Ruchi Soya से क्यों खफा हुआ निवेशकों के लिए ‘संकटमोचन’ का काम करने वाला SEBI


नई दिल्ली. जहां पर भी पैसे की बात आती है, वहां जालसाली के किस्से भी सामने आते रहते हैं. शेयर बाजार तो पूरा खेल ही पैसे का है. यहां आम निवेशक (छोटे निवेशकों) को आसानी से शिकार बनाया जा सकता है. परंतु छोटे या रिटेल निवेशकों की रक्षा के लिए भारत में एक मार्केट रेगुलेटर है, जिसका नाम है SEBI – सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया.

सेबी (SEBI) को जब-जब लगता है कि उसे निवेशकों के हितों के लिए खुलेआम उतरना चाहिए, उतरता रहा है. समय-समय पर फ्रॉड और जालसाजी से बचने के लिए निर्देश जारी करता रहा है. हालांकि, सेबी के लाखों प्रयासों के बावजूद भी लोगों को हर दिन शेयरों में निवेश करने के टिप्स और सलाह अलग-अलग माध्यमों से मिलती ही रहती हैं, जबकि सलाह देने वाले अधिकृत नहीं होते. ताजा मामला है रुचि सोया के एफपीओ (Ruchi Soya FPO) का, जिसमें सेबी ने सख्ती दिखाई है. लेकिन आखिर सेबी ने रुचि सोया पर इतनी सख्ती क्यों दिखाई? इसकी वजह क्या है?

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निवेश के लिए SMS बना बड़ी वजह
रुचि सोया बाबा रामदेव के पतंजलि समूह की कंपनी है. कंपनी ने इनवेस्टर्स से पूंजी जुटाने के लिए अपना FPO पेश किया था. इसमें 22 मार्च से लेकर 28 मार्च तक इनवेस्ट किया जा सकता था. इस दौरान एक SMS लोगों को भेजा गया, जिसमें उन्हें रुचि सोया के एफपीओ में निवेश के लिए ललचाया गया.

इस SMS में लिखा था, “पतंजलि परिवार के सभी प्यारे सदस्यों के लिए बड़ी खबर. पतंजलि ग्रुप में निवेश का अच्छा मौका. पतंजलि ग्रुप की कंपनी रुचि सोया इंडस्ट्रीज ने रिटेल इनवेस्टर्स के लिए फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) पेश किया है. यह इश्यू 28 मार्च, 2022 को बंद हो रहा है. यह प्रति शेयर 615 से 650 रुपये के प्राइस पर उपलब्ध है, जो मार्केट प्राइस से 30 फीसदी तक डिस्काउंट पर है. आप अपने बैंक/ब्रोकर/एएसबीए/यूपीआई के जरिए शेयर के लिए अप्लाई कर सकते हैं. “

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SEBI ने इस वजह से लिया सख्त एक्शन
सेबी ने पतंजलि को रुचि सोया में अपनी हिस्सेदारी घटाने के लिए 3 साल का समय दिया था. यह समय अब खत्म हो रहा है. इसीलिए रुचि सोया ने यह FPO पेश किया था. उसने इनवेस्टर्स को लुभाने के लिए एफपीओ में शेयर की कीमत उसके मार्केट प्राइस से 30 फीसदी कम रखी थी. रुचि सोया के एफपीओ में खरीदने की सलाह देने वाले SMS को लेकर सेबी नाराज हो गया.

हालांकि पतंजलि ग्रुप ने कहा है कि उसका इस SMS से कोई लेनादेना नहीं है. उसने एसएमएस जारी करने वालों के खिलाफ एक FIR भी फाइल की है. लेकिन, सेबी इससे संतुष्ट नहीं हुआ. उसने कंपनी को कहा कि वह इनवेस्टर्स को अपनी बोली रद्द करने के लिए उन्हें तीन का समय दे. पतंजलि को इस आदेश का पालन करना पड़ा.

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बाबा ने पहले भी कहा था- रुचि सोया में निवेश करो
रुचि सोया पहले भी चर्चा में रह चुकी है. पतंजलि समूह द्वारा इसका अधिग्रहण करने के बाद इसके शेयर का भाव सिर्फ 5 महीने में 8,750 फीसदी उछल गया था. मनीकंट्रोल की एक खबर के अनुसार, 2021 में बाबा रामदेव ने अपने योग शिविर में लोगों को रुचि सोया के शेयरों में निवेश करने को कहा था. इस पर भी SEBI ने बहुत नाराजगी जताई थी.

Tags: Baba ramdev, Patanjali Ruchi Soya, SEBI

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