छूट का खेल: ‘एक पेटी पर दो बोतल मुफ्त’ का ऑफर, दिल्ली में शराब की दुकानों पर लगी लंबी लाइन, अनियंत्रित हुई भीड़


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Vikas Kumar
Updated Sat, 12 Feb 2022 09:02 PM IST

सार

नई आबकारी नीति लागू होने का असर शनिवार को शराब की दुकानों पर देखने को मिला। शराब बिक्री करने वालों को यह छूट मिली है कि वह अपने स्टॉक की कीमत तय कर सकते हैं। यानी एमआरपी से कम रेट पर भी शराब की बिक्री कर सकते हैं। 

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शराब की दुकानों पर छूट का खेल शुरू हो गया है। सुबह से ही कई लोगों के मोबाइल की घंटिया भी बजने लगी। एक पेटी पर दो बॉटल शराब मुफ्त की चाहत में लंबी-लंबी भीड़ दुकानों पर दिखी। पुराना स्टॉक खपाने के चक्कर में दुकानदार अलग-अलग ऑफर दे रहे हैं। कई ब्रांड पर 50 फीसदी तक लोगों को छूट मिल रही है। इसे नई आबकारी नीति के फायदे के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि, इस दौरान कोरोना काल में समाजिक दूरी के नियम भी टूटे।

नई आबकारी नीति लागू होने का असर शनिवार को शराब की दुकानों पर देखने को मिला। शराब बिक्री करने वालों को यह छूट मिली है कि वह अपने स्टॉक की कीमत तय कर सकते हैं। यानी एमआरपी से कम रेट पर भी शराब की बिक्री कर सकते हैं। ऐसे में कई बिक्रेता 30-50 प्रतिशत की छूट शराब पर दे रहे हैं। इसका पता चलते ही शराब केंद्रों पर भीड़ उमड़ पड़ी। पुलिस प्रशासन को इस भीड़ को नियंत्रित करते कई जगह दिखे। भीड़ को देखते हुए कई जगह पुलिस ने दुकान भी बंद करवाना पड़ा। ना सिर्फ भारतीय ब्रांड बल्कि विदेशी व आयातीत शराब पर भी छूट दी जा रही है। कई दुकानदार तो बाहर ही रेट लिस्ट चिपकाए हुए है। साथ ही एक बॉटल पर एक मुफ्त, एक पेटी पर दो बॉटल मुफ्त समेत कई तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं। 

28 फरवरी तक शराब के केंद्रों पर यह छूट जारी रहेगी। क्योंकि नये वित्तीय वर्ष में फरवरी से मार्च तक स्टॉक खत्म करने की चुनौती है। शराब केंद्र का रिन्यूअल भी होना है। इस वजह से छूट दी जा रही है। मुखर्जी नगर स्थित एक शराब के दुकानदार का कहना है कि कई ऐसे ब्रांड भी आ गए हैं जिसकी सेल ज्यादा नहीं है। ऐसे में स्टॉक खत्म करना भी जरूरी है। इसी तरह एनसीआर के अन्य शहरों के रेट से भी मुकाबला करना है। 

पिछले साल 17 नवंबर से लागू हुई आबकारी नीति के तहत दिल्ली में शराब की रिटेल बिक्री पर छूट दिया जा सकता है। इसके पहले जो रेट सरकार तय करती थी, उसी पर शराब की बिक्री दुकानदारों को करनी होती थी। नई आबकारी नीति में यह भी प्रावधान है कि सड़क पर लाइन लगा कर लोग शराब नहीं खरीदेंगे। 500 वर्गमीटर में दुकान खुलेंगे और अपने मनपसंद ब्रांड लोग चुनकर खरीद सकेंगे। लेकिन मुखर्जी नगर, आउट्रम लेन, किंग्सवे कैंप समेत कई ऐसे शराब के केंद्र है जहां अभी भी काउंटर पर भीड़ लगती है। यहां तक कि सड़क तक लोगों की लाइन लग जाती है।

विस्तार

शराब की दुकानों पर छूट का खेल शुरू हो गया है। सुबह से ही कई लोगों के मोबाइल की घंटिया भी बजने लगी। एक पेटी पर दो बॉटल शराब मुफ्त की चाहत में लंबी-लंबी भीड़ दुकानों पर दिखी। पुराना स्टॉक खपाने के चक्कर में दुकानदार अलग-अलग ऑफर दे रहे हैं। कई ब्रांड पर 50 फीसदी तक लोगों को छूट मिल रही है। इसे नई आबकारी नीति के फायदे के तौर पर देखा जा रहा है। हालांकि, इस दौरान कोरोना काल में समाजिक दूरी के नियम भी टूटे।

नई आबकारी नीति लागू होने का असर शनिवार को शराब की दुकानों पर देखने को मिला। शराब बिक्री करने वालों को यह छूट मिली है कि वह अपने स्टॉक की कीमत तय कर सकते हैं। यानी एमआरपी से कम रेट पर भी शराब की बिक्री कर सकते हैं। ऐसे में कई बिक्रेता 30-50 प्रतिशत की छूट शराब पर दे रहे हैं। इसका पता चलते ही शराब केंद्रों पर भीड़ उमड़ पड़ी। पुलिस प्रशासन को इस भीड़ को नियंत्रित करते कई जगह दिखे। भीड़ को देखते हुए कई जगह पुलिस ने दुकान भी बंद करवाना पड़ा। ना सिर्फ भारतीय ब्रांड बल्कि विदेशी व आयातीत शराब पर भी छूट दी जा रही है। कई दुकानदार तो बाहर ही रेट लिस्ट चिपकाए हुए है। साथ ही एक बॉटल पर एक मुफ्त, एक पेटी पर दो बॉटल मुफ्त समेत कई तरह के प्रलोभन दिए जा रहे हैं। 

28 फरवरी तक शराब के केंद्रों पर यह छूट जारी रहेगी। क्योंकि नये वित्तीय वर्ष में फरवरी से मार्च तक स्टॉक खत्म करने की चुनौती है। शराब केंद्र का रिन्यूअल भी होना है। इस वजह से छूट दी जा रही है। मुखर्जी नगर स्थित एक शराब के दुकानदार का कहना है कि कई ऐसे ब्रांड भी आ गए हैं जिसकी सेल ज्यादा नहीं है। ऐसे में स्टॉक खत्म करना भी जरूरी है। इसी तरह एनसीआर के अन्य शहरों के रेट से भी मुकाबला करना है। 

पिछले साल 17 नवंबर से लागू हुई आबकारी नीति के तहत दिल्ली में शराब की रिटेल बिक्री पर छूट दिया जा सकता है। इसके पहले जो रेट सरकार तय करती थी, उसी पर शराब की बिक्री दुकानदारों को करनी होती थी। नई आबकारी नीति में यह भी प्रावधान है कि सड़क पर लाइन लगा कर लोग शराब नहीं खरीदेंगे। 500 वर्गमीटर में दुकान खुलेंगे और अपने मनपसंद ब्रांड लोग चुनकर खरीद सकेंगे। लेकिन मुखर्जी नगर, आउट्रम लेन, किंग्सवे कैंप समेत कई ऐसे शराब के केंद्र है जहां अभी भी काउंटर पर भीड़ लगती है। यहां तक कि सड़क तक लोगों की लाइन लग जाती है।



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