दिल्ली मेट्रो के ट्रैक डिजाइन में बड़ा बदलाव, अब इन इलाकों में नहीं होगी कंपन की दिक्कत


नई दिल्ली. दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) फेज चार सेवा शुरू करने से पहले ट्रेन ट्रैक (Train Track) में बड़ा बदलाव करने जा रही है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) अब भूमिगत लाइन पर कंपन का आकलन करने के लिए ट्रैक डिजाइन में बदलाव करेगी. आपको बता दें कि दिल्ली मेट्रो से सटे स्कूल, कॉलेज, अस्पतालों और बहुमंजिला इमारतों में कंपन की लगातार शिकायतें मिल रही थीं. इसके बाद ही डीएमआरसी ने फेज-4 मेट्रो लाइन पर अब इसमें सुधार करने का फैसला किया है. 65 किलोमीटर लंबे फेज- 4 में 29. 2 किलोमीटर भूमिगत कॉरिडोर शामिल है.

गौरतलब है कि दिल्ली मेट्रो को साकेत, बेगमपुर, शाहबाद मोहम्मदपुर, सर्वप्रिया विहार, दिल्ली गेट, मयूर विहार फेज वन के अलावा लुटियन दिल्ली के कई इलाकों से ट्रेन गुजरने के दौरान कंपन की शिकायतें मिलती रहती हैं. दिल्ली मेट्रो कंपन और शोर को कम करने के लिए एलिवेटेड स्टेशनों पर बैरियर के अलावा भूमिगत लाइन पर फास्टनिंग व मास स्प्रिंग का प्रयोग करती है. ऐसे में अब फेज चार में मेट्रो ट्रैक पर डीएमआरसी इसके डिजाइन में बदलाव करने जा रही है, जिससे कंपन और शोर में कमी आए.

Delhi metro news, dmrc news, dmrc, Delhi Metro Rail Corporation, metro vibration, track design changed, how to reduce metro vibrations, how to reduce metro noise, metro train, दिल्ली मेट्रो, डीएमआरसी, दिल्ली मेट्रो को लेकर शिकायत, कंपन, शोर, दिल्ली न्यूज, दिल्ली मेट्रो न्यूज, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन, अब मेट्रो से नहीं होगा कंपन, ट्रैक डिजाइन में हुआ बड़ा बदलाव, मेट्रो ट्रेन न्यूज, फेज-4 मेट्रो का विस्तार,

डीएमआरसी ने कहा है कि फेज चार में परिचालन शुरू होने के बाद इसके कंपन का आकलन किया जाएगा.

मेट्रो से अब नहीं होगी कंपन
डीएमआरसी के मुताबिक, फेज-4 के तीन में एक कॉरिडोर जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम के बीच कई बेहद घनी आबादी वाले इलाकों से होकर गुजरेगी. फेज चार में परिचालन शुरू होने के बाद इसके कंपन का आकलन किया जाएगा. आपको बता दें कि फेज -4 कॉरिडोर के 100 मीटर के दायरे में आने वाले इमारतों के अध्ययन के बाद आगे के फेज में भी इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा.

ये भी पढ़ें: गेहूं के जमाखोरों के खिलाफ एक्शन में केंद्र सरकार, राज्यों को दिए ये आवश्यक निर्देश

दिल्ली मेट्रो ने फेज तीन में बने पुरानी दिल्ली से गुजरने वाले वायलेट लाइन पर कश्मीरी गेट से आईटीओ के बीच फास्टनिंग और मास स्प्रिंग का प्रयोग ट्रैक में किया है. इस कारण कंपन में काफी कमी आती है. डीएमआरसी ने कहा है कि दिल्ली मेट्रो की यह तकनीकी लंदन में ट्यूब मेट्रो नेटवर्क में बी प्रयोग किया जाता है.

Tags: Delhi Metro, Delhi Metro News, Delhi Metro operations, Delhi news today, DMRC

image Source

Enable Notifications OK No thanks