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हाल ही में अपने एक बयान से इंटरनेट पर वायरल होने वाले नगालैंड के मंत्री तेमजेन इमना अलांग एक बार फिर चर्चाओं में हैं। इस बार उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कुछ ऐसा बोल दिया है जो सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल, विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर उन्होंने ट्वीट कर जनसंख्या नियंत्रण का विकल्प सुझाया है। उन्होंने कहा कि ‘आइये हम जनसंख्या वृद्धि के मुद्दों के प्रति समझदार हों और सीमित बच्चे पैदा करने के बारे में सोंचें।’ इस दौरान उन्होंने एक और विकल्प भी सुझाया।
असम के मंत्री तेमजेन इमना अलांग ने सुझाया विकल्प
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि या फिर मेरी तरह सिंगल रहकर हम जनसंख्या नियंत्रण के लिए एक स्थायी समाधान दे सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आइये सिंगल रहने के आंदोलन में शामिल होइये।
यूजर्स दे रहे फनी प्रतिक्रिया
असम सरकार के मंत्री के इस मजाकिया सुझाव को लोग खूब पसंद कर रहे हैं और उनका ट्वीट रीट्वीट कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा कि अब सिंगल रहने के लिए खुद को दोष नहीं देना पड़ेगा। वहीं, एक अन्य यूजर ने प्रतिक्रिया देते हुए उनके सेंस ऑफ ह्यूमर की तारीफ की। इतना ही नहीं, एक अन्य ने तो उन्हेंने सलमान खान के बाद मोस्ट एलिजिबल बेचलर तक करार दिया। वहीं, एक ने कहा कि फाइनली सिंगल बंदो का नेता मिल गया।
‘मैं भी खोज रहा हूं’
इससे एक दिन पहले उन्होंने गूगल पर उनके बारे में सर्च की जाने वाली बातों की एक सूची साझा की थी, जिसमें उनकी पत्नी के बारे में लोगों ने गूगल पर सबसे ज्यादा खोज की थी। सूची को साझा करते हुए उन्होंने लिखा था कि ‘मैं भी खोज रहा हूं।’ उनकी इस प्रतिक्रिया पर भी लोगों ने खूब टिप्पणी की थी।
छोटी आंखों के बताए थे फायदे
वहीं, अलांग ने छोटी आंखों को लेकर भी कुछ ऐसा कहा था, जिसका सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हुआ। इस वीडियो में वह छोटी आंख होने के फायदे बता रहे हैं। वहीं सुनने वाले भी जमकर तालियां बजा रहे हैं। अलांग इस समय नगालैंड भाजपा के अध्यक्ष भी हैं।
भाजपा नेता अलांग की सेंस ऑफ ह्यूमर की सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हो रही है। वीडियो में देखा जा सकता है कि वह किसी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान वह कहते हैं कि लोग कहते हैं कि पूर्वोत्तर वालों की आंखें बहुत छोटी होती हैं लेकिन छोटी आंखें होने के बावजूद हम सबकुछ साफ-साफ देख लेते हैं।
इसके बाद वह आगे कहते हैं कि आंखों के छोटा होने से इसमें बहुत ज्यादा गंदगी भी नहीं जाती है। मंत्री जी यहीं नहीं रुकते, वह आगे कहते हैं कि सिर्फ इतना ही नहीं आंखें छोटी होने के चलते जब कोई कार्यक्रम बहुत लंबा चल रहा होता है तो हम मंच पर सो भी जाते हैं और नींद पूरी कर लेते हैं।