नई दिल्ली. कोरोना संक्रमण (Corona virus)के चलते रेल परिचालन पूरी तरह से प्रभावित रहा है. इसकी वजह से रेलवे (Indian Railways) को बड़ा राजस्व का नुकसान भी उठाना पड़ा है. लेकिन रेलवे के जोनों ने दूसरे स्रोतों से अपने राजस्व को बढ़ाने का काम भी किया है. इन स्रोतो से न केवल राजस्व में बढ़ोत्तरी की गई है बल्कि जोनल लेवल पर रिकॉर्ड भी बनाने गए हैं. ताजा मामला उत्तर रेलवे (Norhtern Railway) का सामने आया है. उत्तर रेलवे ने बीते वित्त वर्ष में पार्सल राजस्व (Parcels Revenue) से 395 करोड़ रुपए अर्जित कर रिकॉर्ड बनाया है.
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महाप्रबंधक आशुतोष गंगल का भी कहना है कि कोरोना के कारण आने वाली बाधाओं और चुनौतियों के बावजूद उत्तर रेलवे ने मालभाड़ा आय के नए क्षेत्रों की पहचान कर अपने राजस्व में बढ़ोत्तरी की है. उत्तर रेलवे ने 01.04.2021 से 31.03.2022 तक की अवधि के दौरान पार्सल राजस्व से 395 करोड़ रुपए (394.56 करोड़ रुपए) अर्जित किए हैं जोकि भारतीय रेल के सभी जोनों में सर्वाधिक है.
अप्रैल-2021 से मार्च-2022 तक उत्तर रेलवे पर पार्सल तथा लगेज आय मंडलवार निम्नानुसार है:-
दिल्ली मंडल -3028079094
फिरोजपुर मंडल -379502179
लखनऊ मंडल -102076756
मुरादाबाद मंडल -268579633
अम्बाला मंडल -167366589
कुल योग -394,5604251
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