धोखाधड़ी का खुलासा: क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर 1000 लोगों से ठगी, जानें- कैसे फंसाते थे झांसे में?


न्यूज डेस्क, अमर उजाला, दिल्ली
Published by: Vikas Kumar
Updated Tue, 05 Apr 2022 01:28 AM IST

सार

कॉल सेंटर से काफी डायरियां मिली हैं। इन डायरियों में पीड़ित के नाम, मोबाइल नंबर
व पत्ते लिखे हैं। डायरियों को देखने से पता चल रहा है कि आरोपी एक हजार से ज्यादा लोगों से ठगी कर चुके हैं। 

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क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर 1000 से ज्यादा लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। आरोपी उत्तम नगर में कॉल सेंटर चलाकर ठगी कर रहे थे। दक्षिण-पूर्व जिले की साइबर थाना पुलिस ने ठगी करने वाले कॉल सेंटर का पर्दाफाश कर दो मालिकों को गिरफ्तार किया है। कॉल सेंटर में काम करने वाले चार लड़कियों को पाबंद किया गया है। ये कॉल सेंटर करीब एक वर्ष से चल रहा था।

दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार जिले के साइबर थाना प्रभारी कुलदीप शेखावत को एनसीआरपी पोर्ट से क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायत में पीड़ित ने कहा था कि उसके पास क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ाने के लिए फोन आया था। फोन करने वाले ने खुद को बैंक कर्मी बताया था। इसके बाद उसके बैंक खाते से 34425 निकल गए। ठगी का मामला दर्जकर
थानाध्यक्ष कुलदीप शेखावत की देखरेख में एसआई अतुल यादव व हवलदार दीपक राणा की टीम ने जांच शुरू की। 

पुलिस टीम ने इलेक्ट्रॉनिक निगरानी रखी। मोबाइल नंबरों की सीडीआर का विश्लेषण किया गया। जिन बैंक खातों में पैसा गया था उनकी डिटेल खंगाली गई। पता लगा कि ठगी की रकम अलग-अलग बैंक खातों में स्थानांतरित की गई है। आखिर में पैसे एटीएम से निकाले गए हैं। एसआई अतुल यादव को पता लगा कि उत्तम नगर में कॉल सेंटर चलाकर ठगी की जा रही है। इंस्पेक्टर कुलदीप शेखावत व एसआई अतुल यादव की टीम ने कॉल सेंटर में छापेमारी की और दो आरोपी जनकपुरी निवासी प्रतीक बंसल (25) और कुलदीप (26) को गिरफ्तार कर लिया। कॉल सेंटर में काम करने वाली चार लड़कियों को 41 सीआरपीसी (पाबंद करना) का नोटिस दिया गया है। 

आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि प्रतीक बंसल और कुलदीप आशीष व तनुज के साथ कॉल सेंटर को करीब एक वर्ष से चला रहे थे। आशीष कुलदीप का सगा भाई है। पुलिस आशीष व तनुज की तलाश कर रही है। आशीष व तनुज ठगी की रकम को कुलदीप के खाते में भेजते थे। कुलदीप के खाते से प्रतीक बंसल के खाते में जाते थे। प्रतीक बंसल एटीएम से पैसे निकालता था। 

दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार कॉल सेंटर से काफी डायरियां मिली हैं। इन डायरियों में पीड़ित के नाम, मोबाइल नंबर व पत्ते लिखे हैं। डायरियों को देखने से पता चल रहा है कि आरोपी एक हजार से ज्यादा लोगों से ठगी कर चुके हैं। कॉल सेंटर एक वर्ष से चल रहा था। आरोपी कॉल सेंटर की जगह एक से दो महीनों में बदल लेते थे। इनके पास से आठ छोटे फीचर फोन, दो एंड्रायड मोबाइल, एक आई फोन, 45 सिम, दो लैपटॉप, छह डायरी और एक मोडम बरामद किया गया है। 

ऐसे करते थे ठगी
आरोपी पीड़ितों को फोन करते समय खुद को बैंककर्मी बताते थे। ये पीड़ित को कहते थे कि वह बैंक से बोल रहे हैं और बैंक ने उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का फैसला किया है। पीड़ित झांसे में आकर हां कर देता था और पीड़ित अपने क्रेडिट कार्ड का नंबर आरोपी को बता देते थे। इसके बाद आरोपी पीड़ित को कहता था कि एक ओटीपी आएगा। पीड़ित आरोपी को ओटीपी बता देता। इसके बाद पीड़ित के बैंक खाते से पैसे कट जाते थे। 

विस्तार

क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर 1000 से ज्यादा लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। आरोपी उत्तम नगर में कॉल सेंटर चलाकर ठगी कर रहे थे। दक्षिण-पूर्व जिले की साइबर थाना पुलिस ने ठगी करने वाले कॉल सेंटर का पर्दाफाश कर दो मालिकों को गिरफ्तार किया है। कॉल सेंटर में काम करने वाले चार लड़कियों को पाबंद किया गया है। ये कॉल सेंटर करीब एक वर्ष से चल रहा था।

दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार जिले के साइबर थाना प्रभारी कुलदीप शेखावत को एनसीआरपी पोर्ट से क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी के संबंध में शिकायत प्राप्त हुई थी। शिकायत में पीड़ित ने कहा था कि उसके पास क्रेडिट कार्ड की सीमा बढ़ाने के लिए फोन आया था। फोन करने वाले ने खुद को बैंक कर्मी बताया था। इसके बाद उसके बैंक खाते से 34425 निकल गए। ठगी का मामला दर्जकर

थानाध्यक्ष कुलदीप शेखावत की देखरेख में एसआई अतुल यादव व हवलदार दीपक राणा की टीम ने जांच शुरू की। 

पुलिस टीम ने इलेक्ट्रॉनिक निगरानी रखी। मोबाइल नंबरों की सीडीआर का विश्लेषण किया गया। जिन बैंक खातों में पैसा गया था उनकी डिटेल खंगाली गई। पता लगा कि ठगी की रकम अलग-अलग बैंक खातों में स्थानांतरित की गई है। आखिर में पैसे एटीएम से निकाले गए हैं। एसआई अतुल यादव को पता लगा कि उत्तम नगर में कॉल सेंटर चलाकर ठगी की जा रही है। इंस्पेक्टर कुलदीप शेखावत व एसआई अतुल यादव की टीम ने कॉल सेंटर में छापेमारी की और दो आरोपी जनकपुरी निवासी प्रतीक बंसल (25) और कुलदीप (26) को गिरफ्तार कर लिया। कॉल सेंटर में काम करने वाली चार लड़कियों को 41 सीआरपीसी (पाबंद करना) का नोटिस दिया गया है। 

आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि प्रतीक बंसल और कुलदीप आशीष व तनुज के साथ कॉल सेंटर को करीब एक वर्ष से चला रहे थे। आशीष कुलदीप का सगा भाई है। पुलिस आशीष व तनुज की तलाश कर रही है। आशीष व तनुज ठगी की रकम को कुलदीप के खाते में भेजते थे। कुलदीप के खाते से प्रतीक बंसल के खाते में जाते थे। प्रतीक बंसल एटीएम से पैसे निकालता था। 



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