चलते इलेक्ट्रिक स्कूटर में लगी आग, डिलीवरी ब्वॉय ने कूदकर बचाई अपनी जान


बीते कुछ समय से ई-स्कूटर में आग लगने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। हाल ही में ऐसी एक घटना सामने आई है, जिसमें ई-स्कूटर में आग लगने से सवार को अपने व्हीकल से कूदना पड़ा और वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

ऑनलाइन किराना शॉपिंग प्लेटफॉर्म Big Basket के डिलीवरी ब्वॉय को अपनी राइड बीच में ही छोड़नी पड़ी क्योंकि ई-स्कूटर में अचानक आग लग गई थी। यह घटना नोएडा के सेक्टर 78 के पास सिविटेक स्टेडियम के सामने हुई। ऐसे में जब तक फायर मार्शल घटना स्थल पर पहुंचे तब तक स्कूटर पूरा जल चुका था। पुलिस आग लगने के कारणों की जांच कर रही है। फिलहाल यह पता नहीं चला है कि ईवी राइडर किस मेक और मॉडल को चला रहा था।

जहां भारत पैसेंजर और कमर्शियल लेवल पर इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के लिए प्रोत्साहन कर रहा है। मगर इस प्रकार की घटनाएं एक नेगेटिव इमेज क्रिएट कर सकती हैं। एक प्रकार से यह कहा जाए कि ये लोगों में ईवी के प्रति डर पैदा कर सकती हैं। आपको बता दें कि कुछ हफ्ते पहले सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने हाल के दिनों में कई टू-व्हीलर्स में आग लगने की जांच के बाद इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं को जुर्माना लगाया है।

बीते एक साल में इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की कई घटनाओं की हाई लेवल जांच के बाद यह जुर्माना लगाया गया है। आपको बता दें कि ईवी निर्माता कंपनियों Ola, Okinawa, Pure EV और Boom EV ने आग लगने जैसी घटनाओं के बाद अपने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स को रिकॉल किया है। जांच से यह भी साफ होता है कि भारत ने अपने ईवी टेस्टिंग स्टैंडर्ड को बदल दिया है। बैटरी सेल, बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम, ऑनबोर्ड चार्जर, बैटरी पैक डिजाइन और इंटरनल सेल शॉर्ट-सर्किट के चलते थर्मल प्रोपेगेशन पर नए स्टैंर्डड 1 अक्टूबर को लागू हुए हैं।

हालांकि वर्ल्ड लेवल पर ईवीएस में आग के नंबर उनके इंटरनल कंबशन इंजन (आईसीई) आदि के मुकाबले में कम है। ईवी में आग लगने का खतरा बैटरी यूनिट में मौजूद रसायनों के चलते पैदा होता है। ये रसायन और अन्य कंपोनेंट्स ईवीएस को तेजी से और ज्यादा गर्म कर सकते हैं, जिससे ये ज्यादा खतरनाक हो सकते हैं।



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