Business idea : स्‍ट्रॉबेरी की खेती से होने वाला मुनाफा जानकर चौंक जाएंगे आप, कैसे करें शुुरुआत और कितनी आएगी लागत


नई दिल्‍ली. अगर आपका रुझान खेती (Farming) की ओर है और आप कम समय में ही फॉर्मिंग से भरपूर मुनाफा लेना चाहते हो तो आपको स्‍ट्राबेरी की खेती करनी चाहिए. भारत में स्‍ट्रॉबेरी की मांग अब काफी बढ़ गई है. पहले इसे जहां सिर्फ महानगरों में रहने वाले लोग ही खाते थे, वहीं अब इसकी डिमांड छोटे शहरों में भी खूब होने लगी है. इसकी बढ़ती मांग के कारण ही पंजाब, हरियाणा और महाराष्‍ट्र जैसे मैदानी इलाकों में भी अब स्‍ट्रॉबेरी की खेती (Strawberry Farming) होने लगी है. छह महीने में तैयार होने वाली स्‍ट्रॉबेरी की एक एकड़ फसल से 6 लाख रुपये तक मुनाफा लिया जा सकता है.

अगर आप दिल्‍ली जैसे महानगर के नजदीक रहते हैं तो फिर स्‍ट्रॉबेरी की खेती से आप ज्‍यादा मुनाफा भी कमा सकते हैं क्‍योंकि बड़े शहरों में इसकी मांग और रेट, दोनों ही ज्‍यादा हैं. पहले पहाड़ी इलाकों जैसे नैनीताल, देहरादून, दार्जिलिंग और हिमाचल के कई जिलों में ही इसकी खेती की जाती थी. लेकिन,  इस खेती से होने वाली जबरदस्‍त कमाई के कारण इसकी खेती मैदानी इलाकों में भी होने लगी है.

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कैसे करें स्‍ट्रॉबेरी की खेती? (How to do Strawberry Farming?)
स्‍ट्राबेरी की खेती के लिए बालुई दोमट मिट्टी सर्वोतम मानी जाती है. यह रेतीली जमीन में भी हो जाती है अगर जमीन की उर्वरा शक्ति सही है तो. स्‍ट्रॉबेरी की खेती ऐसी जमीन पर नहीं करनी चाहिए जिसमें पानी खड़ा रहता हो. मैदानी इलाकों में स्‍ट्रॉबेरी लगाने का सही समय सितंबर के बाद है. अक्‍टूबर में ज्‍यादातर इसे लगाया जाता है. ज्‍यादा बारिश इसके लिए अच्‍छी नहीं होती, इसलिए मानसून सीजन निकलने के बाद इसकी रोपाई की जाती है.

मल्चिंग और ड्रिप इरिगेशन
स्‍ट्रॉबेरी की खेती मेड पर होती है. भरपूर पैदावार लेने के लिए प्‍लास्टिक से मल्चिंग करके पौधे लगाने चाहिए. मल्चिंग का मतलब है कि पूरी मेड को प्‍लास्टिक से कवर किया जाता है और फिर उसमें जहां पौधा लगाना है वहां सुराख किया जाता है. इस तकनीक में पौधों को पानी देने के लिए ड्रिप इरिगेशन पद्ति का प्रयोग किया जाता है. इसका फायदा यह होता है कि प्‍लास्टिक सीट से कवर होने के कारण घास नहीं उगता और नमी देर तक बरकरार रहती है जिससे पानी की आवश्‍यकता कम होती है. स्‍ट्रॉबेरी के पौधों के बड़ा होने पर हर दिन नियमित रूप से इनको साफ करना होता है. सूखी पत्तियों को हटाना होता है, ताकि हार्वेस्टिंग के दौरान कोई परेशानी नहीं हो.

कितना होता है खर्च
स्‍ट्रॉबेरी की खेती काफी महंगी खेती है. एक एकड़ पर स्‍ट्रॉबेरी की खेती करने में कम से कम 6 लाख रुपये खर्च हो जाते हैं. इतना ज्‍यादा खर्च होने का कारण यह है कि इसके पौधे काफी महंगे आते हैं और साथ ही मल्चिंग के लिए प्‍लास्टिक सीट बिछानी होती है. यह भी काफी महंगी आती है. इसके अलावा स्‍ट्रॉबेरी की पैकिंग के लिए आने वाले डिब्‍बों और ट्रे की लागत भी काफी होती है.

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कितनी होगी कमाई
स्‍ट्रॉबेरी की खेती पर जितना खर्चा आता है, कमाई भी इसमें काफी शानदार होती है. अगर मौसम सही हो और स्‍ट्रॉबेरी की सही देखभाल की गई हो तो एक एकड़ खेत में कम से कम 12 लाख रुपये की स्‍ट्रॉबेरी ली जा सकती है. इस तरह छह महीनों में एक एकड़ स्‍ट्रॉबेरी की खेती आपको छह लाख रुपये का मुनाफा दे सकती है.

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