पंजाब के 150 किसानों ने 5 साल से नहीं जलाई पराली, मिला पुरस्‍कार


चंडीगढ़. पंजाब में पराली की समस्या से निपटने के लिए राज्य सरकार कई कोशिशें कर रही है. इसी को लेकर सरकार ने उन किसानों को सम्‍मानित करने का भी वादा किया था जो खेतों में पराली नहीं जलाते हैं. 29 अक्‍टूबर को पंजाब सरकार और पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने राज्‍य के 150 किसानों को सम्‍मानित किया है, जिन्‍होंने पिछले पांच सालों से खेतों में पराली में आग नहीं लगाई है.

किसान विकास चेंबर मोहाली में आयोजित कार्यक्रम में पराली को आग न लगाकर पर्यावरण की रक्षा करने वाले किसानों को लेकर पंजाब विधान सभा स्‍पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि जब किसी गलत प्रथा को रोकने के लिए लोग आगे आएं तब उसका नतीजा निकलकर सामने आता है. समारोह में आए किसान वीरों ने यह साबित कर दिया कि बाबा नानक की शिक्षाओं पर चलकर भी खेती की जा सकती है. यह पंजाब के लिए अच्‍छा हो कि किसान पराली को आग ना लगाएं.

संधवां ने कहा कि फसलों के अवशेष को आग लगाने से मिट्टी की ऊपरी सतह पर मौजूद सूक्ष्म जीवों के साथ-साथ इसकी जैविक गुणवत्ता का भी नुकसान होता है. मित्र जीवों के नुकसान के कारण शत्रु कीटों का प्रकोप बढ़ता है और इसके नतीजे के तौर पर फसलों में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.

वहीं कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि यह खुशी की बात है कि किसान, पंजाब सरकार और अधिकारियों द्वारा दिए जा रहे संदेश को कबूल करते हुए पराली को आग लगाना छोड़ रहे हैं. उन्होंने बताया कि पंजाबी ऐसी कौम है जिसको हम प्यार से तो समझा सकते हैं लेकिन जबरदस्ती इनके साथ नहीं की जा सकती. उन्होंने बताया कि पराली को आग लगाने के कारण पैदा होने वाले धुएं का सबसे पहले नुकसान किसान भाइयों के अपने परिवारों और गांवों को पहुंचता है.

उन्होंने बताया कि प्रदूषण के कारण केवल फेफड़ों को नुकसान ही नहीं पहुंचता, बल्कि स्वास्थ्य की अन्य कई तरह की बीमारियां इंसान को प्रभावित करती हैं. उन्होंने इस बात की खुशी भी व्‍यक्‍तकी कि युवा पीढ़ी जागरूक हो रही है और पौधरोपण अभियान के अंतर्गत उनके द्वारा अब पौधे लगाने की मुहिम में बढ़-चढक़र हिस्सा लिया जा रहा है और पेड़ बड़ी मात्रा में लगाए जा रहे हैं. पंजाब में भी कई जगहों पर मिनी फॉरेस्‍ट लगाए जा रहे हैं.

Tags: Farmer, Farmers, Punjab Government, Stubble Burning



Source link

Enable Notifications OK No thanks