गजब कर दिया भाई ने! अपना खोया बैग ढूंढ़ने को IndiGo की वेबसाइट ही हैक कर ली


नई दिल्‍ली. अगर आपका सामान फ्लाइट में गुम हो जाए तो आप क्‍या करोगे? एयरलाइन के कस्‍टमर केयर पर फोन करोगे या फिर एयरलाइन की वेबसाइट पर जाकर शिकायत दर्ज कराओगे. और फिर वेट करोगे की एयरलाइन आपको आपके खोये सामान की जानकारी देगा. लेकिन, नंदन कुमार नामक एक यात्री ने इंडिगो फ्लाइट में खोया अपना बैग पाने का दूसरा ही तरीका निकाला.

नंदन कुमार ने इंडिगो की वेबसाइट (IndiGo airline Website) ही अपना बैग पाने के लिए हैक कर ली. हालांकि, नंदन कुमार का कहना है कि उन्‍होंने ऐसा जानबूझकर नहीं, अनजाने में किया. वहीं नंदन कुमार ने इंडिगो एयरलाइन (IndiGo airline) को भी उनकी वेबसाइट में मौजूद लूपहोल्‍स के बारे में तो बताया ही है, साथ ही कस्‍टमर के साथ अपना व्‍यवहार भी सुधारने की नसीहत भी ट्विटर पर दे डाली.

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यह था पूरा मामला

नंदन कुमार नाम यात्री ने ट्विटर पर इस पूरे वाक्‍ये को बताया है. नंदन के मुताबिक़ वो रविवार को इंडिगो की फ्लाइट (Indigo flight) 6E-185 में सवार होकर पटना से बेंगलुरु जा रहा था. सफ़र के बीच उनका बैग एक दूसरे यात्री के बैग से बदल गया. नंदन का कहना है कि यह एक सामान्‍य भूल थी, क्‍योंकि दोनों ही बैग एक ही रंग के थे और दिखने में भी लगभग एक जैसे ही थे. जब वो अपने घर पहुंचे, उनकी पत्नी ने बताया कि ये बैग हमारा नहीं है.

इसके बाद नंदन ने इंडिगो कस्‍टमर केयर (Indigo Customer Care) से बात करने की कोशिश की. काफी इंतजार के बाद उनकी बात कस्‍टमर केयर एजेंट से तो हुई पर इसका कोई फायदा नहीं हुआ. क्‍योंकि, कस्‍टमर केयर एजेंट ने नंदन को उस यात्री का कांटेक्‍ट नंबर देने से मना कर दिया, जिसके साथ उनका बैग बदला था. इसकी वजह प्राइवेसी और डेटा की सुरक्षा बताई गई. कस्‍टमर केयर ने भरोसा दिलाया की वे दूसरे यात्री से बात करके नंदन को कॉल करेंगे. लेकिन अगले दिन तक कॉल नहीं आई.

ऐसे हैक की वेबसाइट

नंदन ने यात्री के बैग के टैग पर लिखे PNR से उसका पता और मोबाइल नंबर इंडिगो की वेबसाइट पर खोजना शुरू किया. पर सफलता नहीं मिली. नंदन ने ट्वीट (Tweet) में लिखा की- “मैंने अपने कंप्यूटर के कीबोर्ड पर F12 दबाया और इंडिगो की वेबसाइट का डेवलपर कंसोल खुल गया. जहां नेटवर्क के लॉग रिकॉर्ड के साथ-साथ पूरा चेक-इन डेटा दिख रहा था. नेटवर्क उस यात्री का का फ़ोन नंबर और ईमेल आईडी भी थी, जिससे मेरा बैग बदला था. ये मेरे लिए एक छोटे-मोटे हैकर जैसा एहसास था.” नंदन ने आगे ट्वीट में लिखा है कि उन्‍होंने उस यात्री को फोन किया जिसके साथ उनका बैग बदल गया था. वह उनके घर से 6-7 किलोमीटर की दूरी पर ही रहता था. फिर दोनों ने एक जगह मिलकर बैग बदल लिए.

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इंडिगो को नसीहत-अपना रवैया सुधारें

नंदन ने ट्विटर (Twitter) पर इंडिगो एयरलाइन को कुछ नसीहत भी दी. उन्‍होंने लिखा- “अपना इंटेरैक्टिव वॉइस रेस्पॉन्स ठीक करें, उसे यूजर्स फ्रैंडली बनाएं. अपनी कस्टमर केयर सर्विस को प्रतिक्रियाशील के बजाय सक्रिय बनाएं. आपकी वेबसाइट से डेटा लीक होता है,  इसे जल्‍द सुधारें.” वहीं, इंडिगो ने भी नंदन को हुई परेशानी के लिए क्षमा मांगते हुए ट्विटर पर जवाब दिया की अब उनकी वेबसाइट में कोई सिक्‍योरिटी खामियां नहीं रहेंगी.

Tags: Air Lines, Indigo

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