पीटीआई, नई दिल्ली।
Published by: देव कश्यप
Updated Thu, 31 Mar 2022 12:01 AM IST
सार
रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इस कदम से इन अस्पतालों से स्वास्थ्य सेवा ले रहे छावनी के निवासियों, सशस्त्र बलों के कर्मियों, उनके परिजनों और इन अस्पतालों से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने वाले नागरिकों को आयुर्वेद चिकित्सा उपलब्ध हो सकेगी।
छावनी अस्पताल। (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : Delhi Cantonment Board
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विस्तार
देश के कुल 37 छावनी अस्पतालों में एक मई से आयुर्वेद क्लिनिक शुरू होंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को भारतीय पारंपरिक चिकित्सा का लाभ मिल सके। रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, “इस कदम से इन अस्पतालों से स्वास्थ्य सेवा ले रहे छावनी के निवासियों, सशस्त्र बलों के कर्मियों, उनके परिजनों और इन अस्पतालों से स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने वाले नागरिकों को आयुर्वेद चिकित्सा उपलब्ध हो सकेगी।”
बयान में कहा गया कि हाल में रक्षा सचिव अजय कुमार और आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राकेश कोटेचा के बीच हुई उच्च स्तरीय बैठक में उक्त क्लिनिक को शुरू करने का निर्णय लिया गया। बयान के अनुसार, इस पहल के लिए आयुष मंत्रालय, 37 छावनी अस्पतालों को कुशल आयुष डॉक्टर और फार्मासिस्ट उपलब्ध करा रहा है।
बयान में कहा गया है, “रक्षा संपदा महानिदेशालय के अधिकारी (डीजीडीई), रक्षा मंत्रालय और आयुष मंत्रालय के अधिकारी इन 37 आयुर्वेद केंद्रों को कार्यात्मक बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे।” ये 37 छावनी अस्पताल आगरा, इलाहाबाद, बरेली, देहरादून, महू (डॉ. आम्बेडकर नगर)), पचमढ़ी, शाहजहांपुर, जबलपुर, बादामी बाग और बैरकपुर जैसे शहरों में स्थित हैं।