गैरी कर्स्टन के साथी ने सुनाई आपबीती.. मैंने 9 धमाके सुने.. खिड़की से बाहर देखा तो लगा, कोई फिल्म चल रही है


नई दिल्ली. रूस और यूक्रेन की सेना के बीच जंग (Russia-Ukraine War) जारी है. कई देशों से यूक्रेन के समर्थन में युद्ध को तत्काल प्रभाव रोकने की मांग उठने लगी है. रूस में भी युद्ध विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं. टीम इंडिया के पूर्व कोच गैरी कर्स्टन (Gary Kirsten)  के साथी कोबस ओलिविएर (Kobus Olivier ) भी इस समय यूक्रेन में फंसे हुए हैं. कोबस का कहना है कि वह यहां क्रिकेट के लिए आए हैं और इस जगह को फिलहाल वह छोड़ने के मूड में नहीं हैं. दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर कर्स्टन और उनके हमवतन कोबस क्लब स्तर पर एक साथ क्रिकेट खेल चुके हैं.

रूसी सेना ने यूक्रेन की कीव सहित सभी बड़े शहरों को घेर लिया है. रूसी सैनिकों की ओर से इन शहरों पर रॉकेट और मिसाइल दागे जा रहे हैं. ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से बातचीत में यूक्रेन क्रिकेट फेडरेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कोबस ओलिविएर ने कहा, ‘मैंने कल सुबह 9 धमाके सुने. धमाकों की आवाज सुनकर मैं चौंक गया. जब मैंने खिड़की से बाहर देखा तो लगा कि कोई फिल्म चल रही है. सड़कों पर बच्चे दौड़ रहे थे. किसी के हाथ में बक्से तो किसी के हाथ में पालतू जानवर थे. बच्चों के पैरेंट्स काफी डरे हुए थे. गाड़ियों की लंबी कतार लगी हुई थीं. लोग शहर छोड़कर जा रहे थे. मैं समझ गया था कि युद्ध शुरू हो चुका है.

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62 वर्षीय पूर्व क्लब क्रिकेटर कोबस यूक्रेन के निव्की इलाके में रहते हैं. यह कीव शहर से लगभग 15 मिनट की दूरी पर है. इस समय कोबलस ने खुद को फ्लैट के अंदर बंद कर लिया है, और वह जंग रुकने का इंतजार कर रहे हैं.

बकौल कोबस, ‘ मैंने पहले ही कैश निकाल लिया था, और राशन भी स्टॉक कर लिया था. मुझे पता था कि इस तरह की समस्या आने वाली है. कई लोगों को इसपर विश्वास नहीं हो रहा था. अब वह लोग हमारे अपार्टमेंट के नजदीक है. रूसी सैनिक कभी भी आ सकते हैं. मैं लगातार मिसाइल और बम धमाकों की आवाज सुन रहा हूं. इसलिए हमारे लिए प्रार्थना करें कि युद्ध जल्दी खत्म हो जाए.’ इतना सबकुछ होने के बावजूद कोबस यूक्रेन छोड़ने को तैयार नहीं हैं.

Tags: Gary Kirsten, Russia, Ukraine

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