बेंगलुरूः कर्नाटक में हिजाब विवाद (Hijab controversy) के बीच सत्ताधारी भाजपा के एक विधायक ने मदरसों को लेकर विवादित बयान दिया है. होन्नाली से विधायक एमपी रेणुकाचार्य (BJP MLA Renukacharya) ने आरोप लगाया है कि मदरसों में देशविरोधी पाठ पढ़ाए जाते हैं, ऐसे में उन्हें बंद कर दिया जाना चाहिए. उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और शिक्षा मंत्री बीसी नागेश से मांग की कि राज्य में चल रहे मदरसों पर बैन (Madarsa ban) लगाया जाए या फिर उन्हें वो सिलेबस पढ़ाने के लिए कहा जाए जो दूसरे स्कूल पढ़ाते हैं.
सीएम के राजनीतिक सचिव हैं रेणुकाचार्य
मुख्यमंत्री बोम्मई के राजनीतिक सचिव रेणुकाचार्य हिजाब मामले पर कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ बुलाए गए बंद को लेकर जमकर बरसे. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उन्होंने कहा कि हिजाब मामले पर कुछ राष्ट्रविरोधी संगठनों ने कर्नाटक बंद बुलाया है. क्या सरकार इसे बर्दाश्त कर सकती है? क्या ये पाकिस्तान है, बांग्लादेश है या फिर कोई इस्लामिक देश है? हम इसे सहन नहीं करेंगे. कांग्रेस नेताओं ने इस बंद का विधानसभा में बचाव किया है.
I request the CM and Education Minister to ban madrasas. Don’t we have other schools where Hindu and Christian students study? You teach anti-national lessons here. They should be banned or made to teach the syllabus what we teach in other schools: MP Renukacharya pic.twitter.com/QWQVb2vUPA
— ANI (@ANI) March 26, 2022
कांग्रेस पर लगाया हिजाब विवाद को तूल देने का आरोप
रेणुकाचार्य ने कांग्रेस पार्टी पर हिजाब मामले को तूल देने और वोट बैंक की राजनीति करने का भी आरोप लगाया. एएनआई के मुताबिक, रेणुकाचार्य ने कहा कि मैं कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहता हूं कि हिजाब का विवाद पैदा किसने किया. क्या आपके लिए वोट बैंक ज्यादा जरूरी है? मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि मदरसों की जरूरत ही क्या है. मदरसों में किस चीज को बढ़ावा दिया जाता है? वे मासूम बच्चों को उकसाते हैं. कल को वो आपके देश के खिलाफ बोलेंगे, लेकिन कभी भी भारत माता की जय नहीं बोलेंगे.
हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ बुलाया है बंद
याद दिला दें कि हिजाब विवाद कर्नाटक से ही शुरू हुआ था, जहां कुछ लड़कियों को हिजाब पहनकर स्कूल आने से रोक दिया गया था. बाद में तूल पकड़ने के बाद यह मामला हाईकोर्ट तक पहुंचा था, जिसने 15 मार्च को अपने फैसले में लड़कियों की उस मांग को ठुकरा दिया था, जिसमें उन्होंने हिजाब पहनकर स्कूल आने की छूट मांगी थी. कोर्ट का कहना था कि इस्लाम में हिजाब कोई अनिवार्य धार्मिक परंपरा नहीं है, ऐसे में स्कूली नियमों में इसकी छूट नहीं दी जा सकती.
पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
बीजेपी विधायक रेणुकाचार्य इससे पहले भी विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहे हैं. हिजाब मामले को लेकर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के उस ट्वीट पर रेणुकाचार्य ने पलटवार करते हुए आपत्तिजनक बात कह दी थी, जिसमें प्रियंका ने कहा था कि चाहे बिकनी हो, घूंघट हो, जींस हो या हिजाब, यह तय करने का अधिकार महिला को है कि वह क्या पहनना चाहती है. इस पर रेणुकाचार्य ने कहा था कि कांग्रेस महासचिव का बिकनी जैसे शब्द का प्रयोग करना घटिया बयान है. आज बलात्कार बढ़ने की एक वजह महिलाएं भी हैं क्योंकि पुरुषों को उकसाया जाता है. यह सही नहीं है.
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