IND vs ENG 1st ODI Analysis: बुमराह-शमी के सामने फेल हुए इंग्लैंड के बल्लेबाज, पुरानी लय में दिखी रोहित-धवन की जोड़ी


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भारत और इंग्लैंड के बीच वनडे सीरीज का पहला मैच भारत ने 10 विकेट से जीत लिया है। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में लक्ष्य का पीछा करते हुए यह भारत की सबसे बड़ी जीत है। वनडे क्रिकेट के इतिहास में पहली बार भारत ने इंग्लैंड को 10 विकेट के अंतर से हराया है। भारत की यह जीत टीम इंडिया के लिए कई मायनों में अहम है। टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच में भारत की हार के बाद जॉनी बेयरस्टो, बेन स्टोक्स और जो रूट की जमकर तारीफ हो रही थी। ऐसा कहा जा रहा था कि भारतीय गेंदबाजों के लिए इन तीनों को आउट करना मुश्किल है। 

टॉस के दौरान वनडे और टी20 के कप्तान जोस बटलर ने भी इन तीनों के वापस आने पर खुशी जताई थी। हालांकि, बटलर की खुशी, ज्यादा देर तक नहीं चली। मैच शुरू होने के 33 गेंद के अंदर ये तीनों वापस पवेलियन लौट चुके थे। रूट और स्टोक्स तो 16 गेंद के अंदर ही आउट हो गए थे। इस मैच में भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन कर इंग्लैंड को 110 रन पर रोका फिर रोहित और धवन की जोड़ी ने आसानी से मैच अपने नाम किया। 
मैच के टर्निंग प्वाइंट

  • मैच शुरू होने के समय आसमान में बादल थे और गेंदबाजों को मदद मिलना तय था। ऐसे में कप्तान रोहित ने टॉस जीता और गेंदबाजी का फैसला किया। यहीं से टीम इंडिया मैच में काफी आगे हो गई थी। 
  • हालातों का फायदा उठाते हुए जसप्रीत बुमराह ने अपने पहले ओवर में जेसन रॉय और जो रूट को आउट कर दिया। यहीं, से इंग्लैंड की बल्लेबाजी का पतन शुरू हुआ। अगले ओवर में शमी ने एक विकेट लिया और आठ ओवर के अंदर इंग्लैंड की आधी टीम पवेलियन लौट गई थी। 
  • कार्स और डेविड विली के बीच 35 रन की साझेदारी हुई तो लगा कि इंग्लैंड की टीम लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचेगी, लेकिन बुमराह ने कार्स को आउट कर इंग्लैंड की सारी उम्मीदें खत्म कर दीं। इसके बाद सात बनाकर इंग्लैंड की पूरी टीम आउट हो गई। 

दोनों कप्तानों का प्रदर्शन
रोहित शर्मा इस मैच में जोस बटलर पर पूरी तरह हावी रहे। पहले गेंदबाजी करते हुए उन्होंने शानदार कप्तानी की। बुमराह अच्छी लय में थे तो उनसे लगातार पांच ओवर कराए। शमी की जगह हार्दिक को लाए। हार्दिक ने ज्यादा प्रभावित नहीं किया तो कृष्णा को लाए और कृष्णा ने मोईन अली को आउट किया। अंत में चहल को ओवर देकर गुगली के साथ पुछल्ले बल्लेबाजों को समेटने की कोशिश की। यह पैंतरा काम नहीं किया तो फिर से शमी और बुमराह को लाए। बाउंसर और यॉकर की रणनीत अपनाई और इंग्लैंड को सस्ते में समेट दिया। बल्ले के साथ भी रोहित ने कमाल किया और 58 गेंद में 76 रन की शानदार पारी खेली। मैच से पहले ही उन्होंने कहा था कि वो आक्रामक अंदाज में खेलेंगे और ऐसा ही किया। 

जोस बटलर के लिए इस मैच में कुछ भी सही नहीं हुआ। इंग्लैंड का टॉप ऑर्डर फेल होने के बाद वो बल्लेबाजी के लिए आए और सबसे ज्यादा 30 रन बनाए। शुरुआत में आक्रामक अंदाज में खेले फिर संभलकर बल्लेबाजी भी की, लेकिन शमी की बाउंसर पर बड़ा खेलने के चक्कर में बाउंड्री लाइन पर कैच दे बैठे। दूसरी पारी में लक्ष्य का बचाव करते हुए उनके पास करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं था, लेकिन पावरप्ले में ही इंग्लैंड के गेंदबाजों में वो जोश नहीं दिखा, जो भारतीय गेंदबाजी में था। 
भारत के लिए कैस रहा मैच
सकारात्मक पहलूः
भारतीय टीम के लिए इस मैच में सब कुछ सकारात्मक ही रहा। पहले गेंदबाजों ने रिकॉर्ड बनाया। बुमराह ने छह और शमी ने तीन विकेट लिए। इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को 110 रन पर समेटा फिर रोहित और धवन ने कमाल किया। दोनों ने मिलकर 114 रन बनाए और भारत को 10 विकेट से जीत दिलाई। ये जोड़ी फिर से पुराने अंदाज में दिखी।

नकारात्मक पहलूः पिच से तेज गेंदबाजों को मदद मिलने के बावजूद हार्दिक पांड्या कुछ खास नहीं कर पाए। उन्होंने चार ओवर में 22 रन दिए और कोई विकेट नहीं मिला। वहीं, चहल पुछल्ले बल्लेबाजों को भी अपनी फिरकी के जाल में नहीं फंसा पाए। उन्होंने भी दो ओवर में 10 रन दिए। शिखर धवन ने रोहित के साथ शतकीय साझेदारी जरूर की, लेकिन उन्होंने काफी धीमी गति से रन बनाए। धवन ने 54 गेंद पर 31 रन की पारी खेली। उन्हें आने वाले मैचों में अपना स्ट्राइक रेट बेहतर करना होगा। 
इंग्लैंड के लिए कैसा रहा मैच
सकारात्मक पहलू:
इस मैच में इंग्लैंड की टीम के लिए कुछ भी सकारात्मक नहीं रहा। कप्तान बटलर ने 30 गेंद में 32 रन की पारी खेली और लड़ने की कोशिश की। यही एकमात्र चीज इंग्लैंड अपने पक्ष में ले सकता है। 

नकारात्मक पहलू: इंग्लैंड के चार बल्लेबाज इस मैच में अपना खाता तक नहीं खोल पाए। इनमें जेसन रॉय, जो रूट, बेन स्टोक्स और लियम लिविंगस्टोन का नाम शामिल है। सिर्फ चार ही खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा छू पाए। इनमें से तीन तो ऑलराउंडर या गेंदबाज थे। सबसे ज्यादा 30 रन कप्तान बटलर ने बनाए। गेंदबाजी के समय भी किसी भी गेंदबाज ने लड़ने का जज्बा नहीं दिखाया। दूसरी पारी में इंग्लैंड की पूरी टीम के कंधे झुके हुए थे। इसी वजह से गेंदबाजों को पिच से भी मदद नहीं मिली। 

विस्तार

भारत और इंग्लैंड के बीच वनडे सीरीज का पहला मैच भारत ने 10 विकेट से जीत लिया है। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में लक्ष्य का पीछा करते हुए यह भारत की सबसे बड़ी जीत है। वनडे क्रिकेट के इतिहास में पहली बार भारत ने इंग्लैंड को 10 विकेट के अंतर से हराया है। भारत की यह जीत टीम इंडिया के लिए कई मायनों में अहम है। टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच में भारत की हार के बाद जॉनी बेयरस्टो, बेन स्टोक्स और जो रूट की जमकर तारीफ हो रही थी। ऐसा कहा जा रहा था कि भारतीय गेंदबाजों के लिए इन तीनों को आउट करना मुश्किल है। 

टॉस के दौरान वनडे और टी20 के कप्तान जोस बटलर ने भी इन तीनों के वापस आने पर खुशी जताई थी। हालांकि, बटलर की खुशी, ज्यादा देर तक नहीं चली। मैच शुरू होने के 33 गेंद के अंदर ये तीनों वापस पवेलियन लौट चुके थे। रूट और स्टोक्स तो 16 गेंद के अंदर ही आउट हो गए थे। इस मैच में भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन कर इंग्लैंड को 110 रन पर रोका फिर रोहित और धवन की जोड़ी ने आसानी से मैच अपने नाम किया। 



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