Crypto मार्केट में छाई गिरावट से ब्लॉकचेन नेटवर्क Solana हुआ ओवरलोड


सबसे बड़े ब्लॉकचेन नेटवर्क में से एक और ‘Ethereum किलर’ के रूप में पहचाने जाने वाले सोलाना (Solana) को नेटवर्क कंजेस्‍चन (भीड़) का सामना करना पड़ा है। रिपोर्टों के मुताबिक, बीते सप्‍ताह यह नेटवर्क स्पैम करने वाले बॉट्स की वजह से ओवरलोड हो गया था। यह परेशानी 30 घंटों तक बरकरार रही, जोकि निवेशकों की चिंता बढ़ाने वाला है। Solana के ऑफ‍िशियल ट्विटर अकाउंट से बताया गया है कि ब्लॉकचेन नेटवर्क ‘बहुत ज्‍यादा डुप्लिकेट ट्राजैक्‍शन” वाले ‘हाई लेवल नेटवर्क कंजेस्‍चन’ से जूझ रहा है। सोलाना के फाउंडर अनातोली याकोवेंको (Anatoly Yakovenko) के अनुसार, बॉट भी डुप्लिकेट ट्रांजैक्‍शन भेज रहे थे। इससे समस्या बढ़ गई।

नेटवर्क कंजेस्‍चन की समस्‍या से पहले भी Solana को एक और परेशानी देखनी पड़ी थी। इसमें बिनेंस (Binance) को इस नेटवर्क पर विदड्रॉल से रोका जा रहा था। यह समस्‍या अभी भी ठीक नहीं हुई है। क्रिप्‍टोकरेंसी की कीमतों में गिरावट की वजह से Solana इस तरह की समस्‍याओं का सामना करने वाला एकलौता ब्‍लॉकचेन नेटवर्क नहीं था। लेकिन यह सुर्खियों में जरूर आ गया है। इसकी वजह यह है कि Solana तमाम बड़ी क्रिप्‍टो इंडस्‍ट्री के लोकप्रिय ब्‍लॉकचेन नेटवर्क में से एक है। 

ब्‍लॉकचेन नेटवर्क की टीम ने कथित तौर पर नेटवर्क की स्‍टेबिलिटी को ठीक कर दिया है। यूजर्स को नया वर्जन 1.8.14 में अपडेट करने के लिए कहा गया है। 

इस घोषणा के अनुसार, पिछली बार प्रोग्राम में परेशानी आई थी और इस बार डुप्‍लीकेट ट्रांजैक्‍शन के कारण समस्‍या आ रही है। यूजर्स को इस समस्या को कम करने के लिए अपने मेननेट को 1.8.14 वर्जन में अपडेट करना होगा। टीम और सुधार करने पर काम कर रही है। इस नेटवर्क कंजेस्‍चन की वजह से सबसे ज्‍यादा परेशानी DeFi  यूजर्स को हुई। नेटवर्क डाउन होने से उन्‍हें भारी लिक्विडेशन का सामना करना पड़ा।

गौरतलब है कि बिटकॉइन (Bitcoin) और Ether ने पिछले साल नवंबर में ऐतिहासिक उंचाई पर पहुंचकर नए रिकॉर्ड बनाए थे। लेकिन अमेरिका में ब्‍याज दरों में दिख रही संभावनाओं की वजह से बिटकॉइन समेत ज्‍यादातर प्रमुख altcoin बिक रही हैं। CoinMarketCap के आंकड़ों के अनुसार, बिटकॉइन का मौजूदा मार्केट कैप 665 बिलियन डॉलर (लगभग 50 लाख 56 हजार करोड़ रुपये) है, जो नवंबर 2021 में लगभग 1.3 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 100 लाख करोड़ रुपये) से कम है। 

वहीं, व्‍यापक क्रिप्टो मार्केट ने इसी अवधि के दौरान 1 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 70 लाख करोड़ रुपये) से अधिक का नुकसान किया है। बिटकॉइन भी 10 फीसदी से ज्‍यादा की गिरावट के बाद अगस्त के बाद से अपने निम्नतम स्तर पर पहुंच गई है। 
 



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