नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर रहे रिद्धिमान साहा ने बंगाल की तरफ से रणजी ट्रॉफी नॉक आउट मुकाबला खेलने से इनकार कर दिया है. क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल यानी सीएबी ने एक बयान जारी कर यह जानकारी दी. इसके साथ ही साहा का बंगाल क्रिकेट टीम के साथ घरेलू करियर खत्म हो गया है. उन्होंने 2007 में बंगाल के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था. बता दें कि बंगाल को 6 जून को झारखंड के खिलाफ रणजी ट्रॉफी का क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेलना है. इसमें साहा नहीं होंगे. साहा इस समय आईपीएल 2022 में गुजरात टाइंटस की ओर से खेल रहे हैं. उनकी टीम ने फाइनल में जगह बना ली है. लीग का फाइनल इस रविवार को अहमदाबाद में खेला जाएगा.
क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष अविषेक डालमिया ने एक बयान में कहा, “सीएबी चाहता था कि कि साहा ऐसे अहम मौके पर, जब बंगाल की टीम रणजी ट्रॉफी का नॉक आउट मुकाबला खेलेगी और ग्रुप स्टेज में टॉप पर रहने के बाद खिताब जीतने की कोशिश करेगी, तब विकेटकीपर बल्लेबाज को टीम के साथ रहना चाहिए था. मैंने साहा से यह बात की थी और उनसे अपने फैसले पर दोबारा विचार करने की गुजारिश की थी. हालांकि, साहा ने हमें बता दिया है कि वो रणजी ट्रॉफी नॉक आउट मुकाबला नहीं खेलना चाहते हैं.”
साहा ने बंगाल से एनओसी मांगी
37 साल के विकेटकीपर-बल्लेबाज साहा, जिन्होंने 122 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, उन्होंने पहले ही राज्य क्रिकेट संघ से इंटर-स्टेट एनओसी के लिए अनुराध किया है. इस मसले पर सीएबी के एक आला अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि हम क्या कर सकते हैं? अगर वह इतनी अड़ियल रुख अपना रहे हैं, तो हम उन्हें एनओसी दे देंगे. लेकिन, मेरा यही कहना है कि किसी भी खिलाड़ी को राज्य क्रिकेट संघ से मनमानी नहीं करनी चाहिए. क्योंकि एसोसिएशन किसी भी खिलाड़ी से बड़ा होता है.
साहा ने बंगाल टीम का व्हाट्सऐप ग्रुप छोड़ा
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, साहा ने बंगाल क्रिकेट टीम का व्हाट्सऐप ग्रुप भी छोड़ दिया है. ऐसे में बंगाल टीम के कोचिंग स्टाफ के एक सदस्य ने कहा, “मैं साहा के फैसले पर कोई कमेंट नहीं करूंगा कि उन्होंने क्यों टीम से हटने का फैसला किया. लेकिन, अब तस्वीर साफ हो चुकी है. अब हम उस हिसाब से अपनी रणनीति तैयार कर सकते हैं.”
साहा सीएबी पदाधिकारी के बयान से खफा थे
इस पूरे विवाद की शुरुआत, श्रीलंका के खिलाफ 2 टेस्ट की घरेलू सीरीज से साहा को बाहर किए जाने के बाद से हुई है. टीम इंडिया से बाहर होने के बाद साहा ने रणजी ट्रॉफी के ग्रुप स्टेज के मुकाबलों से भी अपना नाम वापस ले लिया था. इस फैसले के पीछे उन्होंने निजी वजहों का हवाला दिया था. इसके बाद सीएबी के संयुक्त सचिव देवब्रत दास ने सार्वजनिक तौर पर टीम के प्रति साहा की प्रतिबद्धता और समर्पण पर सवाल खड़े किए थे.
साहा को सीएबी के पदाधिकारी का यह बयान रास नहीं आया था और उन्होंने इस पर कड़ी नाराजगी जताई थी. क्योंकि साहा का कहना था परिवार के सदस्य की बीमारी की वजह से उन्होंने लीग स्टेज में नहीं खेलने का फैसला लिया था.
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साहा सेलेक्शन को लेकर नाराज थे
आईपीएल 2022 में अच्छे प्रदर्शन के बाद साहा को झारखंड के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले के लिए चुनी गई बंगाल की 22 सदस्यीय़ टीम में शामिल किया गया था. हालांकि, उन्होंने इस मसले पर सीएबी के सचिव से अविषेक डालमिया से फोन पर बात की थी और संयुक्त सचिव के बयान के खिलाफ विरोध जताते हुए खेलने से इनकार कर दिया. साहा का कहना था कि जिस तरह टीम चुनने से पहले मोहम्मद शमी से बात की गई थी. वैसे ही सेलेक्शन से पहले एसोसिएशन को उनसे भी बातचीत करनी चाहिए थी.
साहा को जुलाई में इंग्लैंड दौरे पर होने वाले इकलौते टेस्ट के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया है. हालांकि, आईपीएल 2022 में वो गुजरात टाइटंस के लिए अच्छा खेल रहे हैं. उन्होंने 10 मैच में 312 रन बनाए हैं.
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Tags: Gujarat Titans, IPL 2022, Ranji Trophy, Wriddhiman saha
FIRST PUBLISHED : May 27, 2022, 13:29 IST