अलग ही रखा है.

उपासना टकू और बिपिन प्रीत सिंह ने 2009 में मोबीक्विक (Mobikwik) कंपनी शुरू की. आपने इस कंपनी के बारे में जरूर सुना होगा. यह मोबाइल फोन-बेस्ड पेमेंट सिस्टम, डिजिटल वॉलेट सहित कई तरह की सेवाएं देती है. यह कपल 12 साल से मिलकर काम कर रहा है. उपासना और बिपिन प्रीत सिंह ने अपने पर्सनल इन्‍वेस्‍टमेंट को अलग-अलग ही रखा है. मोबीक्विक के सीईओ और एमडी बिपिन प्रीत सिंह (MobiKwik CEO and MD Bipin Preet Singh) का कहना है कि वे इन्‍वेस्‍टमेंट के लिए एक-दूसरे के साथ चर्चा करते हैं. एक दूसरे के इन्‍वेस्‍टमेंट पोर्टफोलियो के बारे में भी जानते हैं. लेकिन, मिलकर इन्‍वेस्‍टमेंट नहीं करते.

इसका कारण बताते हुए मोबीक्विक को-फाउंडर उपासना टकू (MobiKwik Co-Founder Upasana Taku) कहती हैं कि एक तो इससे हमारे इन्‍वेस्‍टमेंट में विविधता आती है, दूसरे पर्सनल निवेश के अलग-अलग होने से टकराव भी नहीं होता है. उपासना टकू ने क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में निवेश किया है, वहीं बिपिन प्रीत ने शेयरों में पैसा लगाया है. इस कपलप्रेन्‍यर्स का मानना है कि अगर उन्होंने एक ही शेयर या म्यूचुअल फंड्स में इन्वेस्ट किया होता तो उनका ज्वाइंट नेटवर्थ अभी के मुकाबले कम होता. सिंह और टकू के पास सिर्फ एक-एक टर्म इंश्योरेंस प्लान है. उन्होंने अलग-अलग कंपनियों से इंश्योरेंस पॉलिसी ली है.

गौरव चौहान और रिया चौहान

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गौरव और श्रेया अपना इन्वेस्टमेंट अकाउंट अलग-अलग रखते हैं. गौरव सिप के जरिए म्यूचुअल फंड्स में पैसे लगाते हैं. श्रेया शेयरों में निवेश करती हैं.

गौरव चौहान और रिया चौहान 27 साल के हैं. इस कपलप्रेन्‍यर्स ने शृंगार क्रिएशंस (Shringar Creations) को खड़ा किया है. हैंडीक्रॉफ्ट बिजनेस (Handicraft Business) की यह कंपनी आज एक अलग मुकाम हासिल कर चुकी है. गौरव और श्रेया अपना इन्वेस्टमेंट अकाउंट अलग-अलग रखते हैं. गौरव सिप के जरिए म्यूचुअल फंड्स में पैसे लगाते हैं.  श्रेया शेयरों में निवेश करती हैं. दोनों को ही जोखिम लेना पसंद हैं. गौरव और रिया का कहना है कि निवेश से पहले वे इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से सलाह जरूर लेते हैं.

स्वाति भार्गव और रोहन भार्गव

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स्वाति भार्गव और रोहन भार्गव कैशकरो एंड अर्नकरो (Cashkaro And Earnkaro) के को-फाउंडर हैं. ये दोनों भी एक ही जगह निवेश नहीं करते.

स्वाति भार्गव और रोहन भार्गव कैशकरो एंड अर्नकरो (Cashkaro And Earnkaro) के को-फाउंडर हैं. ये दोनों भी एक ही जगह निवेश नहीं करते. स्वाति 41 साल की हैं, जबकि भार्गव 38 साल के हैं. दोनों ही अपना पैसा निवेश करने से पहले प्रोफेशनल निवेश सलाहकार से राय लेते हैं. इससे उन्‍हें अपने भविष्‍य के लक्ष्‍यों के अनुसार पोर्टफोलियो बनाने में मदद मिलती है.

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कैशकरों के भार्गव को पर्सनल इन्वेस्टमेंट को ज्यादा महत्व नहीं देने के अपने फैसले को गलत मानते हैं. शेयरों में निवेश से भी उन्हें नुकसान उठाना पड़ा है. उनका कहना है कि हम हमेशा अपने बिजनेस में इतना बिजी होते हैं कि पर्सनल फाइनेंस को टालते हैं. इससे नुकसान हुआ है. भागर्व का कहना है कि उन्होंने फाइनेंशियल प्लान नहीं बनाया. सिर्फ एक अच्छी बात यह है कि उनके पास पर्याप्त इमरजेंसी फंड है.

Tags: Business, Mobikwik, Valentines day

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