नई दिल्ली. हावड़ा-रांची शताब्दी एक्सप्रेस में सवार एक यात्री शाहनवाज अख्तर को मंगलवार को उस समय सुखद आश्चर्य हुआ जब ट्रेन में उन्हें इफ्तार की पेशकश की गई क्योंकि वह अपना रमजान का उपवास तोड़ने वाले थे. एक अधिकारी ने कहा कि आईआरसीटीसी हिंदू यात्रियों के लिए नवरात्रि के दौरान “उपवास भोजन” परोसता है, लेकिन रमजान के दौरान ऐसी कोई सेवा उपलब्ध नहीं है.
अख्तर ने ट्विटर पर लिखा, “#इफ्तार के लिए भारतीय रेलवे का धन्यवाद. जैसे ही मैं धनबाद में हावड़ा #शताब्दी में सवार हुआ, मुझे अपना नाश्ता मिला. मैंने पेंट्री मैन से चाय लाने का अनुरोध किया क्योंकि मैं उपवास कर रहा हूं. उसने पूछकर पुष्टि की, आपका रोजा है? मैंने हां में सिर हिलाया. बाद में कोई और इफ्तार लेकर आया.” इसके साथ ही उन्होंने ट्रेन में इफ्तार के लिए उन्हें परोसे जाने वाले भोजन की एक तस्वीर भी पोस्ट की.
आईआरसीटीसी के अधिकारियों ने कहा कि अख्तर के लिए भोजन की व्यवस्था ऑन-बोर्ड कैटरिंग मैनेजर ने व्यक्तिगत रूप से की थी. आईआरसीटीसी के ऑन-बोर्ड कैटरिंग सुपरवाइजर प्रकाश कुमार बेहरा ने पीटीआई को बताया, “कर्मचारी अपना रोजा तोड़ने के लिए तैयार था और यात्री उसी कोच में चढ़ गया. उन्होंने हमें बताया कि वह रोजा कर रहा है, इसलिए कर्मचारियों ने उनके साथ इफ्तार साझा किया. यह बुनियादी मानवता है.”
इसके लिए कर्मचारियों को ट्विटर पर काफी प्रशंसा मिली. यूजर्स ने यह भी बताया कि अख्तर को उस वक्त ट्रेन में मौजूद कर्मचारियों को धन्यवाद देना चाहिए, न कि रेलवे को.
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