इलेक्ट्रिक वाहनों पर मिलने वाली FAME-II सब्सिडी क्या है, कैसे मिलता है लाभ, जानें डिटेल्स


नई दिल्ली. भारत में बढ़ती पेट्रोल-डीजल की कीमत और बढ़ते प्रदूषण की वजह से इलेक्ट्रिक व्हीकल की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. पिछले कुछ सालों में इस मांग में तेजी से इजाफा हुआ है. हालांकि अब कुछ लोग ईवी की महंगाई और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के चलेत इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने से कतराते हैं.

सरकार ने इसेक्ट्रिक व्हीकल के लिए FAME स्कीम की शुरुआत की थी. आइए समझते हैं FAME-II सब्सिडी क्या है? कैसे मिलता है लाभ? क्या बजट में इसके तहत मिलने वाली छूट में इजाफा किया जा सकता है?

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क्या है FAME-II
सरकार ने 2019 में देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को बढ़ावा देने के लिए फास्टर एडॉप्शन ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स इन इंडिया (FAME) की शुरुआत की. इसके तहत शुरू में प्रति kWh पर 10000 रुपये की सब्सिडी दी जाती थी. बाद में जून 2021 में सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए यह सीमा बढ़ाकर 15,000 रुपये प्रति kWh कर दिया. इसे FAME-II नाम दिया गया.

इस तरह मिलता है फायदा
एथर 450 प्लस (एथर 450 इलेक्ट्रिक स्कूटर) की दिल्ली एक्स-शोरूम कीमत 1,71,520 रुपये है. अगर आप ईथर 459 प्लस खरीदते हैं, तो भारत सरकार आपको इलेक्ट्रिक स्कूटर की कीमत पर 43,500 रुपये की छूट देगी. आपको अपनी कार के लिए 1,28,020 रुपये कम चुकाने होंगे. इसलिए भारत सरकार फेम-2 सब्सिडी का लाभ दे रही है. यह सब्सिडी उपभोक्ताओं को खरीदारी के समय मिलेगी. केंद्र सरकार द्वारा दिए जाने वाले इन बेनेफिट्स के अलावा, अलग-अलग राज्यों में इलेक्ट्रिक वाहनों पर अलग-अलग ऑफ़र दे रहीं हैं.

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सब्सिडी को बढ़ाने की मांग
एथर एनर्जी के सह संस्थापक एवं सीईओ तरुण मेहता ने कहा कि ई- वाहनों की मांग में वृद्धि जारी है, क्योंकि ग्राहकों को फेम-2 के तहत सब्सिडी और टैक्स छूट का लाभ मिल रहा है. बजट में सरकार फेम -2 सब्सिडी के तहत मिलने वाली छूट को बढ़ा सकती है. कर्ज को प्राथमिक क्षेत्र के तहत लाना होगा सोसायटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का कहना है कि ई वाहनों को तेजी से बढ़ावा देने के लिए इस क्षेत्र को दिए जाने वाले कर्ज को प्राथमिक क्षेत्र के अंतर्गत लाना चाहिए.

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