टर्म 1 के रिजल्ट के बीच ही CBSE ने टर्म 2 परीक्षा तिथियों की घोषणा भी कर दी है जिसके अनुसार परीक्षाएं 26 अप्रैल से ऑफलाइन आयोजित की जाएंगी। टर्म -2 परीक्षा में छात्र वस्तुनिष्ठ और व्यक्तिपरक दोनों प्रकार के प्रश्नों का उत्तर देंगे।
सीबीएसई ने कहा था कि सब्जेक्ट एक्सपर्ट और स्कूल, बोर्ड को टर्म 1 प्रश्न पत्र और आंसर की पर फीडबैक भेज सकते हैं। इसके साथ ही बोर्ड ने कहा था कि बोर्ड द्वारा इन फीडबैक की समीक्षा की जाएगी और कक्षा 10वीं और 12वीं के परिणाम तैयार करते समय विचार किया जाएगा।
एक प्रश्न को लेकर हुआ था विवाद
कक्षा 12वीं के सोशयोलॉजी के पेपर में, छात्रों को 2002 की गुजरात हिंसा से संबंधित एक “अनुचित” प्रश्न का उत्तर देने के लिए कहा गया था जिसे बोर्ड ने बाद में गलती के रूप में स्वीकार किया और वायदा किया कि इस गलती पर कार्यवाही की जाएगी। यह CBSE द्वारा पेपर में की गई पहली गलती नहीं है एक अन्य उदाहरण की बात की जाए तो कक्षा 10 का अंग्रेजी के पेपर में एक पैसेज के अंश के “सेक्सिस्ट” होने के कारण CBSE सवालों के घेरे में आ गया था। बोर्ड ने बाद में इस पैसेज को छोड़ दिया और कहा कि उस पैसेज के आधार पर पूछे गए प्रश्नों के लिए पूरे अंक दिए जाएंगे।
अगर बात CBSE के पेपर पैटर्न की हो तो इस परीक्षा के टर्म 1 के प्रश्न पत्रों में बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ)शामिल थे और 50 प्रतिशत सिलेबस को कवर करते हुए 90 मिनट का समय छात्रों को दिया गया था।
Top 10 Engineering Colleges in India: ये हैं भारत के टॉप 10 इंजीनियरिंग कॉलेज