केआरके यही नहीं रुके। फिल्म देखते हुए उन्होंने अगला ट्वीट किया और उसमें Vidyut Jammwal और कुमार मंगत को ट्रोल करते हुए लिखा, ‘ये क्या मजाक चल रहा है। कुछ समझ ही नहीं आ रहा है। भाई कुमार मंगत खुदा हाफिज चैप्टर 2 जैसी फिल्म आज के वक्त में कौन बनाता है। आप बॉलीवुड वाले इतने मजाक के मूड में क्यों हो भाई।’
अब कमाल आर खान हैं तो जाहिर हैं ट्विटर पर लोगों ने उन्हें भी ट्रोल किया। किसी ने उन्हें ‘देशद्रोही’ की याद दिलाई तो किसी ने सलमान खान के मानहानि केस की। लेकिन केआरके कहां थमने वाले थे। उन्होंने अगला ट्वीट किया। लिखा, ‘इंटरवल हो चुका है और खुदा हाफिज 2 जो है वो 2 रुपये की फिल्म है अभी तक। इस फिल्म की क्वालिटी राजस्थानी फिल्मों से भी बेकार है। भोजपुरी फिल्मों की क्वालिटी इससे 10 गुना बेहतर है। मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि जी5 वालों ने इसे 42 करोड़ रुपये में खरीदा है।’
फिल्म का अच्छा लगना या बुरा लगना अपनी जगह है और यह हर दर्शक के लिए अलग-अलग होता है। लेकिन केआरके ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘मेरे पास इस फिल्म खुदा हाफिज 2 का रिव्यू करने के लिए शब्द नहीं हैं। अच्छा या बुरा के बारे में भूल जाइए। मेरा सवाल तो ये है कि आज के समय में कोई ऐसी फिल्म कैसे बना सकता है? इस वाहियात फिल्म की तुलना में धाकड़ और ओम तो शोले और मुगल-ए-आजम जैसी हैं। आ थू। इस फिल्म के मेकर्स को खुद पर शर्म आनी चाहिए।’