बिहार में भाईचारा: यहां लाउडस्पीकर पर नहीं भिड़ते मंदिर-मस्जिद वाले, दोनों धर्मों के लोगों का ऐसे रखा जाता है ख्याल


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पटना
Published by: विजय पुंडीर
Updated Sun, 01 May 2022 03:21 PM IST

सार

जब मस्जिद में अजान होने से पहले ही मंदिर में लाउडस्पीकर को बंद कर दिया जाता है। वहीं मस्जिद प्रबंधन मंदिर में आने वाले भक्तों का ख्याल रखती है। बिहार में लाउडस्पीकर पर चल रही चर्चा के बीच हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की हर कोई तारीफ कर रहा है।  

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बिहार की राजधानी पटना में आपसी सौहार्द और भाईचारे की मिशाल देखने को मिली। यहां महावीर मंदिर अज़ान के दौरान अपने लाउडस्पीकर बंद कर देता है, जबकि मस्जिद प्रबंधन एक दूसरे के प्रति श्रद्धा के प्रतीक के रूप में मंदिर के भक्तों की देखभाल करती है। ना तो महावीर मंदिर को अज़ान और ना ही जमा मस्जिद प्रबंधन को भजन-कीर्तन से कोई दिक्कत है। मस्जिद और मंदिर के बीच की दूरी 50 मीटर है। जब देश में लाउडस्पीकर को लेकर विवाद हो रहा है ऐसे में यह खबर तसल्ली देने वाली है कि एक-दूसरे की भावनाओं की कद्र करनेवालों की अभी भी कोई कमी नहीं।

जामा मस्जिद के अध्यक्ष फैसल इमाम ने कहा है कि हमने रामनवमी पर मंदिर में आने वाले भक्तों को शरबत की पेशकश की। क्योंकि वे मस्जिद के सामने कतार में थे। मंदिर में लाउडस्पीकर पूरे दिन भजन-कीर्तन बजाते हैं लेकिन अज़ान के दौरान सम्मान के प्रतीक के रूप में बंद कर दिए जाते हैं। सौहार्द की भावना है।

वहीं, पटना के महावीर मंदिर के अध्यक्ष किशोर कुणाल ने कहा है कि ना तो हमें अज़ान से कोई दिक्कत है और ना ही उन्हें भजन-कीर्तन से कोई दिक्कत है। हम आपस में भाईचारा बनाए रखते हैं और अक्सर एक दूसरे की मदद करते हैं।

विस्तार

बिहार की राजधानी पटना में आपसी सौहार्द और भाईचारे की मिशाल देखने को मिली। यहां महावीर मंदिर अज़ान के दौरान अपने लाउडस्पीकर बंद कर देता है, जबकि मस्जिद प्रबंधन एक दूसरे के प्रति श्रद्धा के प्रतीक के रूप में मंदिर के भक्तों की देखभाल करती है। ना तो महावीर मंदिर को अज़ान और ना ही जमा मस्जिद प्रबंधन को भजन-कीर्तन से कोई दिक्कत है। मस्जिद और मंदिर के बीच की दूरी 50 मीटर है। जब देश में लाउडस्पीकर को लेकर विवाद हो रहा है ऐसे में यह खबर तसल्ली देने वाली है कि एक-दूसरे की भावनाओं की कद्र करनेवालों की अभी भी कोई कमी नहीं।

जामा मस्जिद के अध्यक्ष फैसल इमाम ने कहा है कि हमने रामनवमी पर मंदिर में आने वाले भक्तों को शरबत की पेशकश की। क्योंकि वे मस्जिद के सामने कतार में थे। मंदिर में लाउडस्पीकर पूरे दिन भजन-कीर्तन बजाते हैं लेकिन अज़ान के दौरान सम्मान के प्रतीक के रूप में बंद कर दिए जाते हैं। सौहार्द की भावना है।

वहीं, पटना के महावीर मंदिर के अध्यक्ष किशोर कुणाल ने कहा है कि ना तो हमें अज़ान से कोई दिक्कत है और ना ही उन्हें भजन-कीर्तन से कोई दिक्कत है। हम आपस में भाईचारा बनाए रखते हैं और अक्सर एक दूसरे की मदद करते हैं।



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