साधा निशाना: भाजपा के बागी विधायक सुदीप ने कसा त्रिपुरा सरकार पर तंज, कहा- राज्य में नहीं है लोकतंत्र


पीटीआई, अगरतला
Published by: Jeet Kumar
Updated Sat, 29 Jan 2022 11:36 PM IST

सार

 बागी विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने  मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य में लोकतंत्र का कोई ठिकाना नहीं है क्योंकि लोकतांत्रिक ऑक्सीजन खत्म हो गई है। उन्होंने राज्य में लोगों की आवाज दबाने का भी आरोप लगाया।

सुदीप रॉय बर्मन (फाइल फोटो)
– फोटो : Social Media

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भाजपा के बागी विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने एक बार फिर त्रिपुरा सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में लोकतंत्र नहीं है और यहां लोगों का दम घुट रहा है। साथ ही कहा कि वह लोगों की राय लेने के बाद अपने भविष्य पर फैसला करेंगे। त्रिपुरा में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं।

लोगों की आवाज दबाने का लगाया आरोप
सुदीप रॉय त्रिपुरा सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके हैं। पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य में लोकतंत्र का कोई ठिकाना नहीं है क्योंकि लोकतांत्रिक ऑक्सीजन खत्म हो गई है। सुदीप ने राज्य में लोगों की आवाज दबाने का भी आरोप लगाया।

विधायक के करीबी कर रहे राज्य के हिस्सों में दौरा
विधायक ने कहा कि उनके करीबी सहयोगी आशीष साहा और उनके कार्यकर्ता जिन्होंने माकपा को सत्ता से हटाने और भाजपा को सत्ता में लाने में अहम भूमिका निभाई थी, वे पिछले कुछ दिनों से राज्य के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर रहे हैं और लोगों से बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने अब सरकार से पीड़ित लोगों की आवाज सुननी शुरू कर दी है।

उन्होने दावा किया कि लोग अब सरकार से तंग आ चुके हैं क्योंकि सरकार उनके हितों की पूर्ति नहीं कर पा रही है। जब उनसे उनके भविष्य के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लोगों के साथ बातचीत पूरी होने के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। 

इस मामले पर भाजपा प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्य की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि पार्टी बर्मन की गतिविधियों पर करीब से नजर रखे हुए है और समय आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। विधायक सुदीप बर्मन 2017 में तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए थे। पांच बार विधायक रहे बर्मन पहले विपक्ष के नेता और त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे।

विस्तार

भाजपा के बागी विधायक सुदीप रॉय बर्मन ने एक बार फिर त्रिपुरा सरकार पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में लोकतंत्र नहीं है और यहां लोगों का दम घुट रहा है। साथ ही कहा कि वह लोगों की राय लेने के बाद अपने भविष्य पर फैसला करेंगे। त्रिपुरा में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं।

लोगों की आवाज दबाने का लगाया आरोप

सुदीप रॉय त्रिपुरा सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके हैं। पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य में लोकतंत्र का कोई ठिकाना नहीं है क्योंकि लोकतांत्रिक ऑक्सीजन खत्म हो गई है। सुदीप ने राज्य में लोगों की आवाज दबाने का भी आरोप लगाया।

विधायक के करीबी कर रहे राज्य के हिस्सों में दौरा

विधायक ने कहा कि उनके करीबी सहयोगी आशीष साहा और उनके कार्यकर्ता जिन्होंने माकपा को सत्ता से हटाने और भाजपा को सत्ता में लाने में अहम भूमिका निभाई थी, वे पिछले कुछ दिनों से राज्य के विभिन्न हिस्सों का दौरा कर रहे हैं और लोगों से बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने अब सरकार से पीड़ित लोगों की आवाज सुननी शुरू कर दी है।

उन्होने दावा किया कि लोग अब सरकार से तंग आ चुके हैं क्योंकि सरकार उनके हितों की पूर्ति नहीं कर पा रही है। जब उनसे उनके भविष्य के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लोगों के साथ बातचीत पूरी होने के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। 

इस मामले पर भाजपा प्रवक्ता नबेंदु भट्टाचार्य की प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि पार्टी बर्मन की गतिविधियों पर करीब से नजर रखे हुए है और समय आने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। विधायक सुदीप बर्मन 2017 में तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए थे। पांच बार विधायक रहे बर्मन पहले विपक्ष के नेता और त्रिपुरा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे।

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