ख़बर सुनें
विस्तार
लोकसभा की तीन और विधानसभा की सात सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजे भाजपा के लिए बड़ी राहत लेकर आए हैं। अग्निपथ योजना के हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच हुए उपचुनावों में पार्टी ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा की दो सीटें रामपुर, आजमगढ़ सपा से छीन लीं तो चुनावी राज्य त्रिपुरा की चार विधानसभा सीटों में से तीन पर जीत दर्ज कर अपनी धमक बरकरार रखी। हालांकि भाजपा को पिछले साल नवंबर में हिमाचल प्रदेश और इस साल अप्रैल में पश्चिम बंगाल में हुए संसदीय उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।
भाजपा को पिछले साल नवंबर में हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट कांग्रेस के हाथों गंवानी पड़ी थी। इसके बाद अप्रैल में हुए उपचुनाव में पार्टी को पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट पर तृणमूल से शिकस्त मिली थी। इन दोनों सीटों पर हार से लोकसभा में पार्टी के सदस्यों की संख्या 303 से घटकर 301 रह गई थी। अब आजमगढ़ और रामपुर की सीट जीत कर पार्टी निम्न सदन में अपनी पुरानी स्थिति में लौट आई है।
उत्तर प्रदेश में पार्टी ने अरसे बाद सपा के गढ़ में जीत हासिल की है। रामपुर वरिष्ठ सपा नेता आजम खां तो आजमगढ़ मुलायम सिंह यादव के परिवार का गढ़ रहा है। रामपुर सीट आजम के इस्तीफे से खाली हुई थी, जबकि आजमगढ़ सीट पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इस्तीफे से। इस जीत के साथ ही पार्टी ने करीब पांच साल पहले लोकसभा उपचुनाव में सपा के हाथों मिली हार का हिसाब बराबर कर लिया है। तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की खाली गोरखपुर और फूलपुर सीट पर सपा ने भाजपा को करारी शिकस्त दी थी।
पंजाब में ‘आप’ के लिए बजी खतरे की घंटी
कुछ महीने पहले पंजाब विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी के लिए उपचुनाव ने खतरे की घंटी बजा दी है। पार्टी को मुख्यमंत्री बने भगवंत मान की खाली की गई संगरूर लोकसभा सीट से शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के हाथों हार झेलनी पड़ी है। राज्य में उपचुनाव ऐसे वक्त में हुआ जब गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद नई सरकार के राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठ रहे थे।
अग्निपथ विवाद का नहीं हुआ असर
ये उपचुनाव ऐसे समय में हुए थे जब देश के कई राज्यों में सेना की नई भर्ती नीति और अग्निपथ योजना का तीखा और हिंसक विरोध हो रहा था। विरोध की आग का केंद्र उत्तर प्रदेश और बिहार था। तब आशंका जताई जा रही थी कि आंदोलन में युवाओं की बड़ी भागीदारी का उपचुनावों में भाजपा को सियासी नुकसान उठाना होगा। हालांकि नतीजे बताते हैं कि इस योजना के विरोध में हुए आंदोलन का उपचुनाव पर कोई असर नहीं पड़ा।
जीत ने पीएम मोदी में लोगों के अटूट विश्वास को दर्शाया: नड्डा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की जीत को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इन नतीजों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में लोगों के अटूट विश्वास को दर्शाया है। उन्होंने कहा कि यूपी में यह ऐतिहासिक जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की गरीब कल्याण नीतियों पर जनता के विश्वास का प्रतीक है।
रामपुर और आजमगढ़ की सीट भाजपा के लिए काफी मुश्किल सीट थी क्योंकि ये समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान और अध्यक्ष अखिलेश यादव की सीटें रही हैं। नड्डा ने इसके साथ ही त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मानिक साहा और पार्टी के अन्य प्रत्याशियों को विधानसभा उपचुनाव में जीत के लिए बधाई दी। नड्डा ने कहा, जिस तरह देश के कोने-कोने से जनता एकजुट होकर पीएम मोदी को अपना आशीर्वाद दे रही है, वह उनमें जनता के अटूट विश्वास को दर्शाता है।