राहुल गांधी का फर्जी वीडियो : भाजपा प्रवक्ता राज्यवर्धन राठौड़ पर धार्मिक नफरत फैलाने का केस दर्ज, यह है मामला


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सोशल मीडिया पर राहुल गांधी से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया गया कि उन्होंने केरल में मीडिया से बात करते हुए उदयपुर के दर्जी कन्हैया लाल के हत्यारों को बच्चा कहा। हालांकि यह वीडियो एडिट किया हुआ था जिसकी सच्चाई जाने बिना एक टीवी न्यूज एंकर ने अपने शो में राहुल गांधी पर टिप्पणी की थी। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन राठौर ने ट्वीटर पर इस वीडियो को शेयर किया था।

लेकिन अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी वाली वीडियो से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने और झूठ फैलाने के आरोप में टीवी न्यूज एंकर, राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन राठौर और अन्य के खिलाफ राजस्थान में शनिवार रात प्राथमिकी दर्ज की गई। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चैनल की आलोचना की थी।

एफआईआर राजस्थान कांग्रेस नेता राम सिंह द्वारा बनपार्क पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 504 (जानबूझकर अपमान), 505 (आपराधिक धमकी), 153 ए (धर्म, जाति, स्थान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने) के तहत दर्ज की गई शिकायत पर दर्ज की गई थी।

उन्होंने शिकायत में दावा किया कि राहुल गांधी का बयान मीडिया समूह द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री राठौर, मेजर सुरेंद्र पूनिया (सेवानिवृत्त) और कमलेश सैनी के साथ साजिश में किया गया था, जिन्होंने राजनीतिक लाभ लेने और जनता की भावनाओं को भड़काने के लिए ट्विटर पर क्लिप साझा किया था।

साथ ही शिकायतकर्ता कांग्रेस नेता राम सिंह ने प्राथमिकी में कहा कि एंकर और टीवी चैनल के प्रमोटरों को स्पष्ट रूप से पता था कि राहुल गांधी ने वायनाड के युवाओं के लिए बच्चा शब्द कहा था, न कि कन्हैया लाल के हत्यारों के लिए।

राहुल के खिलाफ फर्जी वीडियो पर माफी मांगे भाजपा
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर राहुल गांधी के खिलाफ फर्जी वीडियो पर माफी मांगने को कहा है। कांग्रेस ने भाजपा अध्यक्ष जेपी. नड्डा को लिखे पत्र में सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर, सांसद सुब्रत पाठक, विधायक कमलेश सैनी और अन्य नेताओं के खिलाफ शिकायत दी है। 

कांग्रेस के मुताबिक, राहुल गांधी की केरल यात्रा के दौरान उनके वायनाड पर बयान के वीडियो को उदयपुर की घटना से जोड़कर प्रसारित किया गया था। उन्होंने कहा, आपको अपने सहयोगियों को ऐसे फर्जी वीडियो को प्रसारित करने से रोकना चाहिए क्योंकि उससे पहले ही पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है। 

जयराम ने कहा कि हम संबंधित चैनल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने जा रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि आपकी ओर से तत्काल सही तरीके से अपने सहयोगियों की ओर से माफी मांगी जाएगी। तमाम भाजपा नेता जिन्होंने राहुल गांधी का फेक वीडियो आगे प्रसारित किया वे देश भ्रमण को तैयार रहें। उन्हें कई शहरों की अदालतों के चक्कर लगाने होंगे। 

पत्र में कांग्रेस महासचिव ने आगे लिखा, आपकी पार्टी के कई नेताओं ने जानबूझकर विद्वेषपूर्ण तरीके से एक टीवी चैनल चलाई गई फर्जी खबर को दुष्प्रचारित करने का काम किया है। आपको तत्काल इस पर संज्ञान लेना चाहिए।

केरल में राहुल गांधी ने हादसे में घायल को भिजवाया अस्पताल
तीन दिन के केरल दौरे पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने नीलांबुर इलाके में रास्ते में दुर्घटना पीड़ित बाइक सवार व्यक्ति को एंबुलेंस बुलवाकर प्राथमिक चिकित्सा के लिए अस्पताल भिजवाया।

वहीं, कांग्रेस नेता ने केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन का मजाक उड़ाते हुए आरोप लगाया कि उनके भाजपा के साथ रिश्ते हैं। इसी कारण केंद्र की भाजपा शासित सरकार कभी उन पर निशाना नहीं साधती। उन्होंने कहा, केंद्र सरकार, केरल के सीएम और सीपीएम के खिलाफ सीबीआई, ईडी का इस्तेमाल नहीं करती, क्योंकि दोनों के बीच आपसी समझ है। 

खुद से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ का जिक्र करते हुए राहुल गांधी ने कहा, वह इसे तमगे के तौर पर देखते हैं। उन्होंने कहा, जब मुझसे पांच दिन पूछताछ हुई तो मुझे हैरानी हुई, ये केवल पांच दिन क्यों पूछताछ कर रहे हैं, 10 दिन क्यों नहीं। मुझे उम्मीद है, वे जल्द ही दोबारा ऐसा करेंगे। 

पीएम को मनरेगा को गहराई से समझने की जरूरत है: राहुल
मनरेगा को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मनरेगा को गहराई से समझने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब मैंने लोकसभा में प्रधानमंत्री को मनरेगा के खिलाफ बोलते हुए सुना तो मैं चौंक गया था।

उन्होंने इसे यूपीए की विफलताओं का जीवंत स्मारक बताया था। उन्होंने इसे राजकोष पर एक बोझ बताया था। इससे मुझे अहसास हुआ कि प्रधानमंत्री वास्तव में मनरेगा की गहराई को नहीं समझ पाए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने कोरोना काल के दौरान देखा, जब हजारों की संख्या में लोग बेरोजगार हुए तो मनरेगा ने लोगों को बचाया था। 

उन्होंने आगे कहा कि यूपीए की सरकार ने मनरेगा को संकल्पित, विकसित और लागू किया था। मुझे याद है जब इसका पहली बार उल्लेख किया गया था, तब हमें काफी प्रतिरोध का सामना करना पड़ा था। नौकरशाहों, व्यवसायियों ने कहा था कि ये पैसे की बर्बादी है। योजना के बारे में बोलते हुए राहुल ने कहा कि मनरेगा से पहले न्यूनतम मजदूरी हुआ करती थी, लेकिन उस मजदूरी की किसी को परवाह नहीं थी। तो इसने एक मंजिल प्रदान की जिसके नीचे किसी भी व्यक्ति को काम करने के लिए नहीं कहा जाएगा।

पीएम मोदी और भाजपा देश में घृणा की भावना पैदा कर रहे
राहुल ने केरल के वंदूर में एक सभा में कहा कि सब लोग जानते हैं कि देश में क्या हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार देश में घृणा की भावना पैदा कर रहे हैं। जो संस्थाएं देश की जनता की आवाज बनती थीं, उन पर भाजपा और आरएसएस ने कब्जा कर लिया है। जनता की आवाज को दबाया जा रहा है। 

ईडी की पूछताछ मेरे लिए मेडल
उन्होंने कहा कि जो आरएसएस और भाजपा की विचारधारा के खिलाफ खड़ा होता है उस पर राष्ट्रीय एजेंसियों और पुलिस के जरिये दबाव बनाया जाता है। भाजपा को लगता है कि अगर वो ईडी के माध्यम से मुझसे पांच दिन तक पूछताछ करेंगे और एक ही सवाल बार बार पूछेंगे तो मैं डर जाऊंगा। मैं ईडी की पूछताछ को अपने लिए मेडल मानता हूं और मुझे लगता है कि वह फिर यह करेंगे। उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री पर भी हमला करते हुए कहा कि केंद्र सरकार केरल के मुख्यमंत्री के खिलाफ ईडी, सीबीआई का इस्तेमाल नहीं करेंगी क्योंकि माकपा और भाजपा के बीच मिलीभगत है। भाजपा उनसे बहुत खुश है। 

दुष्प्रचार और झूठ ही भाजपा-आरएसएस की नींव
इससे पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया कि दुष्प्रचार और झूठ ही भाजपा-आरएसएस की नींव है। देश को नफरत की आग में झोंक कर हाथ सेंकने वाली भाजपा-आरएसएस का इतिहास पूरा हिंदुस्तान जानता है। ये देशद्रोही चाहे जितना तोड़ने का काम कर लें, कांग्रेस उससे ज्यादा भारत जोड़ने का काम करती रहेगी।

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सोशल मीडिया पर राहुल गांधी से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया गया कि उन्होंने केरल में मीडिया से बात करते हुए उदयपुर के दर्जी कन्हैया लाल के हत्यारों को बच्चा कहा। हालांकि यह वीडियो एडिट किया हुआ था जिसकी सच्चाई जाने बिना एक टीवी न्यूज एंकर ने अपने शो में राहुल गांधी पर टिप्पणी की थी। वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन राठौर ने ट्वीटर पर इस वीडियो को शेयर किया था।

लेकिन अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी वाली वीडियो से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने और झूठ फैलाने के आरोप में टीवी न्यूज एंकर, राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन राठौर और अन्य के खिलाफ राजस्थान में शनिवार रात प्राथमिकी दर्ज की गई। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चैनल की आलोचना की थी।

एफआईआर राजस्थान कांग्रेस नेता राम सिंह द्वारा बनपार्क पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 504 (जानबूझकर अपमान), 505 (आपराधिक धमकी), 153 ए (धर्म, जाति, स्थान के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने) के तहत दर्ज की गई शिकायत पर दर्ज की गई थी।

उन्होंने शिकायत में दावा किया कि राहुल गांधी का बयान मीडिया समूह द्वारा पूर्व केंद्रीय मंत्री राठौर, मेजर सुरेंद्र पूनिया (सेवानिवृत्त) और कमलेश सैनी के साथ साजिश में किया गया था, जिन्होंने राजनीतिक लाभ लेने और जनता की भावनाओं को भड़काने के लिए ट्विटर पर क्लिप साझा किया था।

साथ ही शिकायतकर्ता कांग्रेस नेता राम सिंह ने प्राथमिकी में कहा कि एंकर और टीवी चैनल के प्रमोटरों को स्पष्ट रूप से पता था कि राहुल गांधी ने वायनाड के युवाओं के लिए बच्चा शब्द कहा था, न कि कन्हैया लाल के हत्यारों के लिए।

राहुल के खिलाफ फर्जी वीडियो पर माफी मांगे भाजपा

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर राहुल गांधी के खिलाफ फर्जी वीडियो पर माफी मांगने को कहा है। कांग्रेस ने भाजपा अध्यक्ष जेपी. नड्डा को लिखे पत्र में सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर, सांसद सुब्रत पाठक, विधायक कमलेश सैनी और अन्य नेताओं के खिलाफ शिकायत दी है। 

कांग्रेस के मुताबिक, राहुल गांधी की केरल यात्रा के दौरान उनके वायनाड पर बयान के वीडियो को उदयपुर की घटना से जोड़कर प्रसारित किया गया था। उन्होंने कहा, आपको अपने सहयोगियों को ऐसे फर्जी वीडियो को प्रसारित करने से रोकना चाहिए क्योंकि उससे पहले ही पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है। 

जयराम ने कहा कि हम संबंधित चैनल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने जा रहे हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि आपकी ओर से तत्काल सही तरीके से अपने सहयोगियों की ओर से माफी मांगी जाएगी। तमाम भाजपा नेता जिन्होंने राहुल गांधी का फेक वीडियो आगे प्रसारित किया वे देश भ्रमण को तैयार रहें। उन्हें कई शहरों की अदालतों के चक्कर लगाने होंगे। 

पत्र में कांग्रेस महासचिव ने आगे लिखा, आपकी पार्टी के कई नेताओं ने जानबूझकर विद्वेषपूर्ण तरीके से एक टीवी चैनल चलाई गई फर्जी खबर को दुष्प्रचारित करने का काम किया है। आपको तत्काल इस पर संज्ञान लेना चाहिए।



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