सनसनीखेज खुलासा: लोन के नाम पर चीन से ब्लैकमेलिंग, आठ भारतीय गिरफ्तार, लाखों लोगों से हजारों करोड़ की ठगी


अमर उजाला ब्यूरो, नई दिल्ली। 
Published by: प्रशांत कुमार
Updated Sun, 03 Apr 2022 10:11 PM IST

सार

आईएफएसओ यूनिट ने एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह के आठ भारतीय ठगों को देश के अलग-अलग हिस्सों से गिरफ्तार किया है। ये सभी चीन के एप से लोन दिलाने के नाम पर ब्लैकमेलिंग कर रहे थे।

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दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट ने एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह के आठ भारतीय ठगों को देश के अलग-अलग हिस्सों से गिरफ्तार किया है, जो चीन के एप से लोन दिलाने के नाम पर ब्लैकमेलिंग कर रहे थे। अब तक लाखों लोगों से हजारों करोड़ की ठगी की जा चुकी है। एक बैंक खाते से पता चला है कि महज 15 दिनों में उसमें 8.25 करोड़ रुपये जमा हुए। ऐसे 25 खातों का पता चला है। पुलिस ने इनके पास से 16 डेबिट कार्ड, 22 चेकबुक, 26 पासबुक, 20 मोबाइल, तीन लैपटॉप, 11 लाख बैंक खातों में फ्रीज, तीन कारें और चार लाख कैश बरामद किए हैं। भारत में बैठे गैंग के गुर्गे ठगी कर रकम को क्रिप्टो करेंसी में बदलकर चीनी नागरिकों को हांगकांग, दुबई और चीन भेज रहे थे। 

आईएफएसओ यूनिट के पुलिस उपायुक्त केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि पिछले दिनों दिल्ली की एक युवती ने ब्लैकमेल कर वसूली की शिकायत पुलिस से की थी। पीड़िता ने बताया कि उसने गूगल प्ले स्टोर के जरिये लोन लेने के लिए कैश एडवांस नामक एप डाउनलोड किया था। एप पर दावा किया गया था कि बेहद कम ब्याज दरों पर लोन दिया जाएगा। यदि 90 दिनों के भीतर रकम वापस कर दी तो उस पर कोई ब्याज भी नहीं लगेगा।

पीड़िता ने कुछ रुपये एप के जरिये लोन ले लिया। इस दौरान मोबाइल का डाटा एप के जरिए चोरी कर लिया गया। आरोपियों ने उसके व्हाट्सएप पर उसकी कुछ फर्जी तरीके से बनाई हुई अश्लील तस्वीरें भेजी। पीड़िता को ब्लैकमेल कर मोटी रकम की डिमांड की जाने लगी। पीड़िता की शिकायत पर आईएफएसओ यूनिट ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की।

परत-दर-परत गिरफ्तारी
13 मार्च को इंस्पेक्टर मनोज कुमार व अन्यों की टीम ने पीतमपुरा और रोहिणी इलाके से रोहित कुमार, विविध कुमार, पुनीत और मनीष को गिरफ्तार कर लिया। पुनीत से पूछताछ के बाद उसकी पत्नी दिव्या को पकड़ा गया। इन सभी से पूछताछ हुई तो अगले दिन जोधपुर (राजस्थान) से कृष्णा उर्फ रवि शंकर को दबोच लिया गया। यह भारत में सभी का सरगना था। इसका काम चीन में बैठे आकाओं को बैंक खाते उपलब्ध कराना था। यह लोग ठगी की रकम को बैंक खातों से क्रिप्टो करेंसी में बदलकर चीन व दूसरे देशों में बैठे अपने आकाओं को भेजते थे। पुलिस ने तीन चीनी नागरिकों की पहचान की है। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने बाद में गुरुग्राम से सुमित को गिरफ्तार किया। सुमित से पूछताछ के बाद कॉल सेंटर चलाने वाले प्रमुख कार्तिक पांचाल उर्फ दीपक को भी दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया।

विस्तार

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट ने एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह के आठ भारतीय ठगों को देश के अलग-अलग हिस्सों से गिरफ्तार किया है, जो चीन के एप से लोन दिलाने के नाम पर ब्लैकमेलिंग कर रहे थे। अब तक लाखों लोगों से हजारों करोड़ की ठगी की जा चुकी है। एक बैंक खाते से पता चला है कि महज 15 दिनों में उसमें 8.25 करोड़ रुपये जमा हुए। ऐसे 25 खातों का पता चला है। पुलिस ने इनके पास से 16 डेबिट कार्ड, 22 चेकबुक, 26 पासबुक, 20 मोबाइल, तीन लैपटॉप, 11 लाख बैंक खातों में फ्रीज, तीन कारें और चार लाख कैश बरामद किए हैं। भारत में बैठे गैंग के गुर्गे ठगी कर रकम को क्रिप्टो करेंसी में बदलकर चीनी नागरिकों को हांगकांग, दुबई और चीन भेज रहे थे। 

आईएफएसओ यूनिट के पुलिस उपायुक्त केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि पिछले दिनों दिल्ली की एक युवती ने ब्लैकमेल कर वसूली की शिकायत पुलिस से की थी। पीड़िता ने बताया कि उसने गूगल प्ले स्टोर के जरिये लोन लेने के लिए कैश एडवांस नामक एप डाउनलोड किया था। एप पर दावा किया गया था कि बेहद कम ब्याज दरों पर लोन दिया जाएगा। यदि 90 दिनों के भीतर रकम वापस कर दी तो उस पर कोई ब्याज भी नहीं लगेगा।

पीड़िता ने कुछ रुपये एप के जरिये लोन ले लिया। इस दौरान मोबाइल का डाटा एप के जरिए चोरी कर लिया गया। आरोपियों ने उसके व्हाट्सएप पर उसकी कुछ फर्जी तरीके से बनाई हुई अश्लील तस्वीरें भेजी। पीड़िता को ब्लैकमेल कर मोटी रकम की डिमांड की जाने लगी। पीड़िता की शिकायत पर आईएफएसओ यूनिट ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की।



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