Gizmochina में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार इस साल की शुरुआत में शाओमी ने Apple को ग्लोबल शिपमेंट वॉल्यूम में पीछे छोड़ा था। हालांकि, यह बढ़त ज्यादा देर के लिए नहीं बनी रह पाई लेकिन शाओमी इस थोड़े से समय के लिए दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी ग्लोबल स्मार्टफोन मैन्यूफैक्चरर कंपनी बन गई।
इस घोषणा के पहले नवंबर में चीन के शाओमी ग्रुप के सीनियर वॉइस प्रेकंपनी के सीईओ ली जून ने घोषणा की है कि शाओमी स्मार्टफोन इंडस्ट्री के ग्लोबल लीडर्स की जगह लेना चाहती है और आने वाले तीन सालों में इसका दुनिया की नं. 1 स्मार्टफोन कंपनी बनने का लक्ष्य है। सिडेंट और Redmi के जनरल मैनेजर लू वीबनिंग ने इसी तरह की एक घोषणा की थी। उन्होंने Weibo पर कंपनी की भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था कि कंपनी के फाउंडर Lei Jun 2024 तक दुनियाभर में शाओमी स्मार्टफोन्स की सेल को नं. 1 पर लाना चाहते हैं। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कंपनी को पहले चाइनीज मार्केट में सेल को बढ़ाने पर फोकस करना होगा।
चीन में 70% स्मार्टफोन की बिक्री ऑफलाइन स्टोर्स से होती है। शाओमी अपने ब्रिक और मॉरटार आउटलेट्स की संख्या को अगले तीन साल में 30 हजार तक पहुंचाना चाहती है। लू वीबनिंग ने कहा कि कंपनी ग्लोबल लेवल पर स्मार्टफोन सेल्स में टॉप करना चाहती है इसलिए वह किसी एक ब्रांड (एप्पल) पर ही फोकस नहीं करेगी। कंपनी ऐसे प्रोडक्ट्स बनाएगी जो सभी टॉप ब्रांड्स को टक्कर दे सकें।
शाओमी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी के पायदान पर काफी समय से बनी हुई है। Samsung इस मामले में फिलहाल Apple और Xiaomi दोनों से ही बड़े अंतर से आगे है। अगर शाओमी दुनिया की नं.1 कंपनी बनने का लक्ष्य लेकर चली है तो वह सबसे पहले यूरोपियन मार्केट में अपनी पकड़ मजबूत करेगी जहां हाल ही में Samsung कमजोर पड़ती दिखाई दी थी। दूसरी तरफ यह कंपनी Huawei का मार्केट शेयर हासिल करने की भी कोशिश करेगी क्योंकि हुवावे पर अमेरिका ने चिप के लिए बैन लगाया हुआ है। अब आगे आने वाले सालों में यह देखना होगा कि शाओमी अपने इस लक्ष्य को तीन साल में पूरा कर पाती है या नहीं।
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