एजेंसी, लंदन।
Published by: योगेश साहू
Updated Fri, 08 Apr 2022 01:58 AM IST
सार
ब्रिटेन में इम्पीरियल कॉलेज लंदन ने लंबे समय से ‘रियल-टाइम असेसमेंट ऑफ कम्युनिटी ट्रांसमिशन (रिएक्ट-1) के विश्लेषण में पाया कि संक्रमण दर हर 30 दिनों में दोगुनी है। इधर, भारत की स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन भारत बायोटेक निर्मित कोवाक्सिन को जापान ने मान्यता दे दी है। जापान में भारतीय दूतावास ने एक ट्वीट में बताया कि यह वैक्सीन लगवाने वाले 10 अप्रैल से जापान यात्रा पर जा सकेंगे।
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विस्तार
नए अध्ययन से जानकारी मिली है कि फरवरी में हर 35 व्यक्ति की जांच में एक शख्स कोविड संक्रमित पाया गया था। ब्रिटेन में इम्पीरियल कॉलेज लंदन ने लंबे समय से ‘रियल-टाइम असेसमेंट ऑफ कम्युनिटी ट्रांसमिशन (रिएक्ट-1) के विश्लेषण में पाया कि संक्रमण दर हर 30 दिनों में दोगुनी है।
अध्ययन के निगरानी आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के ज्यादातर मामले ओमिक्रॉन के बीए.2 ‘स्टील्थ वैरिएंट’ के आए। यह अध्ययन 8 और 31 मार्च के बीच करीब 1.10 लाख नमूनों पर आधारित है। सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के प्रोफेसर पॉल एलियट ने कहा, इतनी बड़ी तादाद में संक्रमण की प्रवृत्ति चिंताजनक है।
सावधान रहने की अपील
इम्पीरियल्स स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रतिक्रिया कार्यक्रम निदेशक पॉल एलियट ने कहा, हालांकि देश में पाबंदियां खत्म हो चुकी है लेकिन मैं लोगों से उन अन्य लोगों की रक्षा करने के लिए सावधानीपूर्वक बर्ताव करने का अनुरोध करूंगा, जो संक्रमण के लिहाज से संवेदनशील हैं।
भारत की स्वदेशी कोवाक्सिन को जापान ने दी मान्यता
भारत की स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन भारत बायोटेक निर्मित कोवाक्सिन को जापान ने मान्यता दे दी है। जापान में भारतीय दूतावास ने एक ट्वीट में बताया कि यह वैक्सीन लगवाने वाले 10 अप्रैल से जापान यात्रा पर जा सकेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष फूमियो किशिदा ने मार्च 2022 और सितंबर 2021 में हुई क्वाड समिट में खासकर कोविड-19 वैक्सीन मामले में सकारात्मक और रचनात्मक एजेंडे का समर्थन किया था।