आईपीएल 2022 में अब बस कुछ ही दिनों का वक्त रह गया है। 26 मार्च को चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मैच से 15वें सीजन की शुरुआत होगी। इससे पहले कई फ्रेंचाइजी चोट, अंतरराष्ट्रीय मैचों के कारण खिलाड़ियों की उपलब्धता और बैटिंग पोजिशन समेत कई मामलों को सुलझाने में जुटी है। हर टीम ऐसी किसी समस्य से जूझ रही है। हम आपको पांच टीमों की ऐसी ही कुछ समस्याएं और उनके जवाब बता रहे हैं।
चेन्नई सुपर किंग्स: दीपक चाहर चोटिल, कौन लेगा उनकी जगह?
डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स को आईपीएल शुरू होने से पहले ही बड़ा झटका लगा। तेज गेंदबाज दीपक चाहर चोट की वजह से आधे से ज्यादा सीजन मिस करेंगे। चेन्नई ने इसी साल मेगा ऑक्शन में दीपक चाहर को 14 करोड़ रुपये में खरीदा था। इससे टीम के बैलेंस पर क्या असर पड़ेगा? 2018 के बाद से दीपक चाहर आईपीएल में पावरप्ले में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों में से एक हैं।
उन्होंने इस दौरान पावरप्ले यानि पहले छह ओवर में 42 विकेट चटकाए हैं। ऐसे में चेन्नई को उनका रिप्लेसमेंट मिलना न के बराबर है। ऐसे में चेन्नई को फिलहाल अन्य तेज गेंदबाजों पर समय देने की जरूरत है। आईपीएल 2022 के शुरुआती फेज में पिच गेंदबाजों की जगह बल्लेबाजों को मदद कर सकती है।
चेन्नई के पास एक ऑप्शन यह है कि रॉबिन उथप्पा और ऋतुराज गायकवाड़ ओपनिंग करें और दो विदेशी तेज गेंदबाजों- क्रिस जॉर्डन और एडम मिल्ने को प्लेइंग-11 में जगह दी जाए। वहीं, दूसरा ऑप्शन है कि अनकैप्ड भारतीय तेज गेंदबाज राजवर्धन हंगरगेकर को टीम में शामिल किया जाए और ओपनिंग डेवोन कॉन्वे और ऋतुराज करें। इसके अलावा भी चेन्नई के पास कई भारतीय युवा तेज गेंदबाज मौजूद हैं। इनमें मुकेश चौधरी, तुषार देशपांडे, सिमरजीत सिंह और केएम आसिफ शामिल हैं।
कोलकाता नाइट राइडर्स: वेंकटेश अय्यर क्या रोल अदा करेंगे? कौन होगा विकेटकीपर?
वेंकटेश अय्यर ने पिछले सीजन के दूसरे फेज में अपनी दमदार ओपनिंग बल्लेबाजी से खूब नाम कमाया था। यह उनकी ही बल्लेबाजी थी, जिसकी बदौलत कोलकाता की टीम पिछले सीजन फाइनल में पहुंची थी। वेंकटेश को इसका इनाम भी मिला और वह टीम इंडिया में भी चुने गए, जहां उन्हें फिनिशर का रोल दिया गया है।
हालांकि, इससे कोलकाता के बैटिंग ऑर्डर पर फर्क नहीं पड़ना चाहिए और पूरी संभावना है कि वेंकटेश को ओपनिंग के लिए ही भेजा जाएगा। हालांकि, इससे बड़ा सवाल यह भी है कि वेंकटेश का ओपनिंग पार्टनर कौन होगा? एलेक्स हेल्स ने टूर्नामेंट से पहले ही नाम वापस ले लिया है। वह ओपनिंग के लिए टॉप कंटेंडर थे।
ऐसे में टीम के पास तीन ऑप्शन बचते हैं। या तो इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज सैम बिलिंग्स को ओपनिंग भेजा जाए, या फिर सौराष्ट्र के विकेटकीपर बल्लेबाज शेल्डन जैक्सन और तमिलनाडु के बाबा इंद्रजीत को मौका दिया जाए।
हेल्स की जगह कोलकाता ने एरॉन फिंच को टीम में शामिल किया है। अगर फिंच अय्यर के साथ ओपनिंग उतरते हैं, तो शेल्डन विकेटकीपिंग करेंगे और साथ ही मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते नजर आएंगे। इसके अलावा टीम में अजिंक्य रहाणे भी शामिल हैं। सुनील नरेन भी ओपनिंग कर सकते हैं। हालांकि, टीम नरेन को लोअर ऑर्डर में इस्तेमाल करना चाहेगी।
मुंबई इंडियंस: चार विदेशी खिलाड़ी कौन-कौन से होंगे?
पांच बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस हमेशा से अपनी मजबूत कोर टीम के लिए जानी जाती है। हालांकि, इस बार टीम का कोर पहले की तरह मजबूत नहीं है और स्क्वॉड में कई नए देशी और विदेशी खिलाड़ी मौजूद हैं। मुंबई के लिए पहली चुनौती चार मुख्य विदेशी खिलाड़ियों को चुनने की होगी। कीरोन पोलार्ड और टिम डेविड की जगह प्लेइंग-11 में पक्की मानी जा रही है।
ऐसे में दो स्थानों के लिए जंग होगी। जोफ्रा आर्चर इस सीजन नहीं खेलेंगे। डेथ ओवर स्पेशलिस्ट टायमल मिल्स को प्लेइंग-11 में शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा राइली मेरिडिथ और डेनियल सैम्स में आखिरी विदेशी स्लॉट को लेकर जंग होगी। मेरिडिथ की बॉलिंग स्पीड उन्हें तरजीह दिलाती है, जबकि सैम्स गेंदबाजी के साथ-साथ मुंबई की बल्लेबाजी को और मजबूत कर सकते हैं।
वहीं, अनकैप्ड खिलाड़ियों की बात करें तो तिलक वर्मा मुंबई के लिए नंबर-3 पर बल्लेबाजी करते दिख सकते हैं। वहीं, तमिलनाडु के ऑलराउंडर संजय यादव को फ्लोटर के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। यही रोल क्रुणाल पांड्या पिछले पांच साल से मुंबई के लिए निभा रहे थे।
दिल्ली कैपिटल्स: एनरिक नॉर्ट्जे नहीं खेले तो दिल्ली का मुख्य गेंदबाज कौन होगा?
दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज एनरिक नॉर्ट्जे पिछले साल नवंबर 2021 के बाद से कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है। क्रिकेट साउथ अफ्रीका के मुताबिक वह हिप इंजरी से जूझ रहे हैं और उनके वापसी की भी कोई तारीख तय नहीं है। नॉर्ट्जे पिछले कुछ सालों में दिल्ली के मुख्य हथियार बने हैं। पिछले दो आईपीएल में वह दिल्ली के दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज भी थी।
यही वजह थी कि दिल्ली ने उन्हें इस साल मेगा ऑक्शन से पहले रिटने किया। हालांकि, मेगा ऑक्शन में दिल्ली ने नॉर्ट्जे का कोई बैकअप तैयार नहीं किया और न ही कोई खिलाड़ी खरीदा। टीम में लुंगी एनगिडी और मुस्तफिजुर रहमान के रूप में दो विदेशी गेंदबाज जरूर मौजूद हैं, लेकिन इन दोनों में से किसी ने भी नॉर्ट्जे जैसा प्रदर्शन आईपीएल में नहीं किया है और न ही इनके पास नॉर्ट्जे जैसी स्पीड है।
ऐसे में दिल्ली को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। चेतन साकरिया और खलील अहमद में से कोई एक नॉर्ट्जे की जगह टीम में शामिल हो सकता है। ऐसे में दिल्ली की टीम सिर्फ तीन विदेशी खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरेगी। इसके अलावा दिल्ली के लिए सबसे बड़ी समस्या डेविड वार्नर और मिचेल मार्श का देर से टीम से जुड़ना भी है।
ये दोनों खिलाड़ी दिल्ली के पहले दो मैच मिस करेंगे और छह अप्रैल को टीम से जुड़ेंगे। इससे दिल्ली की बल्लेबाजी भी जरूर कमजोर होगी। ऐसे में टिम साइफर्ट पृथ्वी शॉ के साथ ओपन कर सकते हैं। वहीं, रोवमन पॉवेल को मध्यक्रम को संभालने की जिम्मेदारी मिलेगी।