दांव पर ‘संगरूर’: सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद उपचुनाव में कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर घिर सकती है AAP सरकार


स्वाति भान

चंडीगढ़: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या (Sidhu Moose Wala Murder Case) के बाद भगवंत मान सरकार कानून-व्यवस्था के मुद्दे को लेकर विपक्ष के निशाने पर है. विपक्ष के हमलों से निपटने के लिए अरविंद केजरीवाल समेत पार्टी के कई विधायक मोर्चा संभाले हुए हैं. वहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मानसा जिले के मूसा गांव पहुंचकर सिद्धू मूसेवाला के पिता से मुलाकात की और अपनी संवेदनाएं प्रकट की.

सीएम भगवंत मान के मूसा वाला के घर जाने से पहले आम आदमी पार्टी के विधायक गुरप्रीत सिंह को भारी विरोध का सामना करना पड़ा. सिद्धू मूसेवाला के गुस्साए समर्थकों ने एमएलए को घर में घुसने से रोक दिया और मुख्यमंत्री भगवंत मान व आप सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.

जिला प्रशासन के अधिकारियों और मूसा वाला के परिवार के बीच आखिरी मिनट की बातचीत के बाद गुस्साए प्रदर्शनकारी शांत हुए और सीएम भगवंत मान की यात्रा की अनुमति दी. सीएम का दौरा सुचारू रूप से चले, यह सुनिश्चित करने के लिए घर को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था.

‘पहले सुरक्षा छीनो और फिर हमदर्दी दिखाओ’

सिद्धू मूसेवाला के परिवार के साथ इस सीएम भगवंत मान मुलाकात को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है. शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर ने ट्विटर करते हुए कहा कि, पहले सुरक्षा छीनो, फिर शेखी बघारो और कातिलों को एक मां के मासूम बेटे की हत्या करने दें और फिर शोक संवेदनाएं देकर माता-पिता के दर्द का मजाक उड़ाएं.

पंजाब सरकार के मंत्रियों और विधायकों ने सिद्धू मूसेवाला के अंतिम संस्कार से दूर रहने का फैसला किया था. इसे लेकर भगवंत मान और आम आदमी पार्टी को कड़ी आलोचना हुई थी. सरकार पर न सिर्फ मूसेवाला की सिक्योरिटी कवर में कटौती करने के लिए बल्कि इस हत्याकांड की जांच को लेकर भी हमले किए जा रहे हैं.

जांच में देरी, अब तक हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं

जहां तक ​​जांच का सवाल है तो सरकार के फैसले इसमें ढिलाई देखने को मिली. पहले पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के सिटिंग जज के अधीन एक न्यायिक आयोग गठित करने का अनुरोध किया गया, लेकिन बाद में एसआईटी का गठन हुआ. आलोचना की गई कि एसआईटी कमजोर थी, तो सरकार ने इसका पुनर्गठन किया और अधिक वरिष्ठ अधिकारियों को इसमें शामिल किया.

सिद्धू मूसेवाला की हत्या पर शख्स का दावा, News18 को फोन कर बोला- मैंने खुद अपने हाथों से मारा

बहरहाल पंजाब पुलिस ने उन 8 हमलावरों में से अभी तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया है, जिन्होंने मूसेवाला और उसके सहयोगियों को ले जा रही कार पर फायरिंग की थी. इस केस में पुलिस टीम केवल एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने में सफल रही है जिसने कथित तौर पर हमलावरों को चोरी की कार मुहैया कराई थी.

सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की धीमी जांच को लेकर विपक्ष के आरोपों से सियासी पारा चढ़ गया है और भगवंत मान सरकार इससे बेचैनी महसूस कर रही है. दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि संगरूर लोकसभा सीट पर उपचुनाव नजदीक आ रहा है और विपक्ष सरकार को इस मुद्दे पर घेर सकता है. यहां आम आदमी पार्टी ने सरपंच गुरमेल सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित किया है.

मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा खाली की गई इस लोकसभा सीट पर फिर से जीत हासिल करना अचानक पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है.

Tags: Bhagwant Mann, Government of Punjab, Sidhu Moose Wala



Source link

Enable Notifications OK No thanks