चीनी एप के जरिये लोन देकर ब्लैकमेल कर करोड़ों रुपये वसूलने के मामले में स्पेशल सेल की आईएफएसओ ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान उत्तम नगर, दिल्ली निवासी हरप्रीत सिंह और पंकज व जितेंद्र के रूप में हुई है। हरप्रीत और पंकज को पुलिस की टीम उत्तराखंड के हरिद्वार से गिरफ्तार कर दिल्ली लाई है। दोनों लोन के मामले में रिकवरी मैनेजर का काम देख रहे थे। दोनों चीनी नागरिक अकीरा और एमी के सीधे संपर्क में थे। इनके पास से बरामद हुए मोबाइल फोन से इसके डिजीटल फुटप्रींट मिले हैं। वहीं तीसरा आरोपी जितेंद्र गैंग के एक अन्य आरोपी से सिमकार्ड लेकर उपलब्ध करवा रहा था। पुलिस को मामले में सिम उपलब्ध करवाने वाले मुख्य आरोपी की तलाश है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे मामले की जांच आगे बढ़ेगी, वैसे-वैसे और लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा। आईएफएसओ यूनिट के पुलिस उपायुक्त केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि चीनी लोन एप वसूली मामले में दो मार्च को एक और एफआईआर दर्ज की गई थी।
इसमें पीड़िता की अश्लील फोटो बनाने का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने पकड़े गए आरोपी दीपक कुमार और सुमित से पूछताछ की तो दोनों ने बताया कि एप से लोन लेने के बाद हरप्रीत और पंकज नामक शख्स इसकी रिकवरी के लिए कॉल करते थे।
इनके मोबाइल कॉल रिकॉर्ड्स से पता चला है कि दोनों चीनी नागरिकों के संपर्क में थे। पुलिस दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। वहीं दीपक ने पूछताछ में यह भी बताया कि गैंग को सिमकार्ड दिल्ली के कापस हेड़ा निवासी जितेंद्र उपलब्ध करवाता है।