व्हाट्सएप, स्नैपचैट, पेपाल: रूसी हमला झेल रहे यूक्रेन का टेक्नोलॉजी की दुनिया में बजता है डंका


नई दिल्ली. रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की राजधानी कीव में शुक्रवार को हमला कर दिया और सरकारी क्वार्टरों के निकट गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें गूंज रही थी. रूस की इस कार्रवाई से यूरोप में व्यापक युद्ध की आशंकाएं पैदा हो गई हैं. यूक्रेन की राजधानी के खतरे में घिरने के संकेतों के बीच सेना ने शुक्रवार को कहा कि रूसी जासूसों और विध्वंसक गतिविधियों में लिप्त लोगों के एक समूह को शहर के केंद्र से लगभग पांच किलोमीटर उत्तर में कीव के एक जिले में देखा गया.

इससे पहले, सेना ने कहा था कि रूसी सुरक्षा बलों ने दो यूक्रेनी सैन्य वाहनों पर कब्जा कर लिया है और स्थानीय होने का दिखावा कर घुसपैठ के लिए शहर की ओर बढ़ रहे हैं. यूक्रेनी अधिकारियों ने यूक्रेन की ओर कम से कम 137 लोगों की मौत की सूचना दी और सैकड़ों रूसी बलों के मारे जाने का दावा किया. रूसी अधिकारियों ने कोई हताहत आंकड़े जारी नहीं किए और मृतक संख्या को सत्यापित करना संभव नहीं है.

कई टेक्नोलॉजी कंपनियों को लाने में यूक्रेन का योगदान
यूक्रेन क्षेत्रफल की दृष्टि से रूस के बाद यूरोप का दूसरा सबसे बड़ा देश है. लेकिन, यूरोपीय क्षेत्र के सबसे बड़े देशों में से एक होने के अलावा, कई प्रौद्योगिकी कंपनियों को अस्तित्व में लाने का श्रेय भी यूक्रेन को दिया जाता है. उनमें से कुछ की जड़ें अभी भी देश में हैं, जबकि कई कंपनियों के फाउंडर यूक्रेन के नागरिक हैं जिन्होंने ना सिर्फ उसकी अवधारणा बनाई, बल्कि उन्हें प्रसिद्ध ब्रांड भी बनाया.

यूक्रेन में बड़ी संख्या में टेक स्टार्टअप
यूक्रेन में बड़ी संख्या में टेक स्टार्टअप हैं और विभिन्न बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियों के ऑफिसों का भी यहां घर है. यह एक विशाल आईटी-आउटसोर्सिंग क्षेत्र का भी मालिक है जो दुनिया भर में कुछ सबसे बड़ी कॉर्पोरेट संस्थाओं को शक्ति प्रदान कर रहा है. टेक स्टार्टअप और आईटी कंपनियों के अलावा, विभिन्न प्रौद्योगिकी कंपनियां भी हैं जिनकी जड़ें यूक्रेन से जुड़ी हैं.

व्हाट्सएप को बनाने वाले का जन्म यूक्रेन में ही हुआ था
व्हाट्सएप उन फर्मों में से एक है. इसकी स्थापना जनवरी 2009 में यूक्रेन में जन्मे जन कौम (Jan Koum) द्वारा की गई थी. ऐप को शुरुआत में स्टेटस दिखाने के लिए लॉन्च किया गया था, हालांकि बाद में इसे इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के रूप में लोकप्रियता मिली. 2014 में, फेसबुक ने व्हाट्सएप को 19 बिलियन डॉलर (लगभग 1,43,100 करोड़ रुपये) में खरीदा था.

पेपाल को बनाने का श्रेय भी यूक्रेनी प्रवासी को
व्हाट्सएप की तरह ही, फिनटेक कंपनी पेपाल की स्थापना यूक्रेनी प्रवासी मैक्स लेविचिन (Ukrainian Emigrant Max Levchin) ने की थी. इसे शुरू में 1998 में कॉन्फिनिटी के रूप में और 1999 में X.com के रूप में स्थापित किया गया था. ई-कॉमर्स कंपनी ईबे द्वारा प्लेटफॉर्म का अधिग्रहण किए जाने के महीनों बाद लेविचिन ने दिसंबर 2002 में पेपाल को छोड़ दिया.

कई कंपनियों के को-फाउंडर भी रहे लेविचिन
2012 में लेविचिन ने यूएस-आधारित बाय-नाउ पे-लेटर (बीएनपीएल) प्लेटफॉर्म Affirm की स्थापना की. 46 वर्षीय उद्यमी ने फिल्म ‘थैंक यू फॉर स्मोकिंग’ का निर्माण किया और सोशल ऐप डेवलपर ‘स्लाइड डॉट कॉम’ एवं फिनटेक स्टार्टअप ‘स्टूडियो एचवीएफ’ सहित कई कंपनियों के को-फाउंडर रहे.

स्नैपचैट की सफलता के पीछे भी यूक्रेन का हाथ
फोटो शेयरिंग ऐप स्नैपचैट की पैरेंट कंपनी स्नैप ने सितंबर 2015 में फोटोग्राफी स्टार्टअप लुकरी (Looksery) का अधिग्रहण किया, जिसे यूक्रेन के यूरी मोनास्टिरशिन (Yurii Monastyrshin) द्वारा सह-स्थापित किया गया था. यह सौदा 15 करोड़ डॉलर (करीब 1,130 करोड़ रुपये) का था, जो कि यूक्रेन के इतिहास में सबसे बड़ा अधिग्रहण था. इसने स्नैपचैट को लेंस नामक मास्किंग फीचर लाने में भी सक्षम बनाया जो अभी भी ऐप पर लाइव है.

यूक्रेन की राजधानी कीव ऐप डेवलपर MacPaw का भी घर है, जिसके बारे में दावा किया जाता है कि उसके पास दुनिया भर में 3 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं. कंपनी अपने macOS यूटिलिटी ऐप CleanMyMac X के लिए जानी जाती है. MacPaw ने एक ट्वीट के जरिए अपने यूजर्स को भरोसा दिया कि CleanMyMac X सहित उसके सभी उत्पाद शहर में होने वाले हमलों के बावजूद बिना किसी दिक्कत के काम करेंगे.

Tags: Russia, Ukraine, Whatsapp



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