काम की बात : बढ़ने वाली हैं एफडी की ब्‍याज दरें, ज्‍यादा रिटर्न पाना है तो निवेशक हो जाएं तैयार


नई दिल्‍ली. आप भी सुरक्षित निवेश के साथ तय रिटर्न में यकीन रखते हैं तो यह आपके काम की खबर है. करीब दो साल से बेहद कम रिटर्न दे रहीं एफडी (FD) पर अब ब्‍याज दरें बढ़ने वाली हैं. एसबीआई रिसर्च (SBI Research) ने दावा किया है कि रिजर्व बैंक पर एफडी सहित बैंकों की अन्‍य ब्‍याज दरों को बढ़ाने का काफी दबाव है.

एसबीआई रिसर्च ने कहा है कि वित्‍तवर्ष 2021-22 में जहां छोटी बचत योजनाओं (Small Saving Scheme) का कलेक्‍शन बजट अनुमान से 2 लाख करोड़ रुपये ज्‍यादा पहुंच गया, वहीं कर्ज में 1.7 लाख करोड़ की गिरावट आई. इसके उलट 2022-23 में कर्ज बांटने में 4.1 लाख करोड़ की तेजी आने और छोटी बचत योजनाओं में निवेश 1.7 लाख करोड़ घटने का अनुमान है. ऐसे में रिजर्व बैंक पर एफडी सहित इन योजनाओं की ब्‍याज दरें बढ़ाने का काफी दबाव है.

ये भी पढ़ें – PF Interest- PF पर कितना मिलेगा ब्याज? इस दिन होगा फैसला, जानिए क्या है सरकार का प्लान

0.20 फीसदी बढ़ सकता है रिवर्स रेपो रेट
एसबीआई की ग्रुप चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर डॉ सौम्‍य कांति घोष का कहना है कि बुधवार को आने वाले मौद्रिक नीति समिति (MPC) के नतीजों में आरबीआई रिवर्स रेपो रेट में 20 आधार अंक (Basis Point) यानी 0.20 फीसदी की वृद्धि कर सकता है. रिवर्स रेपो रेट वह दर होती है जिस पर बैंक अपनी अतिरिक्‍त पूंजी आरबीआई के पास रखते हैं. फिलहाल यह 3.35 फीसदी है.

ये भी पढ़ें –  Petrol Prices Today: 7 साल के रिकॉर्ड स्तर पर चल रहे क्रूड ऑयल की कीमतों के बीच जानिए पेट्रोल डीजल का हाल

7 तिमाहियों से ब्‍याज दरों में कोई बदलाव नहीं
एसबीआई रिसर्च के अनुसार, महामारी में छोटे निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए सरकार ने लघु बचत योजनाओं की ब्‍याज दरों में वित्‍तवर्ष 2020-21 की पहली तिमाही के बाद से कोई बदलाव नहीं किया है. हालांकि, इस दौरान आरबीआई ने अपने रेपो रेट में 115 आधार अंक कटौती की, जो अभी 4 फीसदी पर स्थिर है. रिवर्स रेपो रेट भी 155 आधार अंक घटाकर 3.35 फीसदी कर दिया है. इस कारण बैंकों ने भी अपनी जमा और कर्ज की ब्‍याज दरों में कटौती की.

Tags: Bank FD, Personal finance, Rbi policy

image Source

Enable Notifications OK No thanks