पिछले कुछ महीनों में सामने आई जानकारी में पता चला है कि यूजर्स से एक ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है। उसमें यूजर्स से आधार कार्ड की डिटेल भरने के लिए कहा जाता है। जबकि वो एक VPN कनेक्ट ऐप होती है। ये ऐप डाउनलोड करने के बाद पूरे मोबाइल का नियंत्रण स्कैमर्स के हाथ में हो जाता है। इसके बाद वो मोबाइल फोन पर आने वाले सभी मैसेज को आसानी से पढ़ सकता है।
आधार कार्ड की जानकारी से स्कैमर आपके बैंक खाते की जानकारी हासिल कर लेते हैं। आपके बैंक खाते पर एक OTP भेजा जाता है और स्कैमर आपसे OTP पूछते भी नहीं हैं। क्योंकि पूरे मोबाइल को वो आसानी से ऑपरेट कर लेते हैं। फिर वो उस ओटीपी का इस्तेमाल करके बैंक खाते से पैसे निकाल लेते हैं। ये साइबर क्राइम की श्रेणी में आता है। आप इसकी शिकायत भी नजदीकी पुलिस स्टेशन में कर सकते हैं।
Social Media से भी कर रहे हैं फ्रॉड-
कई बार आप मोबाइल नेटवर्क की शिकायत ट्विटर या फेसबुक से करते हैं तो भी इन स्कैमर्स की निगाह इस पर होती है। Social Media से वह सभी जानकारी एकत्रित करने के बाद आपसे संपर्क करते हैं। साथ ही आपका विश्वास हासिल करने के लिए फर्जी आईडी भी दिखाते हैं। इसके बाद शिकायत का निवारण करने के नाम पर सभी जानकारी मांगते हैं और फिर आगे वैसे ही फ्रॉड को अंजाम देते हैं।