Agnipath Recruitment Scheme: अगस्त से शुरू हो जाएगी सेना में भर्ती, 6.9 लाख तक का सालाना पैकेज, होंगी ये सुविधाएं


भारतीय सेनाओं में भर्ती के लिए केंद्र सरकार ने अग्निपथ भर्ती योजना (Agnipath Recruitment Scheme) लॉन्च कर दी है। इस योजना के अनुसार भारतीय सेनाओं में चार साल के लिए भर्ती की जाएगी और उन सैनिकों को ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। इस भर्ती के लिए ट्रेंनिंग भी दी जाएगी और चार सालों के बाद परफॉरमेंस के आधार पर कुछ सैनिकों को बरकरार रखा जाएगा और बाकी को रिटायर कर दिया जाएगा।

इस नई योजना का उद्देश्य तेजी से बढ़ रहे आर्मी, एयरफोर्स और नेवी में वेतन और पेंशन के खर्चे को कम करना है। जिन उम्मीदवारों ने पहले से परीक्षा दी है उनका रिजल्ट जारी नहीं किया जाएगा बल्कि उन्हें इस स्कीम के तहत दोबारा अप्लाई करना होगा। इस योजना से निकले सैनिकों को पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग और मंत्रालयों में नौकरी की प्राथमिकता दी जाएगी। आइए जानते हैं इस योजना के विषय में खास बातें।

कैसे होगी अग्नि वीरों की भर्ती? (How Agniveers Will Be Appointed?)
भारतीय सेना की अग्निपथ योजना के अनुसार 17 से 21 वर्षीय युवाओं को सेना में भर्ती का मौका दिया जाएगा। उन्हें 2 महीने से लेकर 6 महीने तक ट्रेनिंग दी जाएगी। इन अग्निवीरों के हाथ में हैंड हेल्ड टारगेट सिस्टम भी दिए जाएंगे और साथ ही जवानों को होलोग्राफिक्स, नाइट, फायर कंट्रोल सिस्टम से भी लैस किया जाएगा।

क्या है इस भर्ती की योग्यता? (What Is The Eligibility Criteria Of Agnipath?)

इस भर्ती की सबसे खास बात यह है कि पुरुष और महिला दोनों को ही सेना में सेवा देने का अवसर मिलेगा। इस भर्ती का हिस्सा बनने के लिए 17.5 वर्ष से 21 वर्ष के युवा योग्य माने जाएंगे। सभी इस बात का ध्यान रखें कि जो फिजिकल और मेडिकल स्टैंडर्ड वर्तमान समय में भारतीय सेना में भर्ती के लिए तय किए गए हैं उसी आधार पर अग्निवीर की भर्ती की जाएगी। सेना के नियमों और शर्तों के अनुसार 10वीं और 12वीं पास कर चुके युवा इस योजना का हिस्सा बन सकते हैं।

4 साल खत्म होने के बाद क्या होगा? (What Next After 4 Years?)
अग्निपथ योजना के तहत जो उम्मीदवार चुने जाएंगे उन्हें सेना में 4 साल तक अग्निवीर के रूप में अपनी सेवाएं देनी होगी। 4 साल के बाद अग्नि वीरों को सेना की नौकरी छोड़ देनी पड़ेगी। सेना की जरूरतों के अनुसार 25 फीसद सैनिकों को रेगुलर कैडर का हिस्सा बनाया जाएगा और बाकी सैनिकों को रिटायर कर दिया जाएगा। अग्निवीरों को 4 साल की नौकरी के बाद सेवा निधि पैकेज दिया जाएगा और सेना में 4 साल की सेवा पूरी करने के बाद करीब 11.7 लाख रुपये एकमुश्त ब्याज दिया जाएगा।

कितनी होगी सैलरी? (What Will Be The Salary of Agniveers?)

इस योजना के तहत अग्नि वीरों को सालाना 4.76 लाख रुपये सैलरी के रूप में दिया जाएगा। इन सैनिकों को हार्डशिप पैकेज और रिस्क पैकेज अलग से दिए जाएंगे। इसके साथ ही चौथे साल में सैलरी बढ़ाकर 6.92 लाख रुपये कर दी जाएगी। चार साल खत्म होने का बाद करीब 11.7 लाख रुपये एकमुश्त ब्याज दिया जाएगा।

क्या होगा जब हो जाएंगे हादसे का शिकार?

यदि कोई भी अग्निवीर 4 सालों के कार्यकाल के दौरान शहीद हो जाता है तो शहीद के पूरे परिवार को इंश्योरेंस प्रदान किया जाएगा। इसके साथ ही यदि कोई सैनिक इस सेवा के दौरान डिसेबल हो जाता है तो उसे 44 लाख तक की राशि और बाकी बची नौकरी का भी वेतन दिया जाएगा।

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