स्वास्थ्य: जेनिफर लोपेज ने जीवन शैली बदल सेहत सुधारी, ज्यादा काम और नींद नहीं लेने से आया था पैनिक अटैक


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हद से ज्यादा काम और पर्याप्त नींद नहीं लेने का खामियाजा जेनिफर लोपेज को भी भुगतना पड़ा लेकिन उन्होंने जीवन शैली बदलकर सेहत सुधारी। मशहूर गायिका-अभिनेत्री जेनिफर लोपेज (52) ने खुलासा किया है कि एक दौर में दिन-रात काम के कारण भारी थकान से वह गंभीर पैनिक अटैक का शिकार हो गई थीं। उन्हें लगने लगा था कि वह पागल तो नहीं हो गई हैं।

प्रशंसकों के लिए जारी होने वाले ताजा ‘ऑन द जेलो’ न्यूजलैटर में उन्होंने लिखा, उम्र के दूसरे दशक के अंत में (27-29 साल) जब वे ख्याति पा रही थीं और लग रहा था कि वह अजेय हैं, तभी एक दिन शारीरिक तौर पर अपाहिज होने का तगड़ा झटका लगा।

पहली बार सुने पैनिक अटैक शब्द
सुरक्षाकर्मी उन्हें लेकर फौरन डॉक्टर के पास भागे। वहां पता लगा कि पैनिक अटैक आया है। उनके मुताबिक, असल में ये शब्द ही मैंने पहली बार सुने थे। विशेषज्ञ के पास जाकर पूछा कि क्या मैं पागल हो गई हूं। मेरी हालत देखकर उन्होंने हौसला बंधाते हुए कहा, ऐसा नहीं है, लेकिन मुझे सात से नौ घंटे नींद लेनी पड़ेगी। कैफीन का सेवन बंद करना होगा और कसरत करनी पड़ेगी।

सिर्फ तीन घंटे की नींद ने किया बुरा हाल
52 वर्षीय लोपेज के मुताबिक, उस दौर में मैं रात में सिर्फ तीन से पांच घंटे ही सोया करती थी। पूरे दिन और कई रातें स्टूडियो के सेट पर वीडियो बनाते-बनाते ही कट जाती थीं। यहां तक कि वीकेंड पर भी फिल्मांकन चलता रहता था। तभी एक रोज काम करते-करते महसूस हुआ कि मेरा शरीर बर्फ की तरह जम गया है। न कुछ साफ दिखाई पड़ रहा था और न ही मुंह से कोई अल्फाज निकल पा रहा था।

शरीर और दिमागी सेहत नजरअंदाज करना हो सकता है नुकसानदायक
मुझे पहली बार लगा कि शरीर और दिमागी सेहत को नजरअंदाज करना कितना नुकसानदायक हो सकता है। उस दौरान आलम यह था कि अपने शारीरिक  लक्षणों से मैं बुरी तरह भयभीत हो गई थी। तभी मेरी फिटनेस का सिलसिला शुरू हुआ। जो आज मेरा स्वरूप है, वह इसी का नतीजा है। उस भयावह अनुभव के बाद मैंने स्वस्थ और संतुलित जीवन को मकसद बनाया।  

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हद से ज्यादा काम और पर्याप्त नींद नहीं लेने का खामियाजा जेनिफर लोपेज को भी भुगतना पड़ा लेकिन उन्होंने जीवन शैली बदलकर सेहत सुधारी। मशहूर गायिका-अभिनेत्री जेनिफर लोपेज (52) ने खुलासा किया है कि एक दौर में दिन-रात काम के कारण भारी थकान से वह गंभीर पैनिक अटैक का शिकार हो गई थीं। उन्हें लगने लगा था कि वह पागल तो नहीं हो गई हैं।

प्रशंसकों के लिए जारी होने वाले ताजा ‘ऑन द जेलो’ न्यूजलैटर में उन्होंने लिखा, उम्र के दूसरे दशक के अंत में (27-29 साल) जब वे ख्याति पा रही थीं और लग रहा था कि वह अजेय हैं, तभी एक दिन शारीरिक तौर पर अपाहिज होने का तगड़ा झटका लगा।

पहली बार सुने पैनिक अटैक शब्द

सुरक्षाकर्मी उन्हें लेकर फौरन डॉक्टर के पास भागे। वहां पता लगा कि पैनिक अटैक आया है। उनके मुताबिक, असल में ये शब्द ही मैंने पहली बार सुने थे। विशेषज्ञ के पास जाकर पूछा कि क्या मैं पागल हो गई हूं। मेरी हालत देखकर उन्होंने हौसला बंधाते हुए कहा, ऐसा नहीं है, लेकिन मुझे सात से नौ घंटे नींद लेनी पड़ेगी। कैफीन का सेवन बंद करना होगा और कसरत करनी पड़ेगी।

सिर्फ तीन घंटे की नींद ने किया बुरा हाल

52 वर्षीय लोपेज के मुताबिक, उस दौर में मैं रात में सिर्फ तीन से पांच घंटे ही सोया करती थी। पूरे दिन और कई रातें स्टूडियो के सेट पर वीडियो बनाते-बनाते ही कट जाती थीं। यहां तक कि वीकेंड पर भी फिल्मांकन चलता रहता था। तभी एक रोज काम करते-करते महसूस हुआ कि मेरा शरीर बर्फ की तरह जम गया है। न कुछ साफ दिखाई पड़ रहा था और न ही मुंह से कोई अल्फाज निकल पा रहा था।

शरीर और दिमागी सेहत नजरअंदाज करना हो सकता है नुकसानदायक

मुझे पहली बार लगा कि शरीर और दिमागी सेहत को नजरअंदाज करना कितना नुकसानदायक हो सकता है। उस दौरान आलम यह था कि अपने शारीरिक  लक्षणों से मैं बुरी तरह भयभीत हो गई थी। तभी मेरी फिटनेस का सिलसिला शुरू हुआ। जो आज मेरा स्वरूप है, वह इसी का नतीजा है। उस भयावह अनुभव के बाद मैंने स्वस्थ और संतुलित जीवन को मकसद बनाया।  



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