Assam Floods : असम में बाढ़ की वजह से 55 लाख लोग प्रभावित, अब तक 101 लोगों ने गंवाई जान


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असम में ब्रह्मपुत्र और बराक नदियों के जलस्तर बढ़ने से नये इलाके भी जलमग्न हो रहे हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक बाढ़ की वजह से और 12 लोगों की मौत होने की सूचना है। अब तक राज्य के 32 जिलों के 55 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक मई के मध्य से अब तक बाढ़ की वजह से 89 लोगों की जान चली गई है। 

जानकारी के मुताबिक, बुधवार को होजई में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि बारपेटा और नालबारी में तीन-तीन लोगों ने अपनी जान गंवा दी। वहीं कमरूप में दो लोगों की मौत की सूचना मिली है। प्रदेश में बुधवार को दर्ज हुई इन मौतों के बाद अब बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 101 हो गई है। 

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने नगांव तक ट्रेन से यात्रा कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। उन्होंने कुछ राहत शिविरों का भी दौर किया। नगांव में सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार यहां 4,57,381 लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, 15,188 लोगों ने 147 राहत शिविरों में शरण ले रखी है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा, चापरमुख और कामपुर क्षेत्रों का दौरा किया और नजदीक से हालात का जायजा लिया। बराक घाटी के तीन जिलों- कछार, करीमगंज और हैलाकांदी हालात ज्यादा खराब हैं। 

असम में ब्रह्मपुत्र और बराक नदियों के जलस्तर बढ़ने से नये इलाके भी जलमग्न हो रहे हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक बाढ़ की वजह से और 12 लोगों की मौत होने की सूचना है। अब तक राज्य के 32 जिलों के 55 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक मई के मध्य से अब तक बाढ़ की वजह से 89 लोगों की जान चली गई है। 

जानकारी के मुताबिक, बुधवार को होजई में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि बारपेटा और नालबारी में तीन-तीन लोगों ने अपनी जान गंवा दी। वहीं कमरूप में दो लोगों की मौत की सूचना मिली है। प्रदेश में बुधवार को दर्ज हुई इन मौतों के बाद अब बाढ़ और भूस्खलन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 101 हो गई है। 

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने नगांव तक ट्रेन से यात्रा कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। उन्होंने कुछ राहत शिविरों का भी दौर किया। नगांव में सबसे ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार यहां 4,57,381 लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, 15,188 लोगों ने 147 राहत शिविरों में शरण ले रखी है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट में कहा, चापरमुख और कामपुर क्षेत्रों का दौरा किया और नजदीक से हालात का जायजा लिया। बराक घाटी के तीन जिलों- कछार, करीमगंज और हैलाकांदी हालात ज्यादा खराब हैं। 



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