आईएमएफ की सलाह- बढ़ती महंगाई पर लगाम कसने के लिए मौद्रिक नीतियों को सख्‍त करे भारत


नई दिल्‍ली. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF ) का कहना है कि भारत सहित एशिया के कई देशों के सामने बढ़ती मुद्रास्‍फीति (Inflation) ने बड़ी नीतिगत उलझन पैदा कर दी है. सरकारों के लिए विकास गतिशीलता को प्रभावित किए बिना तेजी से बढ़ती महंगाई को काबू करना चुनौती बन गया है. महंगाई को काबू करने के लिए भारत को अपनी मौद्रिक नीति सख्‍त करने का सुझाव भी आईएमएफ ने दिया है.

आईएमएफ की एशिया और प्रशांत विभाग की कार्यवाहक निदेशक ऐनी-मैरी गुल्डे-वुल्फ (Anne-Marie Gulde-Wolf)  का कहना कि नीति निर्माताओं को दीर्घावधि विकास को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक सुधारों को लागू करते हुए कमजोर वर्ग के ऐसे लोगों का ध्‍यान रखना चाहिए जिन पर ईंधन और खाद्य पदार्थों की लागत बढ़ने का सबसे ज्‍यादा असर हुआ है.

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मौद्रिक नीति सख्‍त करे भारत
वुल्‍फ का कहना है कि यूक्रेन संकट (Ukraine Crisis) के कारण भारत के विकास पर नकारात्‍मक असर पड़ है और इससे करंट अकाउंट डैफिसिट और मुद्रास्‍फीति (Inflation), दोनों ही बढ़ रहे हैं. कीमतों को काबू में रखने के लिए मौद्रिक नीति को सख्‍त करना चाहिए. सरकार का उदार वित्‍तीय रुख, कमजोर तबके को सहायता देना और बुनियादे ढांचे में निवेश करना वर्तमान परिस्थितियों में उपयुक्‍त कदम है. वुल्‍फ ने कहा कि मौद्रिक नीति में सख्‍ती की अब जरूरत है.

पिछले सप्‍ताह ही अंतरराष्‍ट्रीय मुद्राकोष ने वित्‍तवर्ष 2023 के लिए भारत की विकास दर अनुमान को 80 बेसिस प्‍वाइंट्स घटाकर 8.2 फीसदी कर दिया था. वहीं महंगाई के मुद्दे पर वुल्‍फ ने कहा कि- हम देख रहे हैं कि विकास दर को बनाए रखते हुए मुद्रास्‍फीति को काबू में रखना नीति निर्माताओं के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है. भारत में महंगाई दर अब काफी ऊपर चली गई है. इसका कारण यूक्रेन संकट है क्‍योंकि भारत ईंधन और कमोडिटी के लिए आयात पर काफी निर्भर है.

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आरबीआई की तय सीमा को पार कर गई महंगाई दर
भारत की खुदरा मुद्रास्फीति मार्च में लगातार तीसरे महीने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की तय सीमा को को पार कर गई और 17 महीने के उच्च स्तर 6.95% पर पहुंच गई. वुल्‍फ ने आगाह किया है कि भारत सहित एशियाई रीजन के ज्‍यादातर देश स्‍टैगफ्लेशनरी (stagflationary) आउटलुक का सामना कर रहे हैं. इसका मतलब है कि इन देशों में मुद्रास्‍फीति दर और बेरोजगारी दर, दोनों ही उच्‍च स्‍तर पर हैं. वुल्‍फ का कहना है कि ऐसा यूक्रेन संकट, कमोडिटी की कीमतों में उछाल और चीन में आए स्‍लोडाउन की वजह से हुआ है.

Tags: IMF, Inflation, International Monetary Fund

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