घमासान: सुनील जाखड़ ने हरीश रावत की हार को बताया भगवान का इंसाफ, कहा- उनकी सिद्धू रूपी मिसाइल पंजाब कांग्रेस पर ही गिरी


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Published by: ajay kumar
Updated Tue, 15 Mar 2022 09:37 PM IST

सार

जाखड़ ने कहा कि भले ही कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटा दिया लेकिन उनकी जगह पर किसे लाना है, इसे लेकर पहले से एक ठोस प्लान होना चाहिए था। हरीश रावत द्वारा तैयार की गई सिद्धू रूपी मिसाइल आखिरकार पंजाब कांग्रेस पर ही गिरी।

ख़बर सुनें

पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार को लेकर पार्टी में चल रहा टकराव खत्म नहीं हो रहा। मंगलवार को पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पंजाब मामलों के पूर्व प्रभारी हरीश रावत को निशाने पर लिया और पंजाब में पार्टी की हार के लिए जमकर कोसा। उत्तराखंड चुनाव में अपनी सीट भी नहीं बचा सके हरीश रावत को लेकर जाखड़ ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा कि भगवान ने इंसाफ कर दिया। पंजाब में हार की स्क्रिप्ट रावत ने ही लिखी थी।

जाखड़ ने हरीश रावत पर कहा कि, ‘मेरा मानना है कि ईश्वर ने इंसाफ कर दिया है और वह (रावत) उत्तराखंड में खुद अपनी ही सीट हार गए हैं। पंजाब में हार की स्क्रिप्ट हरीश रावत ने ही लिखी थी। वह एक एजेंडे के तहत आए थे। मुझे संदेह है कि आखिर उनकी मंशा क्या थी? उन्होंने तो नवजोत सिंह सिद्धू को राफेल बताया था।’ 

जाखड़ ने कहा कि भले ही कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटा दिया लेकिन उनकी जगह पर किसे लाना है, इसे लेकर पहले से एक ठोस प्लान होना चाहिए था। हरीश रावत द्वारा तैयार की गई सिद्धू रूपी मिसाइल आखिरकार पंजाब कांग्रेस पर ही गिरी। उल्लेखनीय है कि सुनील जाखड़ ने सोमवार को अंबिका सोनी और चरणजीत सिंह चन्नी का नाम लिए बिना दोनों पर जमकर निशाना साधा था। 

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में अंबिका सोनी ने चरणजीत सिंह चन्नी का पक्ष लेते हुए कहा था कि राहुल गांधी ने उन्हें सीएम बनाकर पार्टी का एक एसेट (भविष्य) तैयार करने का काम किया था लेकिन राज्य के शीर्ष नेतृत्व उनकी टांग खिंचाई करता रहा। इस पर जाखड़ ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया था कि चन्नी उनके (अंबिका सोनी) के लिए एसेट रहे होंगे लेकिन पार्टी पर वह एक बोझ की तरह हैं।

मुझे चन्नी की लीडरशिप स्वीकार नहीं थी: जाखड़
सुनील जाखड़ ने राहुल गांधी के साथ चंडीगढ़ से दिल्ली तक की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें राहुल गांधी के साथ सफर करने का मौका मिला। तब राहुल गांधी ने उन्हें कहा था कि वह (जाखड़) चन्नी की कैबिनेट में डिप्टी सीएम के तौर पर शामिल हो जाएं। जाखड़ ने कहा कि मैंने यह कहते हुए प्रस्ताव खारिज कर दिया कि चन्नी की लीडरशिप को मैं स्वीकार नहीं कर सकता। आज मुझे लगता है कि मैंने यह गलती कर दी कि राहुल गांधी को नहीं समझाया कि चन्नी सीएम पद के लायक नहीं हैं।

विस्तार

पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार को लेकर पार्टी में चल रहा टकराव खत्म नहीं हो रहा। मंगलवार को पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पंजाब मामलों के पूर्व प्रभारी हरीश रावत को निशाने पर लिया और पंजाब में पार्टी की हार के लिए जमकर कोसा। उत्तराखंड चुनाव में अपनी सीट भी नहीं बचा सके हरीश रावत को लेकर जाखड़ ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा कि भगवान ने इंसाफ कर दिया। पंजाब में हार की स्क्रिप्ट रावत ने ही लिखी थी।

जाखड़ ने हरीश रावत पर कहा कि, ‘मेरा मानना है कि ईश्वर ने इंसाफ कर दिया है और वह (रावत) उत्तराखंड में खुद अपनी ही सीट हार गए हैं। पंजाब में हार की स्क्रिप्ट हरीश रावत ने ही लिखी थी। वह एक एजेंडे के तहत आए थे। मुझे संदेह है कि आखिर उनकी मंशा क्या थी? उन्होंने तो नवजोत सिंह सिद्धू को राफेल बताया था।’ 

जाखड़ ने कहा कि भले ही कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटा दिया लेकिन उनकी जगह पर किसे लाना है, इसे लेकर पहले से एक ठोस प्लान होना चाहिए था। हरीश रावत द्वारा तैयार की गई सिद्धू रूपी मिसाइल आखिरकार पंजाब कांग्रेस पर ही गिरी। उल्लेखनीय है कि सुनील जाखड़ ने सोमवार को अंबिका सोनी और चरणजीत सिंह चन्नी का नाम लिए बिना दोनों पर जमकर निशाना साधा था। 

कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में अंबिका सोनी ने चरणजीत सिंह चन्नी का पक्ष लेते हुए कहा था कि राहुल गांधी ने उन्हें सीएम बनाकर पार्टी का एक एसेट (भविष्य) तैयार करने का काम किया था लेकिन राज्य के शीर्ष नेतृत्व उनकी टांग खिंचाई करता रहा। इस पर जाखड़ ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ट्वीट किया था कि चन्नी उनके (अंबिका सोनी) के लिए एसेट रहे होंगे लेकिन पार्टी पर वह एक बोझ की तरह हैं।

मुझे चन्नी की लीडरशिप स्वीकार नहीं थी: जाखड़

सुनील जाखड़ ने राहुल गांधी के साथ चंडीगढ़ से दिल्ली तक की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें राहुल गांधी के साथ सफर करने का मौका मिला। तब राहुल गांधी ने उन्हें कहा था कि वह (जाखड़) चन्नी की कैबिनेट में डिप्टी सीएम के तौर पर शामिल हो जाएं। जाखड़ ने कहा कि मैंने यह कहते हुए प्रस्ताव खारिज कर दिया कि चन्नी की लीडरशिप को मैं स्वीकार नहीं कर सकता। आज मुझे लगता है कि मैंने यह गलती कर दी कि राहुल गांधी को नहीं समझाया कि चन्नी सीएम पद के लायक नहीं हैं।



Source link

Enable Notifications OK No thanks