IPL 2022: 17 साल के उमरान मलिक के आगे कांपते थे रणजी खिलाड़ी, गति इतनी कि कोच भी डरने लगे थे, गेंदबाजी से हटा दिया


सार

उमरान का घर तवी नदी के नजदीक है। नदी के किनारे की जमीन रेतीली हैं, उमरान बचपन में इसी रेतीली जमीन पर रनिंग करते थे। बाद में यही क्रिकेट खेला है जिससे उनके पांव काफी मजबूत हैं, जबकि वह राष्ट्रीय स्तर पर चमकने से पहले कभी जिम में भी नहीं गए।

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बात 2017 की है कोच रणधीर सिंह मन्हास जम्मू के नवाबाद इलाके में स्थित मौलाना आजाद स्टेडियम में क्रिकेटरों को अभ्यास करा रहे थे। 17 साल का एक लड़का उनके पास आया और बोला, सर, क्या आप मुझे गेंद डालने देंगे। उस युवा के पास स्पाइक्स (गेंदबाजी करने के लिए जूते) भी नहीं थे।

कोच ने पूछा तुम्हारा क्या नाम है। जवाब मिला उमरान मलिक। युवक का आग्रह ऐसा था कि मन्हास टाल नहीं सके। संयोग से उस दिन नेट पर एक गेंदबाज भी कम था। उस समय जेएंडके टीम के सीनियर बल्लेबाज जतिन वधावान बल्लेबाजी कर रहे थे। वह भी गेंदों की गति को देखकर चौंक गए थे। बस यही से शुरुआत भारतीय क्रिकेट के नए उभरते स्पीडस्टर की।
15 मिनट में गेंदबाजी से हटा दिया 
एक और किस्सा है, असम रणजी टीम के कोच और भारत के पूर्व क्रिकेटर अजय रात्रा एक मैच के सिलसिले में जम्मू आए थे। नेट पर एक गेंदबाज कम था। रात्रा ने उमरान को देखा तो गेंदबाजी करने की पेशकश की जिस पर वह तुरंत राजी हो गया लेकिन 15 मिनट बाद कोच ने खुद मना दिया, ये तो इतनी तेज फेंक रहा है, कहीं खिलाड़ी चोटिल न हो जाए। 

पिता की है फल की दुकान 
जम्मू के गूजर नगर के रहने वाले मध्यम आय वर्ग के परिवार से आने वाले उमरान के पिता स्थानीय मार्केट में फल की दुकान लगाते हैं। पिता चाहते थे कि बेटा पढ़ाई में ध्यान लगाए। बाद में बेटे का खेल के प्रति जुनून देखकर माता-पिता दोनों ने आर्थिक दिक्कतों के बावजूद क्रिकेट के शौक को परवान चढ़ाया। कूच बिहार ट्रॉफी अंडर-19 में चयन हुआ। मलिक ने उधार के स्पाइक्स मांगकर अंडर-19 का ट्रायल दिया था। एक मैच खेलने को मिला था, लेकिन जब वह गेंदबाजी करना आता तो विकेटकीपर 35 गज दूर चला जाता। अंडर-19 स्तर पर ऐसा कम ही देखने को मिलता है। 
तवी के रेतीले तट से उपजी है प्रतिभा 
उमरान का घर तवी नदी के नजदीक है। नदी के किनारे की जमीन रेतीली हैं, उमरान बचपन में इसी रेतीली जमीन पर रनिंग करते थे। बाद में यही क्रिकेट खेला है जिससे उनके पांव काफी मजबूत हैं, जबकि वह राष्ट्रीय स्तर पर चमकने से पहले कभी जिम में भी नहीं गए। विंडीज के दिग्गज एंडी राबर्ट्स कहते हैं कि तेज गेंदबाज के लिए शरीर का ऊपरी हिस्सा मजबूत होने के साथ पांवों में ताकत होनी जरूरी है।

टेनिस क्रिकेट से की शुरुआत
उमरान ने अपनी शुरुआत टेनिस बॉल क्रिकेट से की। वह जो घातक यार्कर फेंकते हैं, वह टेनिस क्रिकेट की ही देन है, जहां पांव को निशाना बना कर गेंदबाजी की जाती है। बुमराह ने भी टेनिस बॉल क्रिकेट से शुरुआत की थी। अब वहीं से भारत का नया स्पीडस्टर उभर रहा है। 
समद ने भेजे थे वीवीएस को वीडियो
उमरान आईपीएल की हैदराबाद टीम का हिस्सा हैं। जम्मू-कश्मीर के अब्दुल समद भी इसी टीम में हैं। उन्होंने जून 2020 में वीवीएस लक्ष्मण सर और टॉम मूडी को उमरान की गेंदबाजी के वीडियो भेजे थे। उमरान को नेट गेंदबाज के रूप में चुन लिया गया। वह 2020 और 2021 में यूएई गए। लगातार 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले उमरान पिछले टी-20 विश्वकप में भी नेट गेंदबाज थे। 

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बात 2017 की है कोच रणधीर सिंह मन्हास जम्मू के नवाबाद इलाके में स्थित मौलाना आजाद स्टेडियम में क्रिकेटरों को अभ्यास करा रहे थे। 17 साल का एक लड़का उनके पास आया और बोला, सर, क्या आप मुझे गेंद डालने देंगे। उस युवा के पास स्पाइक्स (गेंदबाजी करने के लिए जूते) भी नहीं थे।

कोच ने पूछा तुम्हारा क्या नाम है। जवाब मिला उमरान मलिक। युवक का आग्रह ऐसा था कि मन्हास टाल नहीं सके। संयोग से उस दिन नेट पर एक गेंदबाज भी कम था। उस समय जेएंडके टीम के सीनियर बल्लेबाज जतिन वधावान बल्लेबाजी कर रहे थे। वह भी गेंदों की गति को देखकर चौंक गए थे। बस यही से शुरुआत भारतीय क्रिकेट के नए उभरते स्पीडस्टर की।



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