महाराष्ट्र और राजस्थान में हिंसा का खुफिया अलर्ट: RAF के 20 हजार जवानों को एयरलिफ्ट करने की तैयारी


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केंद्रीय खुफिया एजेंसी द्वारा महाराष्ट्र और राजस्थान में हिंसा व दंगा होने की आशंका जताई गई है। इसके चलते सीआरपीएफ की रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की 15 बटालियनों यानी लगभग बीस हजार जवानों को एयरलिफ्ट के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। आरएएफ यूनिटों को दिए गए निर्देश में कहा गया है कि उन्हें किसी भी शॉर्ट नोटिस पर हवाई जहाज एवं सड़क मार्ग से विशेष ड्यूटी पर भेजा जा सकता है। सभी बटालियनें, दंगा रोधी उपकरणों से लैस होंगी। साथ ही उन्हें पर्याप्त संख्या में हथियार एवं गोला बारूद साथ रखने के लिए कहा गया है। वाहनों को लेकर भी निर्देश जारी किए गए हैं। सभी गाड़ियों ठीक अवस्था में हों और फ्यूल टैंक भरा रहे।

कंपनी कमांडर व कमांडेंट को खास हिदायतें

सूत्रों के मुताबिक, आरएएफ को 28 जून को यह निर्देश दिया गया है। इन निर्देशों में आरएएफ जवानों को हवाई जहाज एवं सड़क मार्ग से किसी विशेष ड्यूटी पर जाने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। आरएएफ की यूनिट बटालियन संख्या 83, 99 व 107 से कहा गया है कि वे सड़क मार्ग से जाने के लिए खुद को तैयार रखें। जैसे ही आदेश आएगा, उन्हें बिना किसी विलंब के ड्यूटी स्थल के लिए रवाना होना पड़ेगा। इसी तरह से यूनिट संख्या 91, 97, 100, 101, 102, 103, 104, 105, 106, 108, 114 व 194 को एयरलिफ्ट की तैयारी के लिए कहा गया है। किसी भी बटालियन में जवानों की संख्या कम न रहे, इसके लिए कंपनी कमांडर व कमांडेंट को खास हिदायत दी गई है। सभी जवान, आधुनिक दंगा निरोधक उपकरणों से लैस रहेंगे।

बागी विधायकों के महाराष्ट्र पहुंचते ही तोड़फोड़ की संभावना

महाराष्ट्र की सियासत में कई दिनों से उथल पुथल मची हुई है। शिवसेना के बागी विधायकों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। भाजपा नेता एवं पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दिल्ली से लौटने के बाद राज्यपाल से मुलाकात कर फ्लोर टेस्ट की मांग कर दी है। दूसरी ओर, शिवसेना की तरफ से कथित तौर पर बागी विधायकों को धमकियां दी जा रही हैं। इसके चलते अनेक विधायकों को सीआरपीएफ सुरक्षा मुहैया कराई गई है। सेंट्रल एजेंसियों ने महाराष्ट्र में हिंसा होने की आशंका जताई है। जैसे ही बागी विधायक मुंबई पहुंचेंगे तो वहां तोड़फोड़ हो सकती है। इसके चलते यहां भी आरएएफ तैनात की जा सकती है।

राजस्थान के उदयपुर में विशेष समुदाय के दो लोगों द्वारा एक व्यक्ति की हत्या करने के बाद वहां तनाव व्याप्त है। मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन किया है। एनआईए की टीम भी उदयपुर पहुंच रही है। जघन्य हत्या के बाद पूरे उदयपुर में जगह-जगह पुलिस तैनात है। सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा गया है। शांति और सुरक्षा के लिहाज से पूरे राजस्थान में इंटरनेट बंद है। वहां पर हालात बिगड़ने की आशंका है। इस वजह से यहां पर भी सीआरपीएफ की आरएएफ बटालियनों को सड़क मार्ग से जाने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।

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केंद्रीय खुफिया एजेंसी द्वारा महाराष्ट्र और राजस्थान में हिंसा व दंगा होने की आशंका जताई गई है। इसके चलते सीआरपीएफ की रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की 15 बटालियनों यानी लगभग बीस हजार जवानों को एयरलिफ्ट के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है। आरएएफ यूनिटों को दिए गए निर्देश में कहा गया है कि उन्हें किसी भी शॉर्ट नोटिस पर हवाई जहाज एवं सड़क मार्ग से विशेष ड्यूटी पर भेजा जा सकता है। सभी बटालियनें, दंगा रोधी उपकरणों से लैस होंगी। साथ ही उन्हें पर्याप्त संख्या में हथियार एवं गोला बारूद साथ रखने के लिए कहा गया है। वाहनों को लेकर भी निर्देश जारी किए गए हैं। सभी गाड़ियों ठीक अवस्था में हों और फ्यूल टैंक भरा रहे।

कंपनी कमांडर व कमांडेंट को खास हिदायतें

सूत्रों के मुताबिक, आरएएफ को 28 जून को यह निर्देश दिया गया है। इन निर्देशों में आरएएफ जवानों को हवाई जहाज एवं सड़क मार्ग से किसी विशेष ड्यूटी पर जाने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। आरएएफ की यूनिट बटालियन संख्या 83, 99 व 107 से कहा गया है कि वे सड़क मार्ग से जाने के लिए खुद को तैयार रखें। जैसे ही आदेश आएगा, उन्हें बिना किसी विलंब के ड्यूटी स्थल के लिए रवाना होना पड़ेगा। इसी तरह से यूनिट संख्या 91, 97, 100, 101, 102, 103, 104, 105, 106, 108, 114 व 194 को एयरलिफ्ट की तैयारी के लिए कहा गया है। किसी भी बटालियन में जवानों की संख्या कम न रहे, इसके लिए कंपनी कमांडर व कमांडेंट को खास हिदायत दी गई है। सभी जवान, आधुनिक दंगा निरोधक उपकरणों से लैस रहेंगे।

बागी विधायकों के महाराष्ट्र पहुंचते ही तोड़फोड़ की संभावना

महाराष्ट्र की सियासत में कई दिनों से उथल पुथल मची हुई है। शिवसेना के बागी विधायकों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। भाजपा नेता एवं पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दिल्ली से लौटने के बाद राज्यपाल से मुलाकात कर फ्लोर टेस्ट की मांग कर दी है। दूसरी ओर, शिवसेना की तरफ से कथित तौर पर बागी विधायकों को धमकियां दी जा रही हैं। इसके चलते अनेक विधायकों को सीआरपीएफ सुरक्षा मुहैया कराई गई है। सेंट्रल एजेंसियों ने महाराष्ट्र में हिंसा होने की आशंका जताई है। जैसे ही बागी विधायक मुंबई पहुंचेंगे तो वहां तोड़फोड़ हो सकती है। इसके चलते यहां भी आरएएफ तैनात की जा सकती है।

राजस्थान के उदयपुर में विशेष समुदाय के दो लोगों द्वारा एक व्यक्ति की हत्या करने के बाद वहां तनाव व्याप्त है। मामले की जांच के लिए राज्य सरकार ने एसआईटी का गठन किया है। एनआईए की टीम भी उदयपुर पहुंच रही है। जघन्य हत्या के बाद पूरे उदयपुर में जगह-जगह पुलिस तैनात है। सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा गया है। शांति और सुरक्षा के लिहाज से पूरे राजस्थान में इंटरनेट बंद है। वहां पर हालात बिगड़ने की आशंका है। इस वजह से यहां पर भी सीआरपीएफ की आरएएफ बटालियनों को सड़क मार्ग से जाने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।



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