गोरखनाथ मंदिर मामला: एसीएस बोले- आतंकियों की साजिश हो सकती है सिपाहियों पर हमला, एटीएस-एसटीएफ एडीजी कर रहे जांच


अमर उजाला नेटवर्क, लखनऊ
Published by: ishwar ashish
Updated Mon, 04 Apr 2022 03:30 PM IST

सार

यूपी के प्रमुख सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में सिपाहियों पर हमले को लेकर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यह किसी आतंकी हमले की साजिश का हिस्सा हो सकता है।

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गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमला किसी आतंकी साजिश का भी हिस्सा हो सकते हैं। मामले की जांच एटीएस एडीजी व एसटीएफ एडीजी कर रहे हैं। सोमवार को प्रमुख सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए इसकी आशंका जताई है। हमलावर को पकड़ लिया गया है। हमले में उसे भी चोट आई हैं। प्रदेश सरकार हमला रोकने वाले पुलिसकर्मियों को पांच लाख रुपये का ईनाम देगी।

रविवार को सिपाहियों पर ऐसे ताबड़तोड़ हमले किए गए, जैसे कि जान लेने का इरादा हो। अपराधी घटना के जरिए कोई बड़ा संदेश देना चाहते थे। दूसरी तरफ, मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमले की खबर मिलते ही पुलिस अफसर मौके पर दौड़ पड़े। गोरखपुर से लखनऊ तक अफसरों के मोबाइल फोन घनघनाने लगे थे। मुख्यमंत्री कार्यालय से पूरी घटना की जानकारी ली गई है।

गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमले के बाद मंदिर की सुरक्षा का एसएसपी डॉ विपिन ताड़ा ने जायजा लिया है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी। हर आने-जाने वाले की जांच की गई, फिर मंदिर परिसर में जाने दिया गया। जानकारी के मुताबिक, गोरखनाथ मंदिर पहले से ही आतंकी निशाने पर रहा है। प्रमुख धार्मिंक स्थल होने के साथ ही मुख्यमंत्री का आवास भी है। लिहाजा, सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं।

विस्तार

गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमला किसी आतंकी साजिश का भी हिस्सा हो सकते हैं। मामले की जांच एटीएस एडीजी व एसटीएफ एडीजी कर रहे हैं। सोमवार को प्रमुख सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी और एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए इसकी आशंका जताई है। हमलावर को पकड़ लिया गया है। हमले में उसे भी चोट आई हैं। प्रदेश सरकार हमला रोकने वाले पुलिसकर्मियों को पांच लाख रुपये का ईनाम देगी।

रविवार को सिपाहियों पर ऐसे ताबड़तोड़ हमले किए गए, जैसे कि जान लेने का इरादा हो। अपराधी घटना के जरिए कोई बड़ा संदेश देना चाहते थे। दूसरी तरफ, मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमले की खबर मिलते ही पुलिस अफसर मौके पर दौड़ पड़े। गोरखपुर से लखनऊ तक अफसरों के मोबाइल फोन घनघनाने लगे थे। मुख्यमंत्री कार्यालय से पूरी घटना की जानकारी ली गई है।

गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमले के बाद मंदिर की सुरक्षा का एसएसपी डॉ विपिन ताड़ा ने जायजा लिया है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी। हर आने-जाने वाले की जांच की गई, फिर मंदिर परिसर में जाने दिया गया। जानकारी के मुताबिक, गोरखनाथ मंदिर पहले से ही आतंकी निशाने पर रहा है। प्रमुख धार्मिंक स्थल होने के साथ ही मुख्यमंत्री का आवास भी है। लिहाजा, सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं।



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