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कोरोना वायरस एक बार फिर से धीरे-धीरे अपने पैर पसार रहा है। लेकिन अब दुनिया में इससे लड़ने के लिए कई वैक्सीन उपलब्ध हैं, जो कि वायरस पर असरदार हैं। इस सूची में जल्द ही एक और वैक्सीन का नाम जुड़ सकता है। यह एक नाक से दी जाने वाली (नेजल वैक्सीन) होगी।
वैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक डॉ. कृष्णा एला ने शनिवार (स्थानीय समय) को कहा कि हमने नेजल वैक्सीन का तीसरे चरण का परीक्षण पूरा कर लिया है। कंपनी अगले महीने अपना डाटा ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) के पास जमा करेगी।
डॉ. कृष्णा ने आगे कहा कि हमने अभी परीक्षण पूरा किया है, अभी इसके डाटा का विश्लेषण किया जा रहा है। अगले महीने, हम नियामक एजेंसी को डाटा उपलब्ध करा देंगे। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो हमें उम्मीद है कि अनुमति मिल जाएगी। इसके बाद इस नई नेजल वैक्सीन को बाजार में उतारा जाएगा। यह दुनिया की पहली क्लीनिकल रूप से प्रमाणित नेजल कोरोना वैक्सीन होगी।
कृष्णा पेरिस में वाइवा टेक्नोलॉजी 2022 में भाग लेने पहुंचे थे, यहां उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जिन लोगों ने वैक्सीन की दूसरी डोज ले ली है, उन्हें अब बूस्टर डोज जरूर लेनी चाहिए। भारत के ड्रग कंट्रोलर ने इस साल जनवरी में भारत बायोटेक को नेजल कोरोना वैक्सीन पर तीसरे स्टैंडअलोन चरण परीक्षण करने की अनुमति दी थी।
उन्होंने कहा कि टीके की बूस्टर खुराक प्रतिरक्षा देती है। मैं हमेशा कहता हूं कि बूस्टर खुराक टीकाकरण कर रहे हरेक शख्स के लिए एक चमत्कारिक खुराक की तरह है। यहां तक कि बच्चों के मामले में पहली और दूसरी खुराक प्रतिरक्षा देते हैं, लेकिन तीसरी खुराक उनसे भी कहीं अधिक असरदार होती है और प्रतिरक्षा क्षमता प्रदान करती है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वयस्कों के लिए भी तीसरी खुराक बहुत महत्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना को 100 प्रतिशत समाप्त नहीं किया जा सकता है। यह रहेगा और हमें इसके साथ रहना होगा और इससे बचना होगा और अधिक समझदारी से इसे नियंत्रित करना होगा।