एश्ले बार्टी: क्रिकेट से लेकर गोल्फ तक में छोड़ी छाप, टेनिस में बनीं नंबर वन, अब 25 साल की उम्र में ले लिया संन्यास


स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Rajeev Rai
Updated Wed, 23 Mar 2022 11:01 AM IST

सार

ऑस्ट्रेलिया की युवा टेनिस स्टार एश्ले बार्टी ने संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया है। विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज बार्टी ने महज 25 साल की उम्र में ही उन्होंने टेनिस की दुनिया में अपनी बादशाहत कायम करने के बाद शीर्ष पर पहुंचकर इसे अलविदा कह दिया।

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ऑस्ट्रेलिया की युवा टेनिस स्टार एश्ले बार्टी ने संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया है। विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज बार्टी ने महज 25 साल की उम्र में ही उन्होंने टेनिस की दुनिया में अपनी बादशाहत कायम करने के बाद शीर्ष पर पहुंचकर इसे अलविदा कह दिया। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने इसके पिछले कोई ठोस कारण नहीं बताया लेकिन अपने फैसले को बताते हुए वह भावुक हो गईं। हालांकि उन्होंने इस बात के संकेत दिए हैं कि वह अब अपने दूसरे सपने पूरे करेंगी। 

बार्टी बहुमुखी प्रतिभा की धनी रही हैं। टेनिस की दुनिया में झंडे गाड़ने वाली ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी का कई खेलों से नाता रहा है। वह टेनिस से पहले गोल्फ टूर्नामेंट भी जीत चुकी हैं और इसके अलावा क्रिकेट में भी अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित कर चुकी हैं। वह एक ऐसी खिलाड़ी रही हैं जिसने हर जगह अपनी छाप छोड़ी है। टेनिस की दुनिया में उन्होंने बुलंदियों को छुआ और दोबारा वापसी के बाद अपना परचम लहराया। उन्होंने अपने छोटे से टेनिस करियर में कई कीर्तिमान और रिकॉर्ड बनाए। 

टेनिस में कायम की बादशाहत
बार्टी के टेनिस करियर की बात करें तो उन्होंने यहां दोबारा वापसी करते हुए तीन ग्रैंड स्लैम जीते। सबसे पहले 2019 में फ्रेंच ओपन अपने नाम किया था। इसके बाद उन्होंने 2021 में विम्बलडन और इसी साल 2022 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का ख़िताब जीता। यूएस ओपन में बार्टी दो बार (2018, 2019) चौथे राउंड से बाहर हुई थीं। वह महिला रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने वाली सिर्फ दूसरी ऑस्ट्रेलियाई हैं। बार्टी ने अपने छोटे से करियर में 15 एकल और 12 युगल खिताब जीते। वह लगातार 114 हफ्ते तक शीर्ष खिलाड़ी बनी रहीं। 

टेनिस छोड़ बन गई थीं क्रिकेटर  
बार्टी ने चार साल की उम्र से टेनिस खेलना शुरू कर दिया था और 18 साल की उम्र में वह युगल रैंकिंग में 40 और एकल में 216 पर थीं। उन्होंने इस दौरान कई जूनियर खिताब भी जीते।1996 में क्वींसलैंड में जन्मी बार्टी 15 साल में 2011 में जूनियर विंबलडन चैंपियन बनीं। टेनिस से बेहद प्यार करने वाली बार्टी ने तब 2014 में यूएस ओपन के पहले ही दौर में बाहर होने के बाद इस खेल से ब्रेक लेने का एलान कर 2015 में बल्ला थाम लिया था। उन्होंने टेनिस खेलना तो दूर इसे देखना और इसके बारे में बात करना भी बंद कर दिया था। उन्होंने 2015 में ऑलराउंउर के रूप में महिला बिग बैश में ब्रिसबेन हीट के लिए नौ और क्वींसलैंड वूमेन के लिए एक मैच खेला। 

20 साल की उम्र में दोबारा टेनिस कोर्ट में उतरीं
बार्टी ने एक क्रिकेट खेलने के बाद 2016 में फिर से पेशेवर टेनिस में वापसी की। इस बार उन्होंने दुनियाभर में अपने खेल का लोहा मनवाया। उन्होंने पहले ही साल में पांच में से तीन टूर्नामेंट जीते। इसके बाद 2019 में वह डब्ल्यूटीए रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज हुईं। 

विस्तार

ऑस्ट्रेलिया की युवा टेनिस स्टार एश्ले बार्टी ने संन्यास लेकर सभी को चौंका दिया है। विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज बार्टी ने महज 25 साल की उम्र में ही उन्होंने टेनिस की दुनिया में अपनी बादशाहत कायम करने के बाद शीर्ष पर पहुंचकर इसे अलविदा कह दिया। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने इसके पिछले कोई ठोस कारण नहीं बताया लेकिन अपने फैसले को बताते हुए वह भावुक हो गईं। हालांकि उन्होंने इस बात के संकेत दिए हैं कि वह अब अपने दूसरे सपने पूरे करेंगी। 

बार्टी बहुमुखी प्रतिभा की धनी रही हैं। टेनिस की दुनिया में झंडे गाड़ने वाली ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी का कई खेलों से नाता रहा है। वह टेनिस से पहले गोल्फ टूर्नामेंट भी जीत चुकी हैं और इसके अलावा क्रिकेट में भी अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित कर चुकी हैं। वह एक ऐसी खिलाड़ी रही हैं जिसने हर जगह अपनी छाप छोड़ी है। टेनिस की दुनिया में उन्होंने बुलंदियों को छुआ और दोबारा वापसी के बाद अपना परचम लहराया। उन्होंने अपने छोटे से टेनिस करियर में कई कीर्तिमान और रिकॉर्ड बनाए। 

टेनिस में कायम की बादशाहत

बार्टी के टेनिस करियर की बात करें तो उन्होंने यहां दोबारा वापसी करते हुए तीन ग्रैंड स्लैम जीते। सबसे पहले 2019 में फ्रेंच ओपन अपने नाम किया था। इसके बाद उन्होंने 2021 में विम्बलडन और इसी साल 2022 में ऑस्ट्रेलियन ओपन का ख़िताब जीता। यूएस ओपन में बार्टी दो बार (2018, 2019) चौथे राउंड से बाहर हुई थीं। वह महिला रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचने वाली सिर्फ दूसरी ऑस्ट्रेलियाई हैं। बार्टी ने अपने छोटे से करियर में 15 एकल और 12 युगल खिताब जीते। वह लगातार 114 हफ्ते तक शीर्ष खिलाड़ी बनी रहीं। 

टेनिस छोड़ बन गई थीं क्रिकेटर  

बार्टी ने चार साल की उम्र से टेनिस खेलना शुरू कर दिया था और 18 साल की उम्र में वह युगल रैंकिंग में 40 और एकल में 216 पर थीं। उन्होंने इस दौरान कई जूनियर खिताब भी जीते।1996 में क्वींसलैंड में जन्मी बार्टी 15 साल में 2011 में जूनियर विंबलडन चैंपियन बनीं। टेनिस से बेहद प्यार करने वाली बार्टी ने तब 2014 में यूएस ओपन के पहले ही दौर में बाहर होने के बाद इस खेल से ब्रेक लेने का एलान कर 2015 में बल्ला थाम लिया था। उन्होंने टेनिस खेलना तो दूर इसे देखना और इसके बारे में बात करना भी बंद कर दिया था। उन्होंने 2015 में ऑलराउंउर के रूप में महिला बिग बैश में ब्रिसबेन हीट के लिए नौ और क्वींसलैंड वूमेन के लिए एक मैच खेला। 

20 साल की उम्र में दोबारा टेनिस कोर्ट में उतरीं

बार्टी ने एक क्रिकेट खेलने के बाद 2016 में फिर से पेशेवर टेनिस में वापसी की। इस बार उन्होंने दुनियाभर में अपने खेल का लोहा मनवाया। उन्होंने पहले ही साल में पांच में से तीन टूर्नामेंट जीते। इसके बाद 2019 में वह डब्ल्यूटीए रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज हुईं। 



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