Amarnath Yatra 2022: दोपहर 3.30 बजे के बाद घाटी में अमरनाथ यात्रियों को प्रवेश नहीं, सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने लगाई पाबंदी 


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अमरनाथ यात्रियों के लिए सड़क मार्ग से कश्मीर घाटी में प्रवेश को लेकर समय सीमा निर्धारित कर दी गई है। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर चंद्रकोट मार्ग से दोपहर 1.30 और बनिहाल-काजीगुंड टनल के रास्ते 3.30 बजे के बाद किसी भी अमरनाथ यात्री को घाटी में प्रवेश नहीं मिलेगा। यह व्यवस्था सुरक्षा कारणों से की गई है।

यात्रियों को लेकर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए

एसएसपी रामबन मोहिता शर्मा ने कहा कि कई अमरनाथ यात्रा खुद को पर्यटक बताकर कश्मीर घाटी जा रहे हैं जबकि यात्रियों को लेकर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखकर समय सीमा को निर्धारित किया गया है। एसएसपी ने कहा कि अमरनाथ यात्रियों के लिए पंजीकरण जरूरी है।

कार्ड न होने पर घाटी जाने की अनुमति नहीं 

उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन कार्ड (आरएफआईडी) जारी किया जा रहा है। जिस यात्री के पास यह कार्ड नहीं होगा, निर्धारित समय के बाद घाटी जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि सामान्य वाहनों की आवाजाही पर यह पाबंदी लागू नहीं होगी। स्थानीय आवाजाही से जुड़े वाहनों को भी जांच के बाद जाने दिया जाएगा।

पहलगाम से तड़के पांच बजे निकलना होगा

उधर पहलगाम में पुलिस ने कहा है कि यहां से श्रीनगर लौटने वाले वाहनों को पहलगाम से दोपहर दो बजे निकलना होगा और शाम चार बजे तक पहुंचना होगा। वहीं यात्रियों को पहलगाम से चंदनबाड़ी के लिए तड़के पांच से सुबह आठ बजे तक चलना होगा। होटलों और गेस्ट हाउस संचालक सुनिश्चित करेंगे कि पर्यटक और उनके ग्राहक निर्धारित शेड्यूल से आवाजाही करें।

पर्यटक और अतिथि दोपहर 1.30 बजे चेक आउट होंगे

पहलगाम से श्रीनगर की ओर जाने वाले वाहनों को दोपहर दो बजे तक लगनबल पुल लांघना होगा। अरू घाटी जाने वाले पर्यटकों को दोपहर एक बजे से पहले वापस आना होगा। दोपहर 12.30 बजे के बाद बेताब घाटी पर्यटकों के लिए रोजाना बंद रहेगी। पहलगाम में सभी होटलों से पर्यटक और अतिथि दोपहर 1.30 बजे चेक आउट होंगे।

विस्तार

अमरनाथ यात्रियों के लिए सड़क मार्ग से कश्मीर घाटी में प्रवेश को लेकर समय सीमा निर्धारित कर दी गई है। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर चंद्रकोट मार्ग से दोपहर 1.30 और बनिहाल-काजीगुंड टनल के रास्ते 3.30 बजे के बाद किसी भी अमरनाथ यात्री को घाटी में प्रवेश नहीं मिलेगा। यह व्यवस्था सुरक्षा कारणों से की गई है।

यात्रियों को लेकर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए

एसएसपी रामबन मोहिता शर्मा ने कहा कि कई अमरनाथ यात्रा खुद को पर्यटक बताकर कश्मीर घाटी जा रहे हैं जबकि यात्रियों को लेकर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखकर समय सीमा को निर्धारित किया गया है। एसएसपी ने कहा कि अमरनाथ यात्रियों के लिए पंजीकरण जरूरी है।

कार्ड न होने पर घाटी जाने की अनुमति नहीं 

उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन कार्ड (आरएफआईडी) जारी किया जा रहा है। जिस यात्री के पास यह कार्ड नहीं होगा, निर्धारित समय के बाद घाटी जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि सामान्य वाहनों की आवाजाही पर यह पाबंदी लागू नहीं होगी। स्थानीय आवाजाही से जुड़े वाहनों को भी जांच के बाद जाने दिया जाएगा।

पहलगाम से तड़के पांच बजे निकलना होगा

उधर पहलगाम में पुलिस ने कहा है कि यहां से श्रीनगर लौटने वाले वाहनों को पहलगाम से दोपहर दो बजे निकलना होगा और शाम चार बजे तक पहुंचना होगा। वहीं यात्रियों को पहलगाम से चंदनबाड़ी के लिए तड़के पांच से सुबह आठ बजे तक चलना होगा। होटलों और गेस्ट हाउस संचालक सुनिश्चित करेंगे कि पर्यटक और उनके ग्राहक निर्धारित शेड्यूल से आवाजाही करें।

पर्यटक और अतिथि दोपहर 1.30 बजे चेक आउट होंगे

पहलगाम से श्रीनगर की ओर जाने वाले वाहनों को दोपहर दो बजे तक लगनबल पुल लांघना होगा। अरू घाटी जाने वाले पर्यटकों को दोपहर एक बजे से पहले वापस आना होगा। दोपहर 12.30 बजे के बाद बेताब घाटी पर्यटकों के लिए रोजाना बंद रहेगी। पहलगाम में सभी होटलों से पर्यटक और अतिथि दोपहर 1.30 बजे चेक आउट होंगे।



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