न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Vikas Kumar
Updated Wed, 15 Jun 2022 09:51 PM IST
राजधानी में कोरोना संक्रमण लगातार पैर पसार रहा है। इस कड़ी में बीते एक सप्ताह में दिल्ली के अस्पतालों में गंभीर मरीजों की संख्या दो गुना से अधिक हो गई है। वहीं, दैनिक मामलों की संख्या में भी करीब पांच फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सबसे अधिक मरीज आठ गुना वेंटिलेटर पर भर्ती हुए हैं।
दिल्ली में लगातार कोरोना के तेजी से नए मामले रिकॉर्ड किए जा रहे हैं। बीते छह जून को नए मामलों की संख्या 247 पर थी, जो कि 15 जून तक एक हजार के आंकड़े को पार करते हुए 1375 पहुंच गई है। अस्पताल में भर्ती होने वाले इन मरीजों को उनके स्वास्थ्य को देखते हुए अलग-अलग विभाग में रखा गया है। जिन मरीजों को कोरोना की वजह से सांस लेने में तकलीफ हो रही है, उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।
ऐसे मरीज जो पहले से ही किसी बीमारी से पीड़ित हैं और कोरोना संक्रमित हैं व देखभाल की अधिक आवश्यकता है, उन्हें आईसीयू व ऐसे मरीज जिनकी कोरोना संक्रमण व अन्य बीमारियों की वजह से तबियत अधिक खराब है, उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। बीते दिनों से लगातार इन मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। अस्पतालों में दो गुने, आईसीयू व ऑक्सीजन पर दो गुने मरीज भर्ती हुए हैं, जबकि वेंटिलेटर पर मरीजों की संख्या में आठ फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
एम्स के डॉक्टर अनन्या गुप्ता कहते हैं, एम्स में कोविड मरीज पहुंच रहे हैं, लेकिन ऐसे मरीजों की संख्या कम है। वहीं, जिस प्रकार दिल्ली में लगातार मामले बढ़ रहे हैं। इससे साफतौर पर लापरवाही नजर आ रही है। हालांकि, अभी यह कहना मुश्किल है कि नए मामलों में बढ़ोतरी नए वैरिएंट की वजह से हुई है। क्योंकि, अभी इसे लेकर प्रमाण नहीं मिले हैं। अभी स्थिति पर नजर रखते हुए मास्क लगाने के साथ शारीरिक दूरी का पालन करना जरूरी है।
वहीं, दिल्ली सरकार के सबसे बड़े कोविड अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुरेश कुमार ने कहा कि बीते 24 घंटे में अस्पताल में कोरोना के दो मरीज बढ़े हैं, जिसके बाद भर्ती मरीजों की संख्या 16 पर पहुंच गई है। कोरोना संक्रमण बढ़ने पर डॉक्टर ने कहा कि लंबे समय से की मास्क पहनने के साथ शारीरिक दूरी को लेकर की गई लापरवाही के कारण मरीजों की संख्या बढ़ रही है। यदि नहीं संभलें तो आने वाले कुछ दिनों में भी लगातार नए मामलों में बढ़ोतरी देखी जा सकती है। संक्रमण कम करना है तो लोगों को कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करना होगा।
दैनिक मामले |
अस्पताल |
आईसीयू |
ऑक्सीजन |
वेंटिलेटर |
15 जून 1375 |
169 |
50 |
50 |
08 |
14 जून 1118 |
149 |
48 |
48 |
08 |
13 जून 614 |
124 |
43 |
38 |
07 |
12 जून 735 |
100 |
32 |
29 |
07 |
11 जून 795 |
100 |
32 |
29 |
07 |
10 जून 655 |
90 |
26 |
24 |
03 |
09 जून 622 |
85 |
22 |
17 |
02 |
08 जून 564 |
100 |
28 |
27 |
02 |
07 जून 450 |
88 |
31 |
25 |
03 |
06 जून 247 |
88 |
22 |
20 |
01 |
विस्तार
राजधानी में कोरोना संक्रमण लगातार पैर पसार रहा है। इस कड़ी में बीते एक सप्ताह में दिल्ली के अस्पतालों में गंभीर मरीजों की संख्या दो गुना से अधिक हो गई है। वहीं, दैनिक मामलों की संख्या में भी करीब पांच फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। सबसे अधिक मरीज आठ गुना वेंटिलेटर पर भर्ती हुए हैं।
दिल्ली में लगातार कोरोना के तेजी से नए मामले रिकॉर्ड किए जा रहे हैं। बीते छह जून को नए मामलों की संख्या 247 पर थी, जो कि 15 जून तक एक हजार के आंकड़े को पार करते हुए 1375 पहुंच गई है। अस्पताल में भर्ती होने वाले इन मरीजों को उनके स्वास्थ्य को देखते हुए अलग-अलग विभाग में रखा गया है। जिन मरीजों को कोरोना की वजह से सांस लेने में तकलीफ हो रही है, उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।
ऐसे मरीज जो पहले से ही किसी बीमारी से पीड़ित हैं और कोरोना संक्रमित हैं व देखभाल की अधिक आवश्यकता है, उन्हें आईसीयू व ऐसे मरीज जिनकी कोरोना संक्रमण व अन्य बीमारियों की वजह से तबियत अधिक खराब है, उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। बीते दिनों से लगातार इन मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। अस्पतालों में दो गुने, आईसीयू व ऑक्सीजन पर दो गुने मरीज भर्ती हुए हैं, जबकि वेंटिलेटर पर मरीजों की संख्या में आठ फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
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