स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, बर्मिंघम
Published by: रोहित राज
Updated Sat, 19 Mar 2022 08:56 PM IST
सार
लक्ष्य की नजर अब फाइनल में इतिहास रचने पर होगी। वे इस टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी बनना चाहेंगे। उनसे पहले दो खिलाड़ियों ने पुरुष एकल में ऐसा किया है। प्रकाश पादुकोण 1980 और पुलेला गोपीचंद ने 2001 में चैंपियन बने थे।
लक्ष्य सेन
– फोटो : सोशल मीडिया
ख़बर सुनें
विस्तार
भारत के युवा शटलर लक्ष्य सेन ने ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में कमाल कर दिया। उन्होंने सेमीफाइनल में मलेशिया के ली जी जिया को हरा दिया। लक्ष्य ने डिफेंडिंग चैंपियन ली जी जिया को तीन गेम तक चले मुकाबले में हराया। उन्होंने यह मुकाबला 21-13, 12-21, 21-19 से अपने नाम किया। लक्ष्य और ली जी जिया के बीच यह मुकाबला 76 मिनट तक चला।
लक्ष्य की नजर अब फाइनल में इतिहास रचने पर होगी। वे इस टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी बनना चाहेंगे। उनसे पहले दो खिलाड़ियों ने पुरुष एकल में ऐसा किया है। प्रकाश पादुकोण 1980 और पुलेला गोपीचंद ने 2001 में चैंपियन बने थे।