पैदल चलने से हेल्थ को फायदा होने के साथ-साथ मौत का रिस्क भी होता है कम- स्टडी


Benefits of walking: आजकल के बिजी लाइफस्टाइल में अपनी सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. ज्यादातर लोग सेहत के लिए बहुत कुछ नहीं कर पाते हैं तो उनके लिए पैदल चलना सबसे सरल उपाय रहता है. क्योंकि इसके लिए आपको अपनी दिनचर्या से अलग से समय निकालने की जरूरत नहीं है. आप व्हीकल यूज करने की बजाय पैदल चलकर अपनी कैलोरी को बर्न कर सकते हैं. वैसे तो पैदल चलने को एक जर्नल एक्सरसाइज बताया गया है और उसके कई फायदे भी बताए जाते रहे हैं.

अब एक अमेरिकी यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स की अगुवाई वाली टीम ने विश्लेषणात्मक स्टडी (analytical study) में पाया है कि पैदल चलने से समय से पहले मौत यानी प्रीमैच्योर डेथ (premature death) का रिस्क कम होता है. यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट (University of Massachusetts Amherst) के साइंटिस्टों द्वारा की गई इस स्टडी का निष्कर्ष ‘लैंसेट पब्लिक हेल्थ जर्नल (Lancet Public Health Journal)’ में प्रकाशित किया गया है. ये विश्लेषण पब्लिक हेल्थ के लिए फिजिकल एक्टिविटी के फायदे को साक्ष्य आधारित संदेश देने के लिए किया गया है.

क्या कहते हैं जानकार
यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स एमहर्स्ट फिजिकल एक्टिविटी एपिडेमियोलॉजिस्ट अमांडा पालुच (Amanda Paluch) के अनुसार, कदमों की संख्या विभिन्न आयु वर्ग के लिए अलग-अलग है. दिलचस्प ये है कि पैदल चलने की गति से कदमों की संख्या का कोई संबंध नहीं पाया गया है. मतलब, ये कि आप कितना तेज चले या धीमे चले, उससे ज्यादा अहम है कि आप कितने कदम चले. या ये भी कि तेज या धीमी चाल से नहीं, बल्कि कदमों की संख्या से मौत का रिस्क कम होता है.

यह भी पढ़ें-
घर के अंदर का प्रदूषण भी कम कर सकते हैं पौधे, ब्रिटेन के वैज्ञानिकों का दावा

पालुच उन रिसर्चर्स में शामिल थीं, जिन्होंने साक्ष्य आधारित ऐसी फिजिकल एक्टिविटी करने की सिफारिश में मदद की थी, जो सामान्य हो और आसानी से की जाने वाली एक्टिविटी हो. इसमें पैदल चलना एक अच्छी फिजिकल एक्टिविटी है. इसे ट्रैक करना भी काफी आसान है और इसमें कई फिटनेस ट्रैकिंग डिवाइस भी मददगार हो सकते हैं.

कैसे हुई स्टडी
रिसर्च टीम ने 15 सालों की स्टडी के आधार पर इकट्ठा किए गए साक्ष्यों को मिलाकर 18 साल से ऊपर के लोगों पर रोजाना पैदल चलने के प्रभाव की पड़ताल की. इसके लिए करीब 50 हजार प्रतिभागियों को उनकी उम्र और पैदल चलने के आधार पर चार ग्रुप्स में बांटा गया. इसमें औसतन 3500 कदम चलने वाला वाल सबसे कम चलने वाला ग्रुप था. दूसरा ग्रुप 5800 कदम चलने वाल था, तीसरा 7800 कदम और चौथा 10900 कदम औसतन रोजाना चलने वाला ग्रुप था.

यह भी पढ़ें-
गर्मियों के मौसम में बदल लें अपनी फूड हैबिट्स, जानें क्या कहते हैं जानकार

स्टडी में क्या निकला
स्टडी में पाया गया कि तीन ज्यादा कदम चलने वाले ग्रुप्स में मौत का रिस्क न्यूनतम चलने वालों की तुलना में 40 से 53 प्रतिशत कम था. इसमें अहम बात ये देखने में आई कि न्यूनतम कदम चलने वाले ग्रुप के लोग थोड़ी सी वृद्धि करके अच्छा लाभ पा सकते हैं.

Tags: Health, Health News, Lifestyle

image Source

Enable Notifications OK No thanks