अर्पिता मुखर्जी की काली डायरी बनेगी ईडी के लिए ब्रह्मास्त्र? छिपे हो सकते हैं शिक्षक भर्ती घोटाले के राज़


कोलकाता. पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री और करोड़ों रुपये के पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) भर्ती घोटाले के आरोपी पार्थ चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर से करोड़ों रुपए के साथ जब्त एक काली डायरी चर्चा का विषय बना हुआ है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का अनुमान है कि इस डायरी में शिक्षक भर्ती घोटाले के कई राज़ छिपे हो सकते हैं. गौरतलब है कि अर्पिता मुखर्जी के दो फ्लैट से ईडी ने भारी मात्रा में आभूषण और विदेशी मुद्रा के अलावा 50 करोड़ रुपये नकद जब्त किए थे.

ईडी सूत्रों से मिला जानकारी के अनुसार इस डायरी में जरूरी सीरियल नंबर दर्ज हैं जिनके बारे में न तो अर्पिता कुछ कह रही हैं न ही पार्थ मुंह खोलने को तैयार हैं. जांच एजेंसी को अब तक समझ नहीं आ रहा है कि ये सीरियल नंबर क्या और क्यों हैं? ईडी को इस डायरी से और भी कुछ अहम जानकारियां मिली हैं. इस डायरी में की एडमिट कार्ड नंबर और साथ में नाम लिखे हैं, जिसके बारे में अधिकारियों का मानना है कि ये उन्हीं लोगों के नंबर हो सकते हैं जिन्होंने नौकरी के लिए पैसे दिये हैं.

इतना ही नहीं, इस डायरी में कई लोगों के फोन नंबर और नाम भी हैं जिसे देखकर ईडी को अंदाज़ा है कि ये सिफ़ारिश करने वालों के या दलालों के नंबर हो सकते हैं. इसीलिए ये डायरी ईडी के लिए बेहद खास मानी जा रही है और अनुमान लगाया जा रहा है कि ये केंद्रीय एजेंसी के ब्रह्मास्त्र बन सकती है. ऐसी ही एक डायरी शारदा घोटाले की जांच के दौरान भी ईडी के हाथ लगी थी, जिसके बाद कई खुलासे हुए थे.

पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता के बैंक खाते फ्रीज करने में जुटी ईडी
दूसरी ओर, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के निलंबित नेता पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के कम से कम तीन बैंक खातों से लेनदेन पर रोक लगाने (खाता फ्रीज करना) की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसमें जांच एजेंसी को कम से कम दो करोड़ रुपये मिले हैं. एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि मुखर्जी की कई ‘फर्जी कंपनियों’ के बैंक खाते भी ईडी की जांच के दायरे में हैं.

Tags: Enforcement directorate, Kolkata, TMC, West bengal



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