क्या अब भी जिंदा है शीना बोरा? जानें मुंबई की जेल से बाहर आने के बाद इंद्राणी मुखर्जी ने क्या कहा


नई दिल्ली: शीना बोरा हत्याकांड (Sheena Bora Murder Case) मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी (Indrani Mukerjea) जेल से बाहर निकल आई हैं. गिरफ्तारी के करीब छह साल बाद सुप्रीम कोर्ट ने बीते बुधवार को उनकी जमानत मंजूर कर ली थी. मुंबई की भायखाला जेल ( Mumbai Byculla womens prison ) से बाहर आने के बाद इंद्राणी ने कहा, ‘मैंने जीवन को कई नजरिए से देखा है.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह आज भी मानती हैं कि शीना बोरा जिंदा है, इंद्राणी ने कहा, ‘‘मैं इस बारे में अभी बात नहीं करूंगी. इस मुद्दे पर मुझे जो भी कहना है मैं सिर्फ अदालत में बोलूंगी.’’

बता दें कि इंद्राणी मुखर्जी अपनी बेटी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार की गई थी और शुक्रवार को वह 6 साल 9 महीने बाद मुंबई की भायखाला महिला जेल से जमानत पर रिहा कर दी गईं. जेल से बाहर आने के बाद उनकी पहली शर्त यह थी कि वह उस मामले पर बात नहीं करेंगी जिसने उन्हे सात साल के लिए जेल भेज दिया.

जेल से बाहर आने के बाद इंद्राणी मुखर्जी काफी खुश थीं और इसकी झलक उनके चेहरे पर साफ तौर पर देखी जा सकती थी. जेल के बाहर मुस्कुराते हुए इंद्राणी ने कहा कि वह अब सिर्फ अपनी जिंदगी के बारे में बात करेंगी. जब उनसे कुछ मीडिया कर्मियों द्वारा पूछा गया कि क्या अब भी शीना बोरा जिंदा हैं तो उन्होंने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वह इस पर सिर्फ कोर्ट में बात करेंगी.

किसको मानती है जिम्मेदार, दिया ये जवाब
इंद्राणी मुखर्जी से जब यह पूछा गया कि अपनी कैद के लिए वे किसी को जिम्मेदार मानती हैं तो उन्होंने कहा कि ‘‘मैंने उन सभी लोगों को माफ कर दिया है, जिन्होंने मुझे दर्द दिया. बस इतना ही.

इंद्राणी शाम करीब साढ़े पांच बजे जेल से बाहर निकलीं जिनके गहरे काले रंग में रंगे बालों ने सभी का ध्यान आकृष्ट किया. अदालत में पेशी के दौरान इंद्राणी के बाल भूरे हुआ करते थे, लेकिन अब वह बात नहीं है. अब बाल काले रंग से रंगे थे और होठों पर हल्की मुस्कान भी थी. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘मैंने जेल में बहुत कुछ सीखा है. मैं घर जा रही हूं. मेरे पास (भविष्य की) कोई योजना नहीं है. मैं केवल घर जाना चाहती हूं.’’

न्यायपालिका को लेकर कही ये बात
इंद्राणी साढ़े पांच बजे जेल से बाहर आईं. उन्होंने अपनी वकील सना रईस शेख को गले लगाया, मुस्कुराईं और वहां इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों की ओर हाथ हिलाया. उसके बाद वह वकील की कार में बैठीं और वर्ली स्थित अपने फ्लैट चली गईं. उन्होंने वहां अपने घर के बाहर जमा मीडियाकर्मियों से कहा, ‘‘न्यायपालिका में मेरा भरोसा कायम हुआ है. सभी को देश के कानून का सम्मान करना चाहिए. भले ही देर हो, लेकिन न्याय जरूर मिलता है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं. अब कोई भावनाएं नहीं हैं. मैं अब बहुत आजाद महसूस कर रही हूं.’’ उन्होंने कहा कि वह एक पुस्तक लिख रही हैं, जो उनकी जेल के अनुभवों से जुड़ी नहीं होगी.

मर्डर के तीन साल बाद हुआ था खुलासा
शीना बोरा हत्याकांड मामले अगर जांचकर्ताओं की मानें तो शीना बोरा (24) की हत्या अप्रैल 2012 में की गई थी, लेकिन इस अपराध का खुलासा तीन साल बाद 21 अगस्त, 2015 को इंद्राणी के पूर्व ड्राइवर श्यामवर राय की गिरफ्तारी से हुआ था. राय को अवैध रूप से हथियार रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.

पूछताछ के दौरान राय ने पुलिस को बताया कि वह अप्रैल 2012 में हुई एक हत्या के बारे में जानता है. राय ने दावा किया कि मीडिया कारोबारी पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी ने अपने पूर्व पति संजीव खन्ना की मदद से कार में अपनी बेटी शीना का गला घोंट दिया था.

राय की गिरफ्तारी के चार दिन बाद पुलिस ने इंद्राणी को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने उनके पूर्व पति खन्ना को भी गिरफ्तार कर लिया था. इंद्राणी ने कहा था कि उन्हें मामले में झूठा फंसाया जा रहा है.

मुंबई पुलिस ने दावा किया था कि इंद्राणी के पहले रिश्ते से जन्मी बेटी शीना बोरा को उसने और खन्ना ने एक कार में मार दिया था, जिसे ड्राइवर श्यामवर राय चला रहा था और शव को अगले दिन रायगढ़ जिले के एक जंगल में दफना दिया गया था. निचली अदालत ने बृहस्पतिवार को इंद्राणी को दो लाख रुपये का अस्थायी नकद बॉण्ड भरने को कहा था.

Tags: Mumbai, Mumbai News, Murder case



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